सोहा अली खान ने खोले पुश्तैनी महल पटौदी पैलेस से जुड़े राज बड़ी बेगम शर्मीला रखती हैं महल के भारी भरकम खर्चे का हिसाब शाही खर्चा बचाने के लिए नवाब सैफ को भी करना पड़ता है जुगाड़ तो सोहा को भी महल के खर्चे में निभानी पड़ती है हिस्सेदारी 800 करोड़ के महल की दीवारों से लेकर कारपेट तक के पीछे छिपी है कई कहानी जी हां अपने के पीछे कई इंटरेस्टिंग सच छुपाए हुए हैं पटौदी के नवाब सैफ अली खान का पुश्तैनी महल यानी के पटौदी पैलेस जिसका खुलासा पहली बार हुआ है सैफ अली खान का पटौदी पैलेस कितना आलीशान है.
यह तो सभी जानते हैं करीब 00 कमरों वाले इस आलीशान पैलेस की गिनती दुनिया के सबसे खूबसूरत महलों में की जाती है यूं तो पटौदी पैलेस की झलक आपने कई बार फिल्मों से लेकर इंटरनेट पर मौजूद तस्वीरों तक में जरूर देखी होगी लेकिन अब इस पैलेस को लेकर ऐसे दिलचस्प किस्से सामने आए हैं जिनके बारे में आम लोगों को नहीं पता होगा और इन किस्सों का खुलासा किसी और ने नहीं बल्कि नवाब सैफ की छोटी बहन सोहा अली खान ने किया है सोहा ने एक इंटरव्यू में अपने इस पुश्तैनी महल से जुड़ी कई दिलचस्प बातें बताई हैं महल के बनने की वजह से लेकर उसके डेली खर्च तक का राज सोहा ने खोला है.
सोहा के मुताबिक महल के डेली खर्चे पर उनकी मां शर्मिला टैगोर पेनी नजर रखती हैं महल के खर्चे का साथ सारा हिसाब किताब शर्मिला के पास मौजूद होता है इतना ही नहीं महल में होने वाले खर्चे को बचाने के लिए नवाब सैफ वाइट पेंट की बजाय यहां महल की दीवारों पर वाइट वॉश यानी सफेदी करवाते हैं इस बारे में बात करते हुए सोहा ने कहा कि मेरी मां हिसाब किताब लेकर बैठती हैं वह डेली खर्चे से लेकर मंथली खर्चे तक के बारे में जानती हैं उदाहरण के लिए हम पटौदी पैलेस में सफेदी करवाते हैं इसे पेंट नहीं किया जाता क्योंकि यह बहुत महंगा है.
और हमने काफी समय से कुछ भी नया सामान महल के लिए नहीं खरीदा है यह उस जगह की वास्तु कला है जो सबसे अधिक आकर्षक है यहां मौजूद सामान नहीं अपने पुश्तैनी शाही महल से जुड़ा एक और इंटरेस्टिंग राज सोहा ने खोला है सोहा के मुताबिक उनके दादा इफ्तिखार अली खान पटौदी ने अपने होने वाले ससुर को इंप्रेस करने के लिए इस महल का निर्माण करवाया था लेकिन इस आलीशान महल को बनवाने के चक्कर में उनकी सारी जमा पूंजी खर्च हो गई थी सोहा ने बताया कि दादी भोपाल की बेगम थी और दादा पटौदी के नवाब थे दोनों एक दूसरे से प्यार करते थे लेकिन फिर भी कई सालों के बावजूद उन दोनों को शादी करने की इजाजत नहीं मिली थी.
यही परमिशन लेने के लिए यह आलीशान पैलेस बनवाया गया था दादा ने अपने ससुर को इंप्रेस करने के लिए ही यह पैलेस खड़ा किया था दरअसल दादी के जो पिता थे वो उनके दादा से थोड़े जलते थे लेकिन इसे बनवाने में उनके सारे पैसे खर्च हो गए थे इसलिए यदि आप पटौदी जाते हैं तो आप देखेंगे कि यहां बहुत सारे कालीन हैं उनके पास महल में संगमरमर लगवाने के लिए पैसे खत्म हो गए थे.
इसलिए कालीन के नीचे बहुत सारा सीमेंट पड़ा हुआ है इसके साथ ही सोहा ने यह खुलासा भी किया है कि जब पटौदी पैलेस को लीस पर दे दिया गया था तब उनके पेरेंट्स को यहां महल में रुकने के लिए जनरेटर रूम दिया गया था उस जनरेटर रूम को अलीशान टू बीएचके में कन्वर्ट कर दिया गया अब महल के इस हिस्से पर सोहा अली खान का हक है ऐसे में इस ट बीच के के मेंटेनेंस का खर्चा सोहा को देना पड़ता है.