अमेरिका के रेसिप्रोकल टैक्स टेरिफ के बाद से लगातार हलचल मची हुई है दरअसल इस टैक्स टेरिफ का असर केवल स्टॉक मार्केट पर नहीं बल्कि कमोडिटी मार्केट पर भी पड़ रहा है इन्वेस्टमेंट के लिहाज सेफ हैवन माने जाने वाले गोल्ड और सिल्वर पर भी इसका खूब असर पड़ा है सोने और चांदी की कीमतों में भारी गिरावट जो है वो दर्ज की गई है पिछले दो दिनों की बात की जाए तो पिछले दो दिनों में राजधानी दिल्ली में 24 कैरेट सोने की कीमत में लगभग ₹2420 की गिरावट दर्ज की गई है तो वहीं चांदी की कीमतों में माफ़ कीजिएगा.
22 कैरेट सोने की बात करें तो लगभग ₹2500 की गिरावट आई है और चांदी की कीमत भी नीचे आ रही है लोगों में डर है कि सेफ इन्वेस्टमेंट के लिहाज से जो लोगों ने सोना खरीदा है क्या वो सोना अब पानी पानी बनकर बह जाएगा यूं कहें कि पानी के भाव क्या उनका सोना जाएगा यह कंफ्यूजन है औरकि कुछ एजेंसियां भी हैं जिन्होंने यह अनुमान लगाया कि अभी यह सोने की और चांदी की कीमतों में 38% की गिरावट जो है वो दर्ज की जा सकती है खैर सोने की कीमतों में आखिर यह गिरावट क्यों आई है और कितने गिरावट का अंदेशा है.
अनुमान है इसके तकनीकी पहलुओं को समझने के लिए मेरे साथ अनिल जैन साहब जुड़ गए हैं आर पुखराज के ओनर हैं मार्केट एक्सपर्ट के तौर पर मेरे साथ जुड़ रहे हैं अनिल जैन साहब बहुत-बहुत स्वागत आपका टीवी न पर नमस्कार बहुत-ब धन्यवाद जी सर मुझे बताइएगा कि आखिर ये जो दो दिनों में सोने चांदी की कीमतों में गिरावट आई है इसकी वजह क्या है और ये अनुमान लगाया जा रहा है कि अभी और गिरावट देखने को मिल सकती है लोगों में डर है कि भाई उनका जो इन्वेस्टमेंट सोने और चांदी के रूप में था क्या वो पानी के भाव तो नहीं चला जाएगा नहीं नहीं नहीं ऐसा नहीं है बिल्कुल नहीं है यह जो गिरावट आई है बहुत सुपरडुपर तेजी के बाद आई है और ये भी आने का कारण ये है कि वर्ल्ड ओवर मार्केट्स डाउन हुए हैं सबके मार्जिनस कॉल हिट हुए हैं.
इसकी वजह से सोने में ये करेक्शन देखा गया है तो ये बहुत लंबे समय तक ये करेक्शन देखने को मिले ऐसी आशंका तो नहीं है जो भी करेक्शन अगर बड़ा भी आएगा तो वो शायद इस साल एंड में या अगले साल में आएगा बहुत ज्यादा मंदी में अभी तो नहीं लग रहा है कि सोना जाएगा जी लेकिन सर अमेरिकी एजेंसियां हैं वो कह रहे हैं कि अभी बड़ी गिरावट देखी जा सकती है आखिर इसके पीछे की वजह क्या है उनका ये अनुमान किस वजह से है सर ऐसी अटकलें लगाई जा रही है कि ट्रंप का ये कहना है कि गोल्ड रिजर्व जो हाईएस्ट है अमेरिका में 8000 टन का वो कुछ ऑफलोड करके उनमें से बाय करने की आशंका ट्रंप ने जताई है उस वजह से पूरा वर्ल्ड पूरा कैलकुलेट कर रहा है कि इसमें अगर ऐसा होगा तो कितना गोल्ड टैंक करेगा या कितना नीचे जाएगा जी बट ये अभी तक अटकले हैं अभी कुछ कंफर्म या पक्का कुछ नहीं आया है फेड से या ट्रंप्स के वहां से क्या वर्ल्ड वाइड अगर बात की जाए तो क्या इकोनॉमिक कंडीशंस और डॉलर की मजबूती अंतरराष्ट्रीय बाजार इस तरह के मसलों के चलते भी क्या ये गिरावट जो है और ये जो उतार-चढ़ाव है ये देखने को मिल रहा है हां ये पूरा वर्ल्ड मार्केट भी इस पर निर्भर करे उतार-चढ़ाव पे बट जिस हिसाब से टेरिफ्स लगाए गए हैं ऐसे अटकलें लगाई जा रही है कि काफी मंदी में वर्ल्ड मार्केट्स जा सकते हैं.
इंक्लूडिंग यूएसए तो उसकी वजह से थोड़ा सा असर पड़ सकता है बुलियंस पे जी अनिल जैन साहब मैं थोड़ा सा पीछे जाना चाहूंगा पिछले कुछ सालों में क्या रहा है ट्रेंड उतार-चढ़ाव का सोने चांदी की कीमतों में क्योंकि ट्रेंड के मुताबिक भी काफी कुछ लोगों के समझ में आता है कि भाई उन्हें अभी इन्वेस्टमेंट करना चाहिए या फिर जो इन्वेस्टमेंट किया है उसे निकालने का वक्त है ये थोड़ा लोगों को कंफ्यूजन होता है तो उस ट्रेंड के लिहाज से जरा समझाने की कोशिश कीजिएगा मैं हमारे निवेशकों को जो बुलियंस में इन्वेस्ट करते हैं उनको बोलूंगा बने रहे लॉन्ग टर्म व्यू बहुत तेजी का है 2030 तक बहुत जबरदस्त सोने में तेजी दिख सकती है और चांदी भी पीछे नहीं रहेगी इस मामले में लेकिन अभी शॉर्ट टर्म में शायद कुछ अनिश्चितता है अगर वॉर सिनेरियो या जो इजराइल हमस का है या जो यूएस हाउ का है या रशिया यूक्रेन का है अगर ये स्थिति अगर खराब होती है तो सोने में फिर से तेजी दिख सकती है और अगर सुधरती है तो नीचे आने की आशंका है .
सोने के बाद जी जैन साहबकि अमेरिकी एजेंसी कह रही है वो अनुमान लगा रही है कि भाई 38% तक अभी कीमतें गिरेंगी और अगर इसको आंकड़ों में कन्वर्ट किया जाए अगर 56000 तक सोने की कीमतें आती हैं इतना अगर सोने की कीमतें गिरती हैं तो क्या सोना खरीदने के लिए मुफीद समय है यह मौका है या फिर सोने को निकालने का एक काफी मात्रा की जो पब्लिक है देश की जो पापुलेशन है उनको फोमो का फैक्टर इफेक्ट करेगा फियर ऑफ मिसिंग आउट वो कुछ लोग इस तेजी के में इन्वेस्ट नहीं कर पाए वो रह गए थे वो काफी मात्रा में आएंगे अगर सोने का भाव कम हुआ तो हर स्तर पे लोग इन्वेस्ट करेंगे वर्ल्ड भी इन्वेस्ट करेगा चाइना भी अपने रिजर्व्स को कन्वर्ट कर रहा है बहुत सारी वर्ल्ड बैंक्स अपने रिजर्व्स को गोल्ड में कन्वर्ट कर रही है तो हर स्तर पे आपको बाइंग दिखेगी हर निचले स्तर जी सर ये जो अमेरिका ने रेसिप्रोकल टैक्स टेरिफ लगाया सोने चांदी की कीमतों पर या कमोडिटी मार्केट पर इसका कितना और कैसा असर पड़ रहा है देखिए ऐसा है कि टेरिफ लगाने से यूएस में हर एक चीज महंगी हो जाएगी.
महंगाई का स्तर ऊपर चला जाएगा उस वजह से फैट जो भाव इंटरेस्ट रेट जो कम कर निम्न हो जाएगी निल हो जाएगी तो उसमें कदाचित ऐसा भी हो कि फेड को पॉलिसी चेंज करके स्तर बढ़ाना भी पड़े इंटरेस्ट रेट का रेट्स बढ़ाना भी पड़े तो ऐसे में सोने को दबाव देखने को मिलेगा जी आपने वॉर सिनेरियो की बात की थी अ और वॉर सिनेरियो है अमेरिका का रेसिप्रो रेसिप्रोकल टैक्स टेरिफ है इन तमाम कंडीशंस में आशंका अनुमान ये लगाया जा रहा है कि एक ग्लोबल रिसेशन भी जो है वो देखने को मिल सकता है तो क्या वो भी एक बड़ी वजह है ये जो सोने चांदी के जो दाम है वो गिर रहे हैं अगर ग्लोबल रिसेशन में अगर यूएस चला गया या वर्ल्ड ओवर में इसका इफेक्ट दिखा तो उसमें काफी हलचल दिखेगी बुलियंस में उसका काफी असर पड़ेगा बुलियंस में जी जी सर अभी जैन साहब जो लोग हैं जैसा मैं लगातार कह रहा हूं कि लोगों में कंफ्यूजन है लोग एक्सपर्ट की राय जानना चाह रहे हैं कि बताइए भाई दो दिन में ऐसे हालात हैं आगे कैसा होगा तो मौजूदा स्थिति को देखते हुए क्या आप संदेश और अपनी राय और सलाह लोगों को देना चाहेंगे ताकि उनकी जो कंफ्यूजन है वो थोड़ा सा दूर हो सके देखिए बुलियंस में इन्वेस्ट करें घबराएं नहीं शेयर मार्केट जैसा नहीं होगा.
इसमें और हर निचले स्तर पे कुछ कुछ स्तर पे रखें जारी तो आपको लॉन्ग रन में बहुत अच्छा बेनिफिट मिलेगा इसमें जी भाई लोग ये भी कह रहे हैं कि अब क्या वो सेफ इन्वेस्टमेंट के तौर पर माने गोल्ड को सिल्वर को क्योंकि कई सवाल उनके ज़हन में खड़े हैं क्या वाकई उतना ही सेफ हेवन की तरह एक इन्वेस्टमेंट इसमें होगा देखिए इसमें गोल्ड का बहुत रन अप अच्छा रहा है पिछले साल के मुकाबले गोल्ड 40 टका ऊपर हो चुका है तो गोल्ड हायर रेट्स पे बाय करना मुनासिब नहीं है सिल्वर बहुत निचले स्तर पे है सिल्वर को कैच अप करना है अभी गोल्ड के मुकाबले सिल्वर इतना नहीं ऊपर आया है तो सिल्वर इज़ बेटर ऑफ देन गोल्ड कुछ हद तक चलिए ठीक है .
सर बहुत-बहुत शुक्रिया अनिल जैन साहब हमें समय देने के लिए तो फिलहाल ये जो स्थिति सोने और चांदी की कीमतों को लेकर है यह थोड़ी सी लोगों के मन में आशंका पैदा कर रही है लेकिन जैसा अनिल जैन साहब बता रहे थे कि अभी घबराने की जरूरत नहीं है तमाम स्थितियां लोगों के लिए अनुकूल होंगी लेकिन सवाल यह है कि जो अमेरिकी एजेंसी 38% की गिरावट का अनुमान लगा रही हैं उस अनुमान में कितना दम है और अगर ऐसा होता है तो फिर भारत के कमोडिटी मार्केट पर इसका कितना असर पड़ेगा.