क्या सुशांत सिंह राजपूत की वजह से बर्बाद हो रहा है बॉलीवुड, बन्द हो जायेगा बॉलीवुड?..

क्या सुशांत सिंह राजपूत के श्राप ने लगा दी है बॉलीवुड की लंका क्या अब बॉलीवुड में एक ऐसी आग लग चुकी है जिसका आने वाले कई वर्षों तक बुझना लगभग नामुमकिन है क्या बॉलीवुड अपने पुराने पाप धो रहा है क्या बॉलीवुड में इस समय एक ऐसी मंदी छाई है जिससे बाहर निकलने का कोई रास्ता किसी को दिखाई नहीं दे रहा है यह वो तमाम बातें हैं जो इस समय सोशल मीडिया पर बड़े खुले तौर पर कही जा रही दोस्तों यह बात एक या दो साल की नहीं है लगभग 4 साल से ऊपर का समय हो चुका है जब सुशांत सिंह राजपूत की अचानक रहस्यमय मृत्यु हुई थी.

उसके बाद यह कहा गया कि नेपोटिज्म की वजह से बॉलीवुड बर्बादी की कगार पर है यहां आउटसाइडर्स को उठने के मौके नहीं दिए जाते फिर कंगना रनौत सामने आई करण जहर के कई सारे काले चिट्ठे खुले और उन लोगों का भी भांडा फोड़ हुआ जो पत्र का थे लोगों को दिखाने के लिए लेकिन करण जौहर के कहने पर ब्लाइंड आर्टिकल्स लिखा करते थे आउटसाइडर्स को नीचा दिखाने के लिए ऐसी तमाम चीजें हुई उस वक्त बॉयकॉट बॉलीवुड भी काफी ट्रेंड हुआ और लोगों ने बाद में कहा कि ये दो-चार महीने की बात है यह सब कुछ पुराना हो जाएगा.

लेकिन आज जब 2020 से हम 4 साल आगे जा चुके हैं तब हम अपने आसपास जो होता हुआ देख रहे हैं दोस्तों वह आज से पहले बॉलीवुड में कभी हुआ नहीं था आप याद करके बताइए कि क्या कभी आपने ऐसा कोई समय देखा है जब पुरानी फिल्मों को लगातार एक के बाद एक रिलीज किया जाए यानी आज अखबार में हर दूसरे दिन सोशल मीडिया पर हर तीसरे दिन किसी एक ऐसी पुरानी फिल्म का जिक्र होता है.

जिसे री रिलीज किया जा रहा है जानते हैं ऐसा क्यों है क्योंकि बॉलीवुड के पास अपना नया इनोवेटिव कंटेंट नहीं है इनके पास जो पैसा था वह ये घिसे पिटे फार्मूले पर बनने वाली फिल्मों पर लगा चुके हैं या फिर नेपो किट्स को लॉन्च करने में लगा चुके हैं आप जानते हैं कि बॉलीवुड में कहानीकारों को कोई खास महत्व नहीं दिया जाता नए लोग जो कहानियां लेकर आते हैं उनसे कोई मिलने तक को तैयार नहीं होता और आज बॉलीवुड जिस स्थिति में पहुंच चुका है.

वहां से बाहर निकलने का रास्ता किसी को नजर नहीं आ रहा है आलम यह है कि करण जोहर जैसे सो कॉल्ड नेपोटिज्म के फ्लैग बेरर को भी अपनी कंपनी का आधा हिस्सा किसी आउटसाइडर को बेचना पड़ा है जी हां आधार पुना वाला जिनका बॉलीवुड से कोई लेना देना नहीं है उनकी तरफ इन्हें रुख करना पड़ा उनके हाथ जोड़ने पड़े कि किसी तरह मेरी डूबती हुई कंपनी को बचा लो इनको बचाने के लिए वह अंबानी भाई साहब भी नहीं आए.

जिनकी शादी में जाकर यह ठुमके लगाकर आते थे दोस्तों इस समय बॉलीवुड जिस दौर से होकर गुजर रहा है यकीन मानिए पिछले 100 सालों के अपने इतिहास में आज तक कभी बॉलीवुड ने इतना बुरा दौर नहीं देखा है ऐसे में हर कोई यह कहता है कि शायद यह सुशांत के साथ जो कुछ भी हुआ और उसके बाद जो एक आह निकली कहते हैं ना कि अगर आप किसी का दिल दुखाए उसके दिल से जो आह निकलती है वह आपको जलाकर भस्म करने के लिए काफी होती है और शायद यही हो रहा है इस समय बॉलीवुड के साथ इस बात के गवाह वह सारे लोग हैं.

जिन्होंने पिछले सिर्फ 4 साल की अगर बात कर ले तो उस बॉयकॉट बॉलीवुड के ट्रेंड को आता हुआ देखा लगातार फिल्मों को पिटता हुआ देखा आदि पुरुष जैसी फिल्में भी देखी 12वीं फेल जैसी फिल्में भी देखी और लोगों के मन में जो कड़वाहट भरी हुई है बॉलीवुड को लेकर उसे भी देखा दोस्तों आज यह कहना कोई बहुत बड़ी बात नहीं होगी कि लोगों के मन में बॉलीवुड के लिए प्यार नहीं बचा है लोग बहुत हिकारत की नजरों से बॉलीवुड की तरफ देखते हैं क्योंकि बॉलीवुड के यह चेहरे आपको धोखा देते हैं आपसे झूठ बोलते हैं आपके सामने पर्दे पर हीरो बनते हैं लेकिन आने वाली युवा पीढ़ी को यह तंबाकू बेचते हैं शराब बेचते हैं जुएं की लत बेचते हैं यह अपनी तिजोरी भरने के लिए कुछ भी करने को उतारू हैं.

लेकिन आज हिंदुस्तान की आंखें खुल चुकी हैं आज हिंदुस्तान इनका सारा सच जान चुका है भले अक्षय कुमार गुटका का ऐड करने के बाद फिर छोड़कर हाथ जोड़कर माफी मांगे चाहे कुछ करें लेकिन सबको पता है य जो बॉलीवुड के चिकने चपड़ चेहरे हैं इसके पीछे जो इनकी मंशा एं छुपी हैं जो मंसूबे हैं वह कैसे हैं दोस्तों कहते हैं कि आप जैसा करते हैं एक दिन वैसा ही आपके सामने आता है जब आपने पेड़ ही कांटे वाला बोया है बबूल का बोया है तो फिर आम तो नहीं लगेंगे उसमें बॉलीवुड ने काम बहुत लंबे वर्षों तक किया आपको याद होंगे इन सो कॉल्ड स्टार्स के स्टेटमेंट हां कर दो ना बॉयकॉट हां मत आना हमारी फिल्म देखने हम कौन सा तुम्हारे घर जाते हैं.

तुमको बुलाने लेकिन उसके बाद लगातार बॉलीवुड को घाटा हुआ बॉलीवुड की फिल्में पिटने लगी ओटीटी कंपटीशन में आ गया बाहर का कंटेंट आ गया लोग कोरियन फिल्में देखने लगे लोग ईरानी फिल्में देखने लगे लोगों ने बाहर के सिनेमा का स्वाद चख लिया और आज हालत यह है कि जितने भी बड़े-बड़े मल्टीप्लेक्स हैं आपके पड़ोस में जहां 250 का ₹5000000 का पॉपकॉर्न बिकता है जहां ₹5000000 लिए पुरानी फिल्मों का सहारा लेना पड़ रहा है सिर्फ इसलिए ताकि उनके घर में जो चूल्हा है.

वो जलता रहे मल्टीप्लेक्स वालों का क अब उनको विश्वास नहीं है कि कोई सलमान खान कोई आमिर खान कोई शाहरुख खान उनके लिए कुछ लेकर आएगा यही वह दौर था जब शाहरुख खान जैसे सो कॉल्ड किंग ऑफ रोमांस को भी घर बैठना पड़ा था बेरोजगार होकर यही वह दौर था जिसने आमिर खान को घर बैठा दिया और यही वह दौर है जिसमें सलमान खान घर बैठने को मज मजबूर हैं क्योंकि उनकी आखिरी जो फिल्म हिट हुई थी ठीक-ठाक चली थी वह फिल्म सुल्तान थी अब इस पूरे मसले को सुशांत सिंह राजपूत से जोड़कर भी देखा जा रहा है.

लोगों का कहना है कि सुशांत के जाने के बाद बॉलीवुड को एक ऐसी हाय लगी है एक ऐसे दुखते दिल की हाय लगी है जिसकी आग ने पूरे बॉलीवुड को स्वाहा कर दिया है आज हमारे आसपास ऐसे बहुत से दर्शक हैं जो बॉलीवुड की खबरें देखते तो जरूर हैं लेकिन वो यह जानना चाहते हैं कि क्या गुनाहगार को सजा मिली है जिन्होंने गलत किया क्या उनको सजा मिली है जिन्होंने धोखा दिया इस देश की जनता को क्या उनको सजा मिली है जिन्होंने झूठ बोला पर्दे पर आकर अपनी एक अलग सी तस्वीर क्रिएट कर दी लेकिन असल जिंदगी में व कुछ और थे.

तो देश की जनता ने खुद को ठगा हुआ सा महसूस किया और आज देश की जनता बॉलीवुड के सामने यही सवाल बार-बार खड़ा करती है कि तुम जो हमारी नई पीढ़ी को बिगाड़ रहे हो तुमने जो हमारे घरों में आग लगाई है क्या इस आग ने अब तुम्हारे घर को भी झुलसा शुरू कर दिया है ये वो तमाम बातें हैं जो इस समय सच हो रही हैं वाशु भगनानी की फिल्म आई थी बड़े मिया छोटे मियां बुरी तरह फ्लॉप हुई फिर खबरें आई कि जो क्रू मेंबर्स हैं उनका पैसा नहीं दिया गया फिर खबरें आई कि दफ्तर को बिकने की नौबत है करण जौहर की खबर आपने सुन ही ली पुरानी फिल्मों को रिलीज होना आप रोज सुनते हैं.

और आपको यह भी मालूम है कि इस समय कोई बड़ा प्रोजेक्ट अनाउंस हुआ ही नहीं है साथ ही आप यह भी सुन रहे हैं कि बॉलीवुड के जो बड़े चेहरे हैं वह अब रियल एस्टेट में निवेश कर रहे हैं वो प्रॉपर्टीज खरीद रहे हैं क्योंकि उनको पता है कि जो बचा खुचा पैसा है अगर इस पर सरवाइव करना है तो उन्हें एक बेहतर सब्सीट्यूट खोजना होगा क्योंकि फिल्में या पैसे देने वाला धंधा नहीं रह गई हैं क्योंकि लोग इनकी असलियत जान चुके हैं यह जो मेक बिलीव की दुनिया है यह जो आपको एक यकीन सा करा दिया जाता है.

इनके झूठ पर अब यह दुनिया पूरी भरभरा कर गिर रही है दोस्तों आप में से बहुत सारे लोग इस दुनिया को भरभरा कर गिरता हुआ देख रहे हैं और इस बात के गवाह बने हैं कि जो भी मार्केट को फॉर ग्रांटेड लेता है ग्राहकों को कस्टमर्स को क्लाइंट्स को या ऑडियंस को या दर्शकों को फॉर ग्रांटेड लेता है उसका हश्र यही होता है उम्मीद है बॉलीवुड अपने इस हश्र से कुछ सीखेगा कुछ नए इनोवेटिव प्रोजेक्ट्स लेकर आएगा कुछ नई कहानियां लेकर आएगा कुछ नए टैलेंट को मौका देगा तब शायद जाकर कुछ सालों में बॉलीवुड एक बार फिर से खड़ा हो पाए लेकिन अगर यह सब नहीं किया जाता तो फिर बॉलीवुड का दोबारा इस तरह से खड़ा होना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है.

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