बॉलीवुड एक्ट्रेस और सांसद कंगना रनौत और जावेद अख्तर के बीच सालों से विवाद चल रहा है, जो खत्म होने का नाम नहीं ले रहा. ऐसे में अब कोर्ट ने इस विवाद को लेकर मध्यस्थता की इजाजत दे दी है यानि कि दोनों आपसी बातचीत से इस मामले को सुलझाएंगे. इस बाद की जानकारी कंगना और जावेद अख्तर के वकीलों ने दी है. तो चलिए जानते हैं वकिलों का क्या कहना हैं और आखिर ये पूरा मामला है क्या?
कंगना रनौत और जावेद अख्तर के बीच विवाद को 4 साल हो गए हैं. लेकिन इसका अब तक कोई हल नहीं निकला है. अब दोनों पक्षों के बीच अगले साल 21 जनवरी 2025 को समझौते की बातचीत होगी. बता दें, जावेद अख्तर की शिकायत पर कंगना के खिलाफ अंधेरी मजिस्ट्रेट अदालत में सुनवाई चल रही थी. लेकिन कंगना के सांसद बनने के बाद ये केस स्पेशल कोर्ट बांद्रा में ट्रांसफर कर दिया गया था. अभी मामले की सुनवाई शुरू भी नहीं हुई थी कि दोनों के वकीलों ने बताया कि कंगना रनौत और जावेद अख्तर ने अदालत से मध्यस्थता की अपील की थी, जिसे कोर्ट ने मान लिया है.
दरअसल, ये मामला साल 2020 का है, जब जावेद अख्तर ने मुंबई की एक अदालत में रनौत के खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि कंगना ने एक टीवी इंटरव्यू के दौरान उनके बारे में झूठे और अपमानजनक बयान दिए थे. जिसके बाद गितकार ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 499 और 500 के तहत एक्ट्रेस के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था. एक्ट्रेस ने मामले को रद्द करने के लिए बॉम्बे हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. हालांकि, कोर्ट ने उनकी याचिका को भी खारिज कर दिया था.