रतन टाटा की वसीयत का खुलासा, छोड़ गए ₹10,000 करोड़ की दौलत, शांतनु नायडू का भी नाम शामिल..

देश के जानेमाने बिजनेसमैन रतन टाटा का हाल ही में निधन हो गया था बिजनेसमैन रतन टाटा के निधन के बाद लोगों के दिल में यह सवाल आ रहे थे कि आखिर उनके जाने के बाद अब उनकी 00 करोड़ रुपए की संपत्ति और प्रॉपर्टी किसके नाम होगी लेकिन अब इस सवाल के जवाब से पर्दा उठ चुका है क्योंकि टाटा की वसीयत से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है बताया जा रहा है कि रतन टाटा ने अपनी वसीयत की जिम्मेदारी चार लोगों को दी है.

जिसमें एग्जीक्यूटिव असिस्टेंट शांतन नायडू का भी नाम शामिल है ऐसे में चलिए बताते हैं कि टाटा ग्रुप की विभिन्न कंपनियों में उनके शेयर्स किसे मिलेंगे इसके अलावा उनका बंगला कार और अन्य प्रॉपर्टी किसे मिलेगी दरअसल रतन टाटा ने अपनी संपत्ति में अपने फाउंडेशन भाई जिमी टाटा सौतेली बहन शिरीन और डियाना जीजी भाई साथ ही हाउस स्टाफ और अन्य लोगों को भी हिस्सेदार बनाया है.

आपको बता दें कि रतन टाटा अपने पीछे करीब 00 करोड़ की संपत्ति छोड़ गए हैं रतन टाटा के पास अलीबाग में 2000 वर्ग फुट का एक बंगला है मुंबई के जुहू में दो मंजिला मकान है 50 करोड़ की एफडी है रतन टाटा के पास करीब 20 से 30 गाड़ियां हैं 165 अरब डॉलर के टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी टाटा सस में 0.83 पर हिस्सेदारी शामिल है और अब इसको लेकर जानकारी सामने आई है कि रतन टाटा एंडोमेंट फाउंडेशन को यह सब ट्रांसफर किया जाएगा.

साथ ही टाटा समूह की चैरिटेबल ट्रस्ट को शेयर देने की परंपरा को ध्यान में रखते हुए उनकी हिस्सेदारी रतन टाटा एंडोमेंट फाउंडेशन को ट्रांसफर की जाएगी सूत्रों की माने तो टाटा सस के प्रमुख एन चंद्रशेखरन आरटीएफ की अध्यक्षता कर सकते हैं टाटा संस के शेरों के अलावा टाटू ग्रुप की अन्य कंपनियों में रतन टाटा के हिस्सेदारी भी आरटीएफ को ट्रांसफर की जाएगी बता दें कि रतन टाटा ने आरएनटी एसोसिएट्स और आरएनटी एडवाइजर्स के जरिए निवेश किया था.

और इस निवेश को बेच दिया जाएगा इससे मिलने वाली रकम आरटीएफ को ट्रांसफर की जाएगी साथ ही एक रिपोर्ट के मुताबिक रतन टाटा ने अपनी वसीयत में साफ तौर पर कहा है कि उनके पालतू डॉग टीटो की लाइफ टाइम देखभाल उनके लंबे समय से रसोइया राजेश शौ करेंगे बता दें कि टाटा ने अपने पिछले डॉग की मौत के बाद पांच या 6 साल पहले टीटो को गोद लिया साथ ही वसीयत में उनके बटलर सुबैया के लिए भी कुछ धन छोड़ा गया है इनके साथ टाटा का तीन दशक पुराना रिश्ता था रतन टाटा विदेश यात्रा के दौरान उनके लिए डिजाइनर कपड़े भी लाते थे इसके साथ ही टाटा ने अपने एग्जीक्यूटिव असिस्टेंट शांतन नायडू का भी नाम वसीयत में शामिल किया है.

उन्होंने नायडू के कंपनियो में अपनी हिस्सेदारी छोड़ दी है और नायडू के विदेश में पढ़ाई का खर्चा भी माफ कर दिया है साथ ही आपको बता दें कि रतन टाटा अपने आखिरी समय तक कोलाबा के हेल काई हाउस में रहते थे इसका स्वामित्व टाटा संस की 100 फीदी सहायक कंपनी ईवर्ट इन्वेस्टमेंट्स के पास है इसका भविष्य ईवर्ट तय करेगी वहीं हेल्का हाउस और अलीबाग बंगले को रतन टाटा ने डिजाइन किया था हालांकि अलीबाग की प्रॉपर्टी के बारे में अभी तक मामला साफ नहीं हो पाया है इसी के साथ रतन टाटा के पास करीब 20 से 30 गाड़ियों का बेड़ा था.

इसमें कई लग्जरी मॉडल भी शामिल है इन गाड़ियों को हेल काई हाउजर कोलाबा में ताज वेलिंगटन म्यूज सर्विसेस अपार्टमेंट में रखा गया है इन गाड़ियों को लेकर अभी विचार किया जा रहा है जानकारी के मुताबिक टाटा समूह इसे खरीदकर पुणे म्यूजियम में रख सकता है या फिर इनकी निलामी भी की जा सकती है वहीं रतन टाटा का मुंबई के समंदर के किनारे जूह स्थित घर जो 1 चौथाई एकड़ में फैला है रतन टाटा और उनके परिवार को उनके पिता नवल टाटा की मौत के बाद विरासत में मिला था का कहना है कि यह घर 20 साल से बंद पड़ा है इसलिए इसे बेचने की योजना बनाई जा रही है.

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