सोशल मीडिया चलाते हैं तो इस वक्त आपको हर दूसरे पोस्ट में एक एनिमेटेड फोटो नजर आ रही होगी लोग अपनी तस्वीर का सुंदर एनिमेटेड वर्जन बनाकर धड़ल्ले से शेयर किए जा रहे हैं ऐसी सुंदर तस्वीर जिसे देखकर आपको खुद से प्यार हो जाए इंस्टाग्राम पर यह सुंदर एनिमेटेड तस्वीरें बमार तरीके से वायरल हैं इस तरह की तस्वीरों को जिब्ली फोटोज या जिबली इफेक्ट वाली फोटोस कह रहे हैं मगर यह जिबली किस चिड़िया का नाम है कहां से आया चलिए थोड़ा शॉर्ट में समझाने की कोशिश करते हैं.
दरअसल जिब्ली जापान का एक एनिमेशन स्टूडियो है यह स्टूडियो एनिमेटेड फिल्में बनाता है जो इन दिनों दुनिया भर में मशहूर हो गई हैं जिब्ली स्टूडियो की कुछ फिल्मों ने तो ऑस्कर्स भी जीते हैं इस स्टूडियो को साल 1985 में जापान के तीन लोगों ने मिलकर शुरू किया था हयामियाज़ाकी तो suzuki और इशाओ तखाटा जापान में जिबली को गिबरी बोलते हैं मगर इंडिया में और दुनिया के दूसरे हिस्सों में इसे जिबली कहा जाता है इसलिए हम आगे की पूरी खबर में आपको जिबली ही बोलते हुए दिखाई देंगे जुबली स्टूडियो सिनेमा की दुनिया के किसी भी दूसरे नॉर्मल स्टूडियो जैसा ही है जिसके अंडर फिल्में बनती हैं बस खास बात यह है कि जुबली स्टूडियो सिर्फ एनिमेटेड फिल्में बनाता है जो बच्चों से ज्यादा बड़ों को टारगेट करती हैं.
ये स्टूडियो विजुअल्स की डिटेलिंग पर सबसे ज्यादा ध्यान देती है ज्यादातर फिल्में एनिमेशन डायरेक्टर हया ने ही बनाई हैं ये जुबली फिल्में उस वक्त और नोटिस होने लगी जब ने अपने प्लेटफार्म पर इन्हें जगह दी वहां से लोगों ने इन्हें देखना शुरू किया और धीरे-धीरे जुबली फिल्में इंडियन मार्केट को भी पसंद आने लगी आज हम आपको जुबली स्टूडियो की ऐसी ही कुछ फिल्मों के बारे में बताएंगे जिन्हें वक्त निकाल कर जरूर देखना चाहिए ये ना सिर्फ अच्छा फील करवाएंगी बल्कि जापान की ट्रेडिशंस को समझने में भी मदद करेंगी जुबली स्टूडियोज की मैजिकल दुनिया में एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी कैरेक्टर्स हैं कमाल का ट्रांसफॉर्मेशन है और इतना गजब का फैंटसी लैंडस्केप दिखेगा ना कि आप उस दुनिया में खो जाएंगे तो चलिए आपको बताते हैं पांच कल्ट क्लासिक और जरूरी जुबली फिल्में माय नेबर तो ये 1988 में रिलीज हुई थी हयामियाजाकी ने इसे डायरेक्ट किया था जुबली स्टूडियो की मोस्ट पॉपुलर फिल्मों में से एक है ये मैजिक और एडवेंचर से भरी इस फिल्म की कहानी सासुकी की है वो अपनी बहन में और पिता के साथ नए घर में शिफ्ट होती है शुरू-शुर में सब ठीक होता है मगर फिर मे और सासुकी को उस घर में कुछ अजीब फील होने लगता है .
उन्हें लगता है कि कई अजीबोगरीब क्रिएचर्स उनके साथ नए घर में रह रहे हैं उन क्रिएचर्स का पीछा करते-करते वो एक जंगल में पहुंच जाती हैं जहां उनकी मुलाकात एक बड़े से पांडा या भालू जैसे दिखने वाले एक जानवर से होती है जिसका नाम होता है तोत्रो जिसे सिर्फ बच्चे ही देख सकते हैं यह फिल्म तोत्रों में और सासुकी की दोस्ती की कहानी है तोत्रो अपने दो नए दोस्तों को जंगल और अपनी दुनिया के एडवेंचर दिखाता है बिल्ली वाली बस की राइड हो या रातोंरात एक बीच का बड़े पेड़ में तब्दील हो जाना यह सब देखना बिल्कुल मंत्रमुग्ध करने वाला है वैसे तोत्रों को जिबनी स्टूडियो के लोगों में भी देखा जा सकता है 1989 में ये फिल्म रिलीज हुई थी हयामियाजाकी ने ही इस फिल्म को डायरेक्ट किया है दुनिया भर के सिनेमा में महिला सशक्तिकरण पर कोई बहुत प्यारी और क्यूट सी फिल्म देखनी हो तो किकीज़ डिलीवरी सर्विस देखिए यह कहानी एक प्यारी और साफ दिल की की है जो अपनी पहचान बनाने और नई चीजें सीखने के लिए अपने घर वालों से दूर जाती है अपनी जादुई झाड़ू पर उड़ते हुए वो पूरे शहर में काम ढूंढती है उसकी काली बिल्ली जीजी भी उसके साथ होती है फिर कैसे उसे उसका नया काम मिलता है और किस तरह वो इंसानों की दुनिया में खुद को साबित करती है यह फिल्म की कहानी है.
समझ के लोग उसका मजाक बनाते हैं उससे दोस्ती नहीं करते मगर अपने काम और ईमानदारी से वह सबका दिल जीत लेती है तो अगर कभी बहुत लो फील हो रहा हो थोड़ी सी प्रेरणा चाहिए हो तो किकीस डिलीवरी सर्विस देख रिलीज हुई थी 1988 में इसे सााउट अकाता ने डायरेक्ट किया है यह फिल्म जापान में हुए परमाणु बम हमले के समय घटती है साहिता और उसकी छोटी बहन सेुको की कहानी है दो बच्चे जो गलत समय और गलत जगह पर पैदा हुए वह एक ऐसी दुनिया में भटक रहे हैं ।
जहां संसाधन नहीं है भाई-बहन के रिश्ते की यह दास्तान उनके संघर्ष को दर्शाती है यह फिल्म के बाद जापान की स्थिति को समझना हो वहां के लोगों पर इसका क्या असर हुआ इसे देखना हो तो यह फिल्म जरूर देखनी चाहिए क्रूर समय की क्रूर कहानियों को सुंदर और प्यारे तरीके से दिखाने की कोशिश की गई है कहते हैं इस फिल्म के बाद जुबली फिल्मों की बातें और ज्यादा होने लगी इसे एनिमेशन पसंद करने वाले तो रेकमेंड करते ही हैं जो एनिमेशन फिल्में नहीं देखते उन्हें भी यह फिल्म बहुत पसंद आती है.
मगर यह फिल्म जापान का इतिहास समझने के लिए भी देखी जानी चाहिए 2023 में यह रिलीज़ हुई थी हयामियाजाकी ने ही इस फिल्म को डायरेक्ट किया है हयाऊ की पिछली फिल्मों की तरह द बॉय एंड द हरोन भी जादुई दुनिया में खो जाने की कहानी है वर्ल्ड वॉर टू के बैक पर बनी इस फिल्म में माहिो की मां आग में जलकर मर जाती है वो अपने पिता और अपनी दूसरी मां के साथ नई जिंदगी को कुबूल करने की कोशिश करता है मोहित तो अपने इस दुख से किसी तरह डील कर ही रहा होता है कि उसकी मुलाकात एक हेरोन यानी कि बगुले से होती है जो उससे वादा करता है कि एक दूसरी दुनिया है जहां उसकी मां अभी भी जिंदा है वो लड़का उस बगुले के साथ उस नई दुनिया में चला जाता है वहां क्या सच में उसकी मां होती है वो किस-किस तरह के लोगों से किस-किस तरह के क्रिएचर्स से वहां मिलता है और अंत में क्या वो असली दुनिया में वापस आ पाता है.