कि गिरकर वह हंसता है चोट खाकर वह खिलाता है कहते हैं सब पागल उसे पर वह तो एक चुका है यह दुनिया ना जाने की अंदर वह चोकर कितना रोता है इन लाइनों में सुदेश लहरी की पूरी जिंदगी समाई हुई है कपिल और भारती को कॉमेडी सिखाने वाले सुबह इस आज उन्हीं के शो में कॉमेडी करने पहुंच गए हैं सुदेश पूरी फिल्म इंडस्ट्री के अकेले ऐसे एक्टर है जिन्होंने आज तक स्कूल की शक्ल तक नहीं देखी वह बिल्कुल अनपढ़ और अंगूठाटेक है.
आपको यह बात सुनकर हैरानी होगी लेकिन यह सच है और इसी शक में सुदेश का सारा दुख छिपा है सुरेश ने गरीबी का बोध और देखा है जिसे सुनकर आपका दिल फट जाएगा सुदेश बहुत गरीब परिवार से आते हैं सुरेश बताते हैं कि उनके पिता के पास इतने पैसे नहीं थे कि उन्हें स्कूल भेज पाए घर में खाने को दाना नहीं था इसलिए उन्हें चाय की दुकान पर लगा दिया गया सुदेश को एक रुपए की पगार मिलती थी.
और इसी पैसे से उनका घर चलता था सुदेश बताते हैं कि वह नमक के पानी में रोटियां में काय करते थे सुरेश पंजाब में पेश होकर जैसे-तैसे अपना गुजारा करते थे एक बार एक संस्था ने उन्हें सम्मानित करने को बुलाया तब सुदेश ने उनसे पूछा कि आप मुझे क्या देंगे जब आप मिला ट्रोफी सुरेश ने कहा कि मेरे पास कई ट्रोफी हैं आप इन्हें खरीद लीजिए और बाद में इन्हें ट्रोफी से मुझे सम्मानित कर दीजिएगा सुदेश ने वो ट्रोफी ₹300 में बेच दी और उनसे घर का राशन खरीद दिया सुदेश बताते हैं.
कि जब उन्हें कोई अपने घर पर बुलाया करता था तो वह उसके घर जाकर नाश्ता मुट्ठी में भर कर अपने घर ले आते थे और अपने बच्चों का पेट भरते थे सूरदास कहते हैं कि 35 साल की उम्र तक तो शायद उन्होंने कभी भरपेट खाना भी नहीं खाया भूख मारकर ही रातों को सो जाया करते थे.
लेकिन सुदेश की मेहनत का नतीजा है कि आज उन्होंने कपिल शर्मा और कृष्ण अभिषेक और भारती जैसे बड़े कॉमेडियन फिल्म इंडस्ट्री को देती है कभी गरीबी में जीने वाले सुदेश के पास आज मुंबई और पंजाब सहित कई शहरों में करोड़ों की प्रॉपर्टी है सुदेश की इस कामयाबी को हमार कि आप आपको कैसी लगी सुरेश यह कहानी हमें कमेंट में बताइए.