इंद्रेश उपाध्याय और बागेश्वर बाबा में कौन ज्यादा अमीर?

सनातन धर्म के प्रचारकों में इन दिनों दो युवा चेहरे सबसे ज्यादा पॉपुलर हैं। पंडित धीरेंद्र शास्त्री और इंद्रेश उपाध्याय दोनों ही सोशल मीडिया और युवाओं के बीच काफी पसंद किए जाते हैं।

एक अपने दरबार और सनातन यात्राओं को लेकर सुर्खियों में रहते हैं तो दूसरे अपनी मधुर कथा शैली के लिए जाने जाते हैं। हालांकि इनमें से एक इंद्रेश उपाध्याय की हाल ही में शादी हो चुकी है।

इन्होंने शिप्रा शर्मा के साथ सात फेरे लिए हैं। जिसकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हैं। दोनों इस वक्त शादी से चर्चा में बने हुए हैं। इंद्रेश उपाध्याय ने अपनी शादी ताज आमेर होटल जयपुर में की है। जिसमें तमाम बड़े-बड़े सेलिब्रिटीज शामिल हुए। धरेंद्र कृष्ण शास्त्री और इंद्रेश उपाध्याय के बीच गहरी दोस्ती है। लेकिन जब बात आती है संपत्ति यानी नेटवर्थ की तो सवाल उठता है इन दोनों कथावाचकों में से ज्यादा अमीर कौन है? एक कथा के लिए कौन कितनी फीस लेता है या फिर इनकी कथाएं निशुल्क होती हैं? आइए जानते हैं इन सवालों के जवाब। पंडित वीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जिन्हें बाबा बागेश्वर के नाम से जाना जाता है।

अब अपनी इनकम और नेटवर्थ के मामले में कई ज्यादा पारदर्शी हैं। उनकी इनकम का मेन सोर्स कथा वाचन के लिए मिलने वाला दान और भक्तों द्वारा बागेश्वर धाम में दिया गया चढ़ावा है। अलग-अलग मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वीरेंद्र शास्त्री की नेटवर्थ लगभग 1915 करोड़ से ₹20 करोड़ के बीच है।

रिपोर्ट्स में उनकी फीस 1 लाख से लेकर लाख हर कथा तक बताई जाती है। हालांकि कुछ बड़े दावों में ₹50 लाख प्रति कथा का खंडन भी किया गया है। धीरेंद्र शास्त्री के मुताबिक संस्थागत इनकम का इस्तेमाल सामाजिक कल्याण के कामों में किया जाता है जिसमें सामुदायिक रसोई यानी लंगर और कैंसर अस्पतालों की योजना शामिल है। धीरेंद्र शास्त्री साफ कर चुके हैं कि उनकी संस्था कोई व्यापार नहीं है और उनकी इनकम भक्तों के सपोर्ट पर निर्भर करती है। लेकिन सार्वजनिक रूप से अवेलेबल अनुमानित आंकड़े उन्हें करोड़पति की श्रेणी में ही रखते हैं। अब बात करते हैं इंद्रेश उपाध्याय की नेटवर्क।

इंद्रेश उपाध्याय वृंदावन के जाने-माने कथावाचक हैं। जिनकी सोशल मीडिया पर जबरदस्त फैन फॉलोइंग है। युवाओं के बीच उनकी लोकप्रियता का अंदाजा उनके YouTube और Instagram फॉलोअर्स से लगाया जा सकता है। कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय के नेटवर्थ के बारे में कोई पब्लिकली जानकारी अवेलेबल नहीं है। आध्यात्मिक गुरुओं या उनके जैसे पब्लिक लोगों की नेटवर्थ के बारे में जानकारी आमतौर पर नहीं दी जाती और ऐसा कोई भरोसेमंद सोर्स नहीं है जो यह जानकारी दें। कथावाचक कितनी फीस लेंगे, यह कई बातों पर निर्भर करता है। जैसे कथा कितने दिन चलेगी, यह कहां पर रखी गई है और आयोजक उन्हें क्या-क्या सुविधाएं दे रहे हैं। आमतौर पर प्रसिद्ध कथा वाचकों की फीस हजारों रुपयों से लेकर लाखों रुपयों तक हो सकती है।

अगर हम इंद्रेश उपाध्याय की बात करें तो ऑनलाइन जानकारी के हिसाब से उनके एक कथा सत्र का यानी एक सेशन का खर्चा हर जगह और इवेंट के हिसाब से 11 से लेकर 51,000 तक होता है। इतनी कम फीस रखने से छोटे समुदाय और कम बजट वाले आयोजकों को भी आसानी से आध्यात्मिक कार्यक्रम करवाने का मौका मिल जाता है। पब्लिकली जो डाटा और मीडिया रिपोर्ट्स अवेलेबल हैं उसके आधार पर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इंद्रेश उपाध्याय की तुलना में कहीं ज्यादा अमीर माने जाते हैं।

जहां धीरेंद्र शास्त्री की संपत्ति का अनुमान 20 करोड़ के आसपास बताया जाता है। वहीं इंद्रेश उपाध्याय की कथाएं फ्री होने की वजह से उनकी संपत्ति का कोई पब्लिकली रिकॉर्ड अवेलेबल नहीं है।

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