बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में अभिनेता राजकुमार का एक अलग ही रुतबा हुआ करता था राजकुमार साहब अपने बड़बोलेपन के लिए काफी ज्यादा बदनाम हुआ करते थे जो 1 मिनट में ही बड़े से बड़े सुपरस्टार का मजाक उड़ा देते थे राजकुमार साव से बेइज्जत हुए कई सारे सुपरस्टार हैं जिनमें सलमान खान धर्मेंद्र जितेंद्र और मिथुन चक्रवर्ती जैसे कई सारे सितारे नहीं और इस सितारों की बेइज्जती करने में राजकुमार साहब ने कोई भी कसर नहीं छोड़ी अलग ही राज कुमार साहु दौरान डिमांड भी हुआ करती थी बल्कि फिल्में फ्लॉप साबित हो जाएगा कि थी लेकिन वह अपने फेस मैं कोई भी कटौती नहीं करते थे और यह रुतबा राजकुमार साह आप और भी बड़ा सुपरस्टार बनाती थी.
कहने को तो राजकुमार साहब बड़बोलेपन के लिए काफी बदनाम थे लेकिन उनकी फिल्मों में डॉयलाग वैद्य की दीवानगी इस कदर फैंस के बीच में देखने को मिलती थी कि फिल्म हिट हो जाए करती थी अब जाहिर सी बात है राजकुमार साहब के स्टारडम के आ गए बड़े से बड़ा सुपरस्टार फीका नजर आता था और आज मार साहब किसी को भी अपने से बड़ा सुपरस्टार नहीं मानते थे लेकिन टेस्टी में इकलौते दिलीप कुमार साहब थे जैन राजकुमार साहब आपने से बड़ा सुपर हां यह दूसरी ओर राजकुमार साहब सुपर स्टारों की इज्जत किया ही नहीं करते थे लेकिन इंडस्ट्री में एक ऐसा सुपरस्टार था जिसमें राज कुमार साहब को दिन में ही तारे और सुपरस्टार थे फिल्म में राजकुमार साह के अलावा फिरोज खान के साथ अपने विवाह की.
और के लिए काफी फेमस हुआ करते थे की तरफ पर कुछ भी बोलने में तो अपने ज़माने के दमदार अभिनेता के रूप में जाने जाते थे दोनों अभिनेता राजकुमार नहीं बल्कि सब्सक्राइब करें तो रोज एक अभिनेता होने के साथ-साथ एक अच्छे निर्माता भी थे वह अपने के दिग्गज नेताओं में से एक माने जाते थे उनकी फिल्म धर्मात्मा फिल्म इंडस्ट्री में आज भी उनका रुतबा बरकरार है लेकिन आज तो होता है इंडस्ट्री में फैसला आने वाले फिरोज खान साहब अपनी अकड़ के लिए भी लिखी फेमस हुआ करते थे फिरोज खान साहब ने 1965 नॉर्मली अपने फिल्म ऊंचे लोग मैं राजकुमार साहब पर अशोक कुमार के साथ काम किया था इस फिल्म की शूटिंग के पहले ही देर रात मा साहब की फिरोज खान साहब से मुलाकात होती है.
राजकुमार साहब ने उन्हें बुलाया और कहा कि देखो यह एक बड़ी फिल्म है तुम्हें अपना रोल बहुत ध्यान से करना होगा मैं तुम्हें गाइड करता रहूंगा और यहीं पर ही बड़ी गड़बड़ बताया जाता है कि राजकुमार साव ने फिरोज खान साहब को जैसी समझाना शुरू किया तो फिरोज खान साहब बीच में उठ खड़े हुए और राजकुमार साहब से कह दिया कि आप अपना काम अपने तरीके से करें फिर अपना काम अपने तरीके से करूंगा फिर उसका साहब की आवाज सुनकर यूनिट के सभी लोग हैरान रह गए थे और लोगों को लगा कि अब यह फिल्म या तो बनेगी या इसमें फिरोज खान साहब नहीं सके हालांकि बताया तो यह भी जा रहा था कि राजकुमार साहब निर्देशक से रोज खास आपको निकलवा देंगे लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ बल्कि अगले दिन सबके सामने फिरोज खान साहब से कि मुझे तुम्हारी अगर अच्छी लगी मैं भी ऐसे ही किसी की नहीं सुनता.
यह अकड़ हमें को बनाए रखना बाद में फिल्म की शूटिंग शुरू हुई और यह फिल्म हिट साबित हुई राजकुमार साहब के साथ फ़िरोज़ ख़ान साहब की जोड़ी दर्शकों के बीच में काफी ज्यादा पसंद की गई और इस फिल्म से फिरोज खान साहब असली पहचान भी मिली जिसके बाद वह कभी पीछे मुड़कर नहीं देखे आने वाले समय में फिरोज खान साहब ने एक से बढ़कर एक सुपर डुपर हिट फिल्में दी और वह अपने दौर के एक बड़े सुपरस्टार घंटे आने वाले समय फिरोज खान साहब ने ना सिर्फ अभिनय किया है बल्कि कई सारी फिल्मों का निर्माण भी किया और उन फिल्मों को लोगों ने काफी ज्यादा पसंद भी किया था.