बैतुल्लाह का हज करना इस्लाम मजहब के बुनियादी अधिकारों में से एक है हर साल लाखों मुसलमान बैतुल्लाह का हज करने के लिए मक्का शहर जाते हैं और खुद आगे इस हुकुम को पूरा करते हैं दुनिया के तमाम मुसलमानों की एक ख्वाहिश होती है कि वह आज करने जाएं और बैतुल्ला की ज़ियारत करें यही ख्वाइश दुनिया के मशहूर सिंगर मोहम्मद रफी साहब की भी थी और उन्होंने अपनी इस ख्वाहिश को पूरा करने के लिए अपनी जिंदगी में दो बार हज किए थे.
आपको बता दे कि मोहम्मद रफी साहब की आवाज को दुनिया की सबसे सुरीली और खूबसूरत वास माना जाता है वह दुनिया के मशहूर सिंगर में से एक थे और मोहम्मद रफी साहब ने अपनी पूरी जिंदगी में दो बार हज किए थे बताया जाता है कि जब वह पहली बार हज करने गए और वहां की नूरानी माहौल को देखा तो उनके दिल में मक्का मस्जिद में अजान देने की ख्वाइश पैदा हुई और उन्होंने इस बारे में वहां के इंतजाम है तो मैं किसी दरख्वास्त की कि मैं 1 मर्तबा मक्खन मौजूद अब हमें स्थान देना चाहता हूं लेकिन वहां की इंतजामिया ने मोहम्मद रफी साहब को मक्का में अजान देने की इजाजत नहीं दी और इंतजामिया ने उन्हें यह कहते हुए मना कर दिया कि यहां पर किसी बाहर के आदमी को अ जान देने की परमिशन नहीं है.
लेकिन जब इंतजामियां कमेटी को मालूम हुआ कि दुनिया के मशहूर सिंगर मोहम्मद रफी साहब हैं और उनकी आवाज बहुत खूबसूरत और सुरीली है तो उन्होंने मोहम्मद साहब को अजान देने की इजाजत दे दी उसके बाद मोहम्मद रफी साहब ने हज के दौरान कुछ इस अंदाज में आज आधी मोहम्मद रफी साहब की सावधान को तमाम हां जी ने पसंद किया और उनकी एग्जाम दुनिया भर में मशहूर हुई आइए आपको भी मोहम्मद रफी साहब की एग्जाम सुनाते हैं.