हम आपको तब्बू की जिंदगी के कुछ किस्से सुनाने जा रहे हैं जो शायद आपने सुने नहीं होंगे अभी पिछले चार नवंबर को 53 साल की हो गई है तब्बू और यह जो तब्बू है यह अपने पिता को बड़ा नापसंद करती हैं और एक बार मजाक में उन्होंने कहा था कि मैं अजय देवगन की वजह से सिंगल हूं और इनकी इच्छा यह है कि अगर शादी हुई मेरी कभी तो गुलजार साहब मेरा कन्यादान करें पहला किस्सा यह है कि पिता का नाम लगाना पसंद नहीं है तब वो एक हैदराबादी मुस्लिम परिवार से ताल्लुक रखती हैं बचपन में उन्हें पिता का प्या नसीब नहीं हुआ दरअसल जब वह 3 साल की थी.
तभी पेरेंट्स का तलाक हो गया इसके बाद तब्बू और उनकी बहन की पूरी जिम्मेदारी मां ने ही निभाई पति से अलग होने के बाद तब्बू की मां बतौर टीचर काम करती थी समी गरेवाल को दिए गए एक इंटरव्यू में तबू ने कहा था मेरे मन में पिता की बस धुंधली सी छवि है पिता क्या होते हैं उनका प्यार क्या होता है मैं इन चीजों से अनजान हूं मेरा उनके साथ कोई रिश्ता नहीं है इसी कारण मैं अपने नाम में पिता के नाम यानी हाश्मी को लगाना पसंद नहीं करती हूं दूसरा किस्सा है फिल्मों में आना नहीं चाहती थी लेकिन कुछ ऐसा हुआ कि फिल्मी दुनिया से इनके परिवार का परिचय था.
और शबाना आजमी इनकी बुआ लगती हैं इसी बारे में उन्होंने एक बार बताया था कि सिमी गवाल के इंटरव्यू में कि मुझे एक्टिंग की दुनिया लुभाती नहीं थी मेरा फोकस पढ़ाई पर था यहां तक कि मुझे फिल्में देखना तक पसंद नहीं था लेकिन किस्मत ऐसी बदली कि फिल्मों से ही रिश्ता जुड़ गया मैंने कई बार खुद को फिल्मों से दूर करने की कोशिश की लेकिन दूर कर नहीं पाई एक तीसरा किस्सा ऐसा है कि देवानंद ने अ बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट तब्बू के लिए रास्ता खोला था.
बॉलीवुड का उन्हें सबसे पहला ब्रेक देवानंद ने अपनी फिल्म में दिया फिल्मी इस फिल्मी ब्रेक के बारे में अनुपम खेर के शो में तब्बू ने कहा था कि बचपन में मैं एक बर्थडे पार्टी में गई थी जहां मेरी मां की दोस्त सुषमा आंटी भी मौजूद थी सुषमा आंटी देवानंद साहब की साली साहिबा थी उन्होंने मुझे उस बर्थडे पार्टी में देखा और वो जानती थी कि देव साहब एक चाइल्ड आट की तलाश में है तो जो मतलब उस फिल्म में उनकी बेटी का रोल कर सके इसके कुछ दिन बाद शबाना आंटी यानी शबाना आजमी उनके स्कूल में आई और उनसे कहा कि देव साहब के साथ एक फिल्म का ऑफर है.
जिसमें तुम्हें काम करना चाहिए मैं उस समय फिल्मों के बारे में बिल्कुल भी जानती नहीं थी जब शबाना आंटी ने मुझसे यह बात कही तो मैं काफी नर्वस हो गई मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था लेकिन मैं इसके लिए शबाना आंटी के कहने पर तैयार हो गई इसके बाद फिल्म के लिए मेरा स्क्रीन टेस्ट लिया गया और इस तरह मुझे एक फिल्म मिली नाम था हम नौजवान 1985 में आई थी और देव साहब की मैं इसमें बेटी बनी थी.
एक और किस्सा है इनका तीन लोगों के साथ इनका अफेयर रहा नाडियाडवाला से सगाई भी हो गई थी और तब्बू की पर्सनल लाइफ हमेशा चर्चा में रही है करियर की जब पहली फिल्म कर रही थी यह बतौर हीरोइन प्रेम तब संजय कपूर के साथ इनके लिंकअप की खबरें आई रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों काफी सीरियस रिलेशनशिप में आ गए थे हालांकि बाद में दोनों ने अलग-अलग रास्ता चुन लिया टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में संजय ने इस बात को कबूल किया था कि वह तब्बू के साथ रिलेशनशिप में थे.
इसके बाद तब्बू की जिंदगी में अगले शख्स आए डायरेक्टर प्रोड्यूसर साजिद नाडियाडवाला फिल्म जीत में साथ काम करने के दौरान तब्बू और साजिद रिलेशनशिप में आ गए थे दोनों ने सगाई तक कर ली थी हालांकि साजिद के मन में थोड़ी सी झिझक थी वह अपनी पत्नी और दिवंगत अभिनेत्री दिव्या भारती को आसानी से भुला नहीं पा रहे थे इसका ही असर रहा कि उनका और तब्बू का रिश्ता नया मोड़ लेने से पहले ही खत्म हो गया तब्बू से सगाई और रिलेशनशिप की बात को साजिद ने अ लहरें रेट्रो को एक इंटरव्यू दिया था उसमें उन्होंने खुद कंफर्म किया था इसके बाद जिस नए शख्स की एंट्री तब्बू की जिंदगी में हुई वह थे साउथ के सुपर स्टार अक्की नेनी नागार्जुन न्यूज़ 18 की रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों 10 साल तक रिलेशनशिप में थे.
एक छत के नीचे साथ में रहते थे तब्बू उनके साथ शादी करके सेटल होना चाहती थी हालांकि नागार्जुन अपनी पत्नी अमला को तलाक नहीं देना चाहते थे हालांकि तब्बू ने हमेशा पब्लिक डोमेन में नागार्जुन के साथ अपने अफेयर से इंकार किया एक बार कॉफी विद करण शो में तब्बू बतौर गेस्ट पहुंची थी यहां पर करण ने उनके साथ नागार्जुन के अफेयर पर सवाल किया था और यह भी पूछा था कि क्या वह नागार्जुन की वजह से हैदराबाद रहने गई थी इस पर तब्बू ने कहा कि ऐसा नहीं है मेरा भी वहां घर है मैं खुद हैदराबाद से हूं और हां वह नागार्जुन जो है.
वह मेरे सबसे करीबी लोगों में से एक हैं और उनके साथ मेरा रिश्ता काफी स्पेशल है नागार्जुन ने भी टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए के इंटरव्यू में तब्बू के साथ अपनी बॉन्डिंग पर बात की थी उन्होंने कहा था हां तबू मेरी बहुत अच्छी दोस्त है हमारी दोस्ती बहुत पुरानी है जब मैं 2122 साल का था उस वक्त वो 16 साल की होती थी हमारी दोस्ती के बारे में जो भी कहा जाए वह कम है मेरे पास उसके बारे में छिपाने के लिए तो कुछ नहीं है अ जब आप उनका नाम लेते हैं तो मेरा चेहरा चमक जाता है मेरे लिए खूबसूरत इंसान है वो बहुत खूबसूरत दोस्त हैं.
मेरी अच्छी यादें हैं उनके साथ नागार्जुन की पत्नी अमला खुद इस बात का जिक्र कर चुकी है कि वह और उनका पूरा परिवार तब्बू के साथ स्पेशल बॉन्ड शेयर करता है तब्बू जब भी हैदराबाद आती हैं तो उनके घर पर ही रुकती हैं एक और किस्सा आपको सुनाऊंगा पांचवा किस्सा है यह कि किसकी वजह से जैकी और तब्बू ने साथ में काम नहीं किया जी हां जैकी श्रॉफ और तब्बू को किसी भी फिल्म में साथ में काम करते नहीं देखा गया दोनों के इस फैसले का तार एक हाउस पार्टी से जुड़ा है यह बात 1986 की है जब जैकी तब्बू की बड़ी बहन फरहा नाज के साथ फिल्म दिलजला में काम कर रहे थे.
फिल्म में तनुजा और डनी डेंजो कपा भी थे उड़ीसा पोस्ट टाइम्स ऑफ इंडिया और मनी कंट्रोल की रिपोर्ट बताती है कि फिल्म की क्रू मॉरिशस में शूट कर रही थी उस समय बहन के साथ फरहा नाज के साथ तब्बू भी मौजूद थी और शूटिंग के बीच में डैनी ने एक रोज एक हाउस पार्टी ऑर्गेनाइज की फिल्म की पूरी स्टार कास्ट को इसमें इनवाइट किया गया बहन के साथ तब्बू भी इस पार्टी का हिस्सा बनी तभी अचानक नशे में दुत जैकी ने तब्बू को किस करने की कोशिश की मामला बहुत बढ़ गया डेनी जैकी को खींच करर कमरे में ले गए भले ही डेनी ने उस रात उस स्थिति को संभाल लिया.
लेकिन अगली सुबह से ही तब्बू की बहन फरा नाज ने हंगामा खड़ा कर दिया वह मीडिया के पास गई और बीती रात का किस्सा सबको बता दिया उन्होंने कहा कि जैकी ने तब्बू के साथ बदतमीजी करने की कोशिश की थी पूरे विवाद के दौरान तब्बू चुपचाप खड़ी रही मामला बढ़ जाने के कुछ समय के बाद फरहा ने मीडिया में जवाब दिया कि यह सब सिर्फ गलतफहमी थी हालांकि इसके बाद तब्बू ने कभी भी जैकी श्रॉफ के साथ काम नहीं किया एक और किस्सा है काले हिरण के मामले में सलमान के साथ तब्बू का नाम भी सामने आया था बाद में वह बरी हो गई बात है.
सितंबर 1998 की फिल्म हम साथ-साथ हैं कि शूटिंग के लिए सलमान सैफ तब्बू नीलम सोनाली बेंद्र यह सारे सेलिब्रिटीज राजस्थान के कांकड़ गांव गए थे वहां पर सभी पर दो चिंकारा और तीन काले हिरणों को शिकार करने का आरोप लगा 2 अक्टूबर 1998 को विश्नोई समुदाय ने सलमान खान और उनके को एक्टर्स के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई इसके बाद 12 अक्टूबर 1998 को सलमान खान को गिरफ्तार किया गया और उन्हें जमानत पर रिहा किया गया वहीं इस मामले में गांव वालों ने गवाही भी दी गांव वालों का कहना था.
कि वह बंदूक की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे थे और शिकार सलमान ने किया था जबकि सैफ तब्बू नीलम और सोनाली जीप में थे इन लोगों ने ही सलमान को उकसाया था गांव वालों के डर से सभी सेलिब्रिटीज भाग गए थे हालांकि कुछ समय के बाद सैफ तब्बू नीलम और सोनाली को इस केस से बरी कर दिया गया इन लोगों के खिलाफ कोई सबूत नहीं था वहीं सलमान का किस्सा तो आप जानते ही हैं कि वह जमानत पर रिहा है.
दोस्तों बॉलीवुड में ऐसे कई सारे किस्से हैं जिनके बारे में बहुत कम बात होती है और मेरी कोशिश होती है कि मैं इन सारे किस्सों के बारे में आपके सामने बात करता रहूं आई एम श्यर आपके पास भी कुछ सुझाव होंगे और आप भी मुझे बहुत कुछ बताना चाहते होंगे बहुत सारे नाम आप सजेस्ट करना चाहते होंगे कि किन नामों के किस्से आप सुनना चाहते हैं तो प्लीज खुलकर लिखिए नीचे कमेंट सेक्शन है वहां आप अपनी बात लिख सकते हैं जब भी आप मेरा कोई वीडियो देखते हैं उससे जुड़ा कोई सुझाव है कोई शिकायत है या कोई कंप्लीमेंट है आप देना चाहते हैं.
उसको जरूर लिखिए जब तक आप लिखेंगे नहीं हम तक यह संदेश नहीं पहुंचेगा कि आपको यह वीडियो कैसा लगा क्या हमें ऐसे वीडियो और बनाने हैं या ऐसे वीडियोस नहीं बनाने हैं यह सारी बातें जिन पर आपको ध्यान देने की जरूरत है साथ ही आपसे एक छोटी सी रिक्वेस्ट आप चाहे जिस भी शहर से आते हो वहां कोई ना कोई अनाथालय जरूर होगा वृद्धाश्रम होगा या कोई ऐसा ठिकाना होगा जहां पर अंडर प्रिविलेज लोग रहते होंगे जिनके पास उतनी सुख सुविधा नहीं है जिनके पास उतना पैसा नहीं है अपनी कमाई का एक हिस्सा आप वहां जरूर दान करें.
उस पैसे से आप उनके लिए खाने पीने का सामान लेकर जा सकते हैं उनकी रोजमर्रा की जरूरत का सामान लेकर जा सकते हैं साबुन तेल मंजन कुछ भी लेकर जा सकते हैं थोड़ी मदद कीजिए हमारे देश में कहा जाता है ना वसुदेव कुटुंबकम पूरी दुनिया ही हमारा परिवार है तो अगर परिवार का कुछ हिस्सा ऐसा है जिनके पास चीजें नहीं है तो क्यों ना हम अपनी तरफ से हाथ बढ़ाएं और कमाई का एक हिस्सा जिसे निकालने में कोई तकलीफ ना हो हम तक जरूर पहुंचाए यकीन मानिए ऐसा करके आपको दिली शांति जरूर मिलेगी.