आग में जल गई थी गोविंदा की बहन शादी के बाद फेफर में पानी भर गया अमृतसर का घर छोड़ना पड़ा मुंबई में दरदर भटकी बच्चों का स्कूल तक छूट गया पाई पाई को हो गई थी मोहताज गोविंदा ने भले ही फिल्मी दुनिया में खूब नाम कमाया बंगला शोहरत गाड़ी सब कुछ मिला उनको लेकिन उनकी बहन कामिनी खन्ना ने जिंदगी में बहुत को झेला बहुत इम्तिहान दिए उन्होंने कामिनी खन्ना गोविंदा की बहन होने के साथ-साथ शास्त्रीय संगीत गायिका निर्मला देवी और एक्टर अरुण आहुजा की बेटी हैं।
वहीं वह मशहूर टीवी एक्ट्रेस रागिनी खन्ना की मां भी हैं कामिनी खन्ना जब 18 साल की थी तब खाना बनाते वक्त उनका 70 फीदी शरीर जल गया था बीए फर्स्ट ईयर के एग्जाम से पहले उनके साथ यह हादसा हुआ था उन्होंने एक इंटरव्यू में उस हादसे का जिक्र कि किया था उन्होंने कहा था मम्मी म्यूजिक प्रोग्राम में जाती थी इसलिए खाना मैं बनाती थी उस दिन गैस सिलेंडर खत्म हो गया।
और मैं स्टोव में पूरियां तल रही थी पता नहीं कैसे बैलेंस बिगड़ा और पूरा तेल मेरे शरीर पर गिर गया हॉस्पिटल में मुझे 22 दिनों तक बिना कपड़ों के जाली में रखा गया एक बार जब मैं परिवार के साथ सत्यम शिवम सुंदरम फिल्म देखने गई थी तो लोग मुझे देखकर बुरी तरह से डर गए थे तब आज की तरह कॉस्मेटिक सर्जरी की सुविधा नहीं थी मेरी मां जले शरीर पर जर्मनी से क्रीम मंगवा कर लगाती थी नारियल का तेल भी लगाया मेडिटेशन और लंबे इलाज के बाद में ठीक हुई तो शादी करवा दी गई।
गोविंदा की बहन ने बताया कि ससुराल में बिल्कुल गांव की बहू की तरह उन्हें जीना पड़ा घूंघट रखने का रिवाज था चूल्हे पर खाना बनाना पड़ा गोविंदा की बहन ससुराल में बीमार रहने लगी उसी दौरान वो दो बच्चों की मां भी बनी बेटी रागिनी खन्ना के जन्म के बाद गोविंदा की बहन की जिंदगी बदली जब वह प्रेग्नेंट थी तो रोज नंगे पैर मां काली के मंदिर जाती और प्रार्थना करती कि होने वाली संतान को अच्छी किस्मत देना और देखिए कुछ हुआ भी ऐसा ही रागिनी ने भले ही फिल्मों में बहुत नाम नहीं कमाया।
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लेकिन टीवी की दुनिया में उन्होंने अच्छी पहचान बनाई आज उनके पास अपना घर गाड़ी बंगला दौलत सब कुछ है रागिनी की माने तो आज जो कुछ भी है वह अपनी बदौलत है मामा गोविंदा से उन्होंने कभी मदद नहीं ली बता दें 84 के दंगों के बाद रागिनी का पूरा परिवार अमृतसर से मुंबई आ गया था तब गोविंदा की बहन के परिवार के पास ना तो घर था और ना ही रोजगार करीब 6 महीने तक गोविंदा की बहन कामिनी बिस्तर पर रही उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था।
जब मैं अपने बच्चों को लेकर अमृतसर से मुंबई आई तब तक गोविंदा हीरो बन चुके थे मुंबई आकर पति फिल्म प्रोड्यूसर बने लेकिन उनका काम नहीं चला उन्हें बहुत नुकसान हुआ एक बार फिर हम आर्थिक तंगी झेलने को मजबूर हो गए उस परेशानी में मेरा दोबारा नर्वस ब्रेकडाउन हुआ फिर स्पॉन्डिलाइटिस अर्थराइटिस स्लिप डेस्क की तकलीफ बढ़ने लगी घर की स्थिति ऐसी हो गई कि कुछ समय के लिए बच्चों का स्कूल तक जाना बंद करना पड़ा इस बार हालत यह थी।
कि 6 महीने तक मुझे ग्लूकोज चढ़ाया गया घर की औरत अगर 6 महीने तक बिस्तर पर रहे तो उस घर की हालत कैसी होगी यह बताने की जरूरत नहीं तब मेरी एक उंगली तक नहीं हिलती थी बहन की सेहत और उनके घर की हालत बिगड़ी तब गोविंदा ने भी काफी मदद की थी उन्होंने अपनी बहन को अपना काम देखने की जिम्मेदारी सौंपी धीरे-धीरे एक्सरसाइज योग और मेडिटेशन के जरिए गोविंदा की बहन की जिंदगी बदली अब वह खुशहाल है साथ ही एक जानी मानी एस्ट्रोलॉजर भी है इसके अलावा वह गाने भी गाती हैं h