क्या ईवीएम पर भरोसा कर सकते हैं? एलोन मस्क के दावे ने उठाए भारत की चुनावी प्रणाली पर सवाल..

नमस्कार दोस्तों दुनिया के सबसे बड़े टेक्नोलॉजिस्ट स्पेस एक के मालिक एलन मस्क भी अब यह बात मान रहे हैं कह रहे हैं और साफ-साफ शब्दों में बता रहे हैं कि ईवीएम बिल्कुल भी सेफ नहीं है ईवीएम पर भरोसा नहीं किया जा सकता ईवीएम से फ्रॉड होता है आई एम अ टेक्नोलॉजिस्ट आ नो अ लॉट अबाउ कंप्यूटर्स एंड आईम लाइक द लास्ट थिंग आईव डू इज ट्रस्ट द कंप्यूटर प्रोग्राम अ बज इट जस्ट टू इी टू हैक इट टू इ ट एड जस्ट वन लाइन एंड इट रिली डिफिकल्ट टू हैक पेपर ब दोस्तों देश में लगातार ईवीएम पर सवाल उठते रहे.

कांग्रेस ने कई सवाल उठाए जब जब सवाल उठाए गए तब तब उसको नकार दिया गया चुनाव आयोग ने भी हर बार ईवीएम पर उठ रहे सवालों को नकार दिया साफ कह दिया कि ईवीएम तो 100% सेफ है उसमें तो कोई गड़बड़ हो ही नहीं सकती लेकिन अब सोचने वाली बात बात है कि एलन मस्क जो टेक्नोलॉजी के इतने बड़े गुरु माने जाते हैं वह खुद ईवीएम को नकार रहे हैं दोस्तों एलन मस्क एक कार्यक्रम में गए हुए थे भाषण दे रहे थे वहां पर अपने एक्सपीरियंस के बारे में अमेरिका के चुनाव के बारे में तमाम तरीके की बातों के बारे में बात कर रहे थे.

इसी दौरान उन्होंने ईवीएम का भी जिक्र किया वो बता रहे थे कि वो टेक्नोलॉजी से जुड़े हुए हैं टेक्नोलॉजी में हर वक्त रहते हैं कंप्यूटर्स पे काम करते हैं कंप्यूटर से काम करते हैं उनका हर काम कंप्यूटर से जुड़ा होता है लेकिन फिर भी वो कंप्यूटर पर पूरी तरीके से भरोसा नहीं कर सकते उन्होंने कहा कि इस दुनिया में आखिरी चीज होगी कि मैं कंप्यूटर पर भरोसा कर लूं जी हां कंप्यूटर पर भरोसे करने को वह पूरी तरीके से गलत बता रहे हैं.

उनका कहना है कि एक मशीन तो मशीन ही हो सकती है आप मशीन पर भरोसा नहीं कर सकते पूरी तरीके से उसके ऊपर डिपेंड नहीं हो सकते हैं ऐसे में एलन मस्क जैसे टेक्निकल गुरु भी ईवीएम को नकार रहे हैं उनका कहना है कि ईवीएम से ज्यादा सेफ अगर कुछ होता है तो वो है बैलेट पेपर उन्होंने यह भी कहा कि कई देश हैं जो अभी भी ईवीएम से चुनाव कराते हैं लेकिन इसके बारे में विचार करने की जरूरत है क्योंकि ईवीएम से फ्रॉड हो सकता है अब सोचिए दोस्तों कि देश में अ लोकतंत्र है लोकतंत्र लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव होते हैं.

लेकिन उसके बावजूद हर बार ईवीएम पर सवाल खड़े होते हैं अलग-अलग राज्यों में चुनाव हुए हर बार सवाल खड़े हुए और कई बार तो वो वोटर जो वोट डालने के लिए जाते हैं वो खुद बाहर आके अपने एक्सपीरियंस बताते हैं कि वो वोट डालने गए और उन्होंने वोट किसी और को डाला लेकिन पर्ची किसी और पार्टी के नाम के निकल कर के सामने आती है लेकिन इसके बावजूद कोई एक्शन नहीं होता कोई कोई चुनाव आयोग पूरी तरीके से इनको नकार देती है इन आरोपों पर ध्यान ही नहीं दिया जाता ये कह दिया जाता है कि ये सब अनर्गल बातें हैं इनका कोई तात्पर्य ही नहीं है लेकिन अब बड़ी बात यह है कि अगर इससे कोई लेना देना नहीं है अगर इन पर कोई अ कोई सवाल ही नहीं खड़ा होता.

ईवीएम पे अगर ईवीएम इतनी ही सेफ है तो फिर आखिर कैसे आखिर कैसे दुनिया के जो सबसे बड़े टेक्निकल गुरु हैं एलन मस्क हैं स्पेस एकस के मालिक हैं वो भी ईवीएम पर सवाल उठा रहे हैं क्यों क्योंकि उनको भी पता है कि मशीन पर वो भरोसा नहीं कर सकते हैं मशीन भरोसे के लायक नहीं है बैलेट पेपर है जिससे चुनाव होना चाहिए लेकिन दोस्तों एलन मस्क की ये जो वीडियो थी जो उन्होंने भाषण दिया था.

उस वीडियो को उन्होंने खुद शेयर किया है उन्होंने बताया है कि उनकी वीडियो पर 6.6 मिलियन व्यूज आए हैं जबकि अ कमला हैरिस का जो चुनाव प्रचार का जो वीडियो था उस पर 12.5k व्यूज ही आए हैं अब दोस्तों इस बात से आप एलन मस्क की जो विश्वसनीयता है उनकी बातों पर लोग कितना भरोसा करते हैं उसका भी आप अंदाजा लगते लगा सकते हैं बता दें कि इससे पहले भी कांग्रेस अ जब हरियाणा के चुनाव हुए थे.

कई आरोप लगाए कांग्रेस ने भी चुनाव आयोग से पत्र भी लिखा चुनाव आयोग से एक्शन लेने की मांग भी की लेकिन उसके बावजूद फिर चुनाव आयोग इन बातों से मुकर गया कह दिया कि 100% एकदम सेफ है ईवीएम उसमें तो कोई गड़बड़ी हो ही नहीं सकती इसके अलावा दोस्तों राज्यसभा सदस्य हैं दिग्विजय सिंह उन्होंने भी सवाल उठाए थे उन्होंने अपने बयान में क्या कहा था वो भी देखिए कहा था कि मैं एक मतदाता हूं और मेरा संवैधानिक अधिकार है कि मैं जिसे चाहूं वोट उसी उम्मीदवार के खाते में जाए मैं अपने हाथ में मतपत्र को मतपे में डालूं और इस तरह डाले गए मतों की 100% गिनती हो.

यह मेरा संवैधानिक अधिकार है जो ईवीएम की मौजूदा व्यवस्था से छिन चुका है एमपी में नवंबर 2023 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान डाक मतपत्रों की गिनती में 230 में से 199 सीट पर कांग्रेस जीती जबकि ईवीएम में पड़े वोट की गिनती में पार्टी केवल छछ सीट हास सि कर सकी इस तरीके की बात इन्होंने कही है इन्होंने मध्य प्रदेश के चुनाव की जिक्र किया है इसके अलावा दोस्तों ईवीएम पर और भी कई कांग्रेस ने आरोप लगाए थे चुनाव आयोग से अपील की थी कि भाई इस पर एक्शन लेना चाहिए क्योंकि हरियाणा में जो कुछ हुआ वो सभी ने देखा कांग्रेस की जीत लगभग तय थी.

कई और कारण भी थे जो जो कांग्रेस एनालाइज कर रही थी अपनी हार के बाद लेकिन एक बहुत बड़ा कारण जो निकल कर के सामने आया वो था ईवीएम इसके अलावा चाहे हरियाणा हो चाहे आप पिछले चुनाव को याद करेंगे तो मध्य प्रदेश के चुनाव में भी ऐसा ही खेल हुआ था कई सवाल ईवीएम पर तब भी उठे थे लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया अब जब एलन मस्क का यह बयान सामने आया तो उसके बाद सोशल मीडिया की जनता को एक बार फिर से अ यह चिंता सताने लगी यह जो ईवीएम पर सवाल थे वो फिर से उठने लगे लोग क्या कह रहे हैं.

वह भी आपको बता देते हैं देखिए सुरेंद्र राजपूत लिखते हैं कि टेक्नोलॉजी का अ बेताज बादशाह एलन मस्क भी चेता रहा है मगर कुछ लोग हैं जो यह सुनना भी नहीं चाह चाहते ईवीएम से चुनाव में वोटिंग नहीं होनी चाहिए क्योंकि ईवीएम कंप्यूटर प्रोग्रामिंग से जुड़ा हुआ होता है और इसे हैक करना संभव है डॉ मोनिका सिंह लिखती हैं कि एवीएम से चुनाव में वोटिंग नहीं होनी चाहिए क्योंकि ईवीएम कंप्यूटर प्रोग्रामिंग से जुड़ा हुआ होता है.

और इसमें हैक करना संभव है विश्व में जितनी टेक्नोलॉजी नासा के पास है उतनी ही एलन के पास है विश्व के हजारों टॉप वैज्ञानिकों को नौकरी पर रखने वाले व्यक्ति हैं एलन मस्क जिनकी कंपनी दुनिया के सबसे ज्यादा हाईटेक कार भी बनाती है उसके अलावा अंकित मयंक लिखते हैं कि दिस इज बिग अ टेक जीनियस एलन मस्क पब्लिकली स्पोक अगेंस्ट ईवीएम इलेक्शन अ शुड नॉट बी कंडक्टेड यूजिंग ईवीएम दे आर प्रोग्रामेबल एंड कैन बी इजली हैक्ड बट अकॉर्डिंग टू अ गोलू फ्रॉम गोरखपुर इयंस कैन नॉट बी हैक्ड यानी कि यह साफ़ तौर पर भक्त मंडली पर सवाल उठाने की कोशिश कर रहे हैं उनका मजाक उड़ा रहे हैं कह रहे हैं कि ईवीएम पर जो है एलन मस्क को भी भरोसा नहीं है.

वह एलन मस्क जो दुनिया भर के वैज्ञानिकों को अपनी कंपनी में नौकरी दे रहे हैं बड़े-बड़े एक्सपेरिमेंट्स करते हैं बड़ी-बड़ी टेक्नो टेक्निकल चीजें बनाते हैं उनको भरोसा नहीं है लेकिन एक रैंडम भक्त ईवीएम की सिफारिश करने में बड़ी तेजी से आगे जा आ जाते हैं उनको लगता है कि ईवीएम तो गड़बड़ हो ही नहीं सकती इसके अलावा वीना जान का ट्वीट भी देखिए लिखा है कि एलन मस्ट सेड इलेक्शन शुड नॉट बी डन थ्रू ईवीएम इट कैन बी हैक्ड पेपर बैलेट इज द ओनली बेस्ट ऑप्शन आई एम अ टेक्नोलॉजिस्ट एंड आई अंडरस्टैंड दैट नाउ सम संगी विद एक्सपर्टीज इन गोबर विल रिप्लाई हिम हाउ ईवीएम हैकिंग इज पॉसिबल इसके अलावा अंशुमन शैल नेहरू हैं ये लिखते हैं.

कि एलन मस सेज दैट इलेक्शन शुड नॉट बी हेल्ड थ्रू ईवीएम एंड ईवीएम कैन बी हैक दिस इज बिग स्टेटमेंट कमिंग फ्रॉम समवन एसोसिएटेड विद साइंस एंड इन्वेस्टिगेशंस ध्रुव राठी सटायम से चुनाव में वोटिंग नहीं होनी चाहिए क्योंकि ईवीएम कंप्यूटर प्रोग्रामिंग से जुड़ा हुआ होता है और उे हैक किया जा सकता है अ टेक नोलॉजी का बेताज भाषा एलन मस्क भी चेता रहा है मगर कुछ लोग हैं जो यह सुनना भी नहीं चाहते इसके अलावा रोशन राय हैं लिखती हैं कि राइट विंग फेवरेट एलन मस सेज दैट ईवीएम कैन बी हैक्ड एंड ओनली पेपर बैलो शुड बी यूज्ड फॉर वोटिंग मोदी भक्तस हु लाफ एट अपोजिशन व्हेन इट सेज द सेम थिंग विल नाउ गो अंडरग्राउंड सिंस दे फेवरेट फॉरेनर सेड दिस इसके अलावा कई और पेजेस भी हैं.

दोस्तों जो इसी तरीके के ट्वीट्स कर रहे हैं शांतन ने भी ऐसा ही ट्वीट किया है और कई लोगों ने इसी तरीके के ट्वीट करके ईवीएम पर सवाल उठाए हैं लेकिन अब सवाल यह है कि आखिर सरकार इस बात को क्यों नहीं समझती इलेक्शन कमीशन इस बात को क्यों नहीं समझती जब देश के दुनिया के बड़े-बड़े टेक्नोलॉजी गुरु इस ईवीएम पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं जब उनको ईवीएम पर भरोसा नहीं है जब बड़ी बड़ी टेक्निकल चीजें कंप्यूटर्स बनाने वाले लोगों को ईवीएम पर भरोसा नहीं है तो आखिर खिर इस भरोसे की वजह क्या है क्यों सरकार बैलेट पेपर से चुनाव करवाने से मुकर रही है आपको क्या लगता है अपनी राय हमें कमेंट सेक्शन में लिखकर जरूर बताइएगा.

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