अभी कुछ ही दिन पहले जया बच्चन ने एक प्रेस मीट के दौरान अक्षयकुमार की फिल्म टॉयलेट एक प्रेम कथा औरपैडमैन का मजाक उड़ाते हुए कहा था कि यह कोई फिल्में हैं इनका नाम सुनके ही मैं इस तरह की फिल्में ना देखूं ना करूं कुछ इस तरह से जया बच्चन ने अक्षय कुमार की इन सुपरहिट फिल्मों का मजाक बनाया था जबकि येफिल्में एक सोशल मैसेज देती है और साथ ही सक्सेसफुल थी उसके बावजूद जया बच्चन ने इस तरह का कमेंट किया जो अक्षय कुमार के फैंस को कतई पसंद नहीं आया और अब जया बच्चन नेजब संसद में अपनी और अपनी पति की फिल्मोंके लिए स्पेशल डिमांड कर ली है तो लोगोंने अब जया बच्चन को ही ट्रोल करना शुरू करदिया है.
एक्चुअली आज संसद में जया बच्चनने डिमांड रखी है कि उनकी फिल्म शोले जोईयर 1975 में आई थी और सेम ईयर में फिल्मआई थी दीवार इन दोनों ही फिल्मों को रिलीजहुए इस साल 50 साल पूरे हो रहे हैं.
तो ऐसेमें सरकार से उन्होंने गुजारिश की है किइन फिल्मों की यादगिरी के रूप में इनफिल्मों के मोमेंटो के रूप में सरकारडार्क टिकट जारी करें ये दोनों ही फिल्मेंसक्सेसफुल थी जया बच्चन ने कहा कि शोले तो5 साल तक थिएटर्स में चली और आम आदमी केस्ट्रगल को दर्शाती है ये फिल्में इसीलिएइन फिल्मों को एक स्पेशल कैटेगरी में रखतेहुए इन फिल्मों के डार्क टिकट जारी किएजाए आई रिक्वेस्ट द गवर्नमेंट टू कंसीडरइशूंग कमेमोरेटिव स्टंप्स फॉर द 50thएनिवर्सरी ऑफ दीवार एंड शोले वैसे जयाबच्चन ने जो डिमांड की है वह बहुत खरी खरी डिमांड है और यह फिल्में डिजर्व करती है लेकिन जया बच्चन के पिछले बयान उनकी इसबात के आड़े आ गए और सोशल मीडिया पर लोगोंने जया बच्चन को ट्रोल करना शुरू कर दिया लोगों ने याद दिलाया कि कुछ दिनों पहले ही जया बच्चन ने संसद में स्पीच दी थी और कहा था कि सर सरकार तो सिनेमा को खत्म करना चाहती है और सिनेमा को मार देना चाहती हैसिनेमा के लिए सरकार ने किया ही क्या है और अब वही जया बच्चन उसी सरकार से उम्मीद लगा रही है और दूसरी तरफ अक्षय कुमार केफैंस ने भी जय बच्चन को आड़े हाथों लिया और कहा कि दो दिन पहले इन्होंने अक्षय की फिल्म का मजाक उड़ाया था.
और अब अपनी फिल्मों के लिए अपने पति की फिल्मों केलिए संसद में ये डिमांड कर रही है सोशल मीडिया पर लोग यह भी कह रहे हैं कि नोडाउट जया बच्चन की डिमांड ये फेयर डिमांडहै यह फिल्म डिजर्व करती है इस तरह कासम्मान लेकिन जया बच्चन का यह दोगला व्यवहार दूसरी फिल्मों को बुरा कहना औरअपनी फिल्मों को इतना मान दिलवाना वोलोगों को बुरा लगता है.