हाई स्पीड इंटरनेट के लिए वाईफाई का इस्तेमाल करना बेहद आम बात हो चुकी है। हम सबके घरों में राउटर वाले वाई-फाई लगे होते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं? क्या आपको पता है कि इसी राउटर से जासूस भी बैठा हुआ है। इसी राउटर में दरअसल एक बैठा हुआ है। जासूस जो आपके घर के अंदर की गतिविधियों को यानी जो जो एक्टिविटीज आप कर रहे हैं वो सब देख रहा है। पूरा खुलासा इस रिपोर्ट के जरिए हम आपको बताने वाले हैं। आपके घर में लगे वाईफाई राउटर बन गया जासूस। रूम में कितने लोग वाई-फाई राउटर बता देगा।
घर-घर में लगे वाई-फाई राउटर से सिर्फ हाई स्पीच इंटरनेट नहीं मिलते बल्कि ये जासूसी भी करते हैं। आपके घर में कितने लोग हैं, क्या-क्या बात कर रहे हैं, सब कुछ राउटर में कैद हो रहा है। और कोई देख सुन रहा है। हैरान कर देने वाला यह खुलासा हुआ है। इंटरेस्टिंग इंजीनियरिंग की रिपोर्ट बताती है कि जर्मनी के किट के वैज्ञानिकों ने एक वाईफाई से लोगों का पता लगाने की तकनीक खोजी है। वैज्ञानिकों का कहना है कि वाईफाई सिग्नल की मदद से किसी भी इंसान की मौजूदगी और हलचल को कैमरे की तरह देखा जा सकता है।
खास बात यह है कि इसके लिए आपको फोन या कोई दूसरा डिवाइस रखने की जरूरत नहीं है। अगर आपके आसपास कोई भी वाईफाईराउटर चालू है तो वह भी इस काम को कर सकता है। आपके घर के अंदर वाई-फाई लगा हुआ है और आप उस मोबाइल का इस्तेमाल या घर में रखे डेस्कटॉप का इस्तेमाल या फिर अपने लैपटॉप का इस्तेमाल उस वाई-फाई से करते हैं और आप अपने आप को बहुत सेफ समझते हैं। बल्कि ऐसा नहीं है। एक रिसर्च रिपोर्ट जो है वह सामने आई है जिसमें यह बताया गया है कि दरअसल आपके घर के अंदर एक जासूस बैठा हुआ है।
अब वो जासूस कौन है? जासूस है वाईफाई जिसके द्वारा चलता है वो राउटर। राउटर दरअसल एक रिसर्च रिपोर्ट पर सामने आया है कि वो घर के अंदर तरंगों से आपकी आकृति बना सकता है। आपके अंदर की मौजूदगी कितनी ही लोगों की है वो बता सकता है और वो चुपचाप बैठकर के आपको इंटरनेट तो दे रहा है लेकिन उसके अलावा जासूसी भी कर रहा है। यह एक तरह का डिवाइस है। इस डिवाइस को आप पहले गौर से देखिए।
आजकल अलग-अलग तरह के राउटर्स जो हैं वह मार्केट में आने लगे हैं। यह कुछ अलग तरह का राउटर आपको देखने को मिलेगा। पहले एंटीने वाले राउटर आपको देखने को मिलते थे। लेकिन यह राउटर है। अब इस राउटर को आप अपने घर के अंदर बड़े आराम से एक जगह फिक्स कर देते हैं और उससे वाईफाई का इस्तेमाल करते हैं।
लेकिन इस राउटर के बारे में जो रिसर्च रिपोर्ट सामने आई है उसमें यह पता चला है कि यह राउटर ना सिर्फ आपको इंटरनेट प्रोवाइड करता है बल्कि आपके घर की जासूसी भी कर सकता है। राउटर जब ऑपरेशनल मोड में होता है तब यह डाटा कलेक्टर बन जाता है। कैसे? इसके लिए यह रिपोर्ट देखिए। सबसे पहले साक्षर यह समझना चाहूंगा कि इस राउटर में ऐसा क्या है कि यह आपके घर की जासूसी कर सकता है। आपकी मौजूदगी बता सकता है। देखिए आपने राउटर के बारे में बात की है। मैं इसको लेना जाना चाहूंगा। इंटरनेट ऑफ थिंग्स एक चीज का नाम है। यानी कि जब चीजों में इंटरनेट आ जाता है। आज आप देखते हैं सिर्फ राउटर ही क्यों? टीवी में, आपके फ्रिज में सब लोग स्मार्ट हो गए हैं।
लेकिन आप एक बात याद रखिए जिस चीज में भी इंटरनेट है वहां कहीं ना कहीं हिडन डेंजर्स है। मैं अगर राउटर की बात करूं कैसे काम करता है ये? हम् यह अलग-अलग तरंगे छोड़ते हैं। एक रेडियो वेव की तरह काम करता है। जब यह छोड़ता है आसपास इसके जो भी फिजिकल ऑब्जेक्ट यानी कि कोई इंसान हो, कोई कुर्सी हो, टेबल हो वो पकड़ के वापस ले आता है। यानी कि क्या है? ये आपका डेटा सेंस कर रहा है। आसपास ये पता लगा रहा है। हो क्या रहा है? इन्होंने जासूस शब्द यूज़ किया है और सिर्फ राउटर ही क्यों? मैं और भी आप कितनी सारी चीजें हैं आजकल आप Alexa वगैरह देखते हैं। एलेक्स का क्या काम है?
आपको लगता है आप उसको कमांड देते हैं। वो आपकी बात सुनता है। नहीं। ऐसे कितने सारे केसेस देखे गए हैं जहां कमरों में ड्राइंग रूम में एलेक्स पड़ा हुआ है। ऑन भी शायद नहीं है और वो सारा का सारा डाटा नोट कर रहा है। उसके आसपास क्या हो रहा है। लेकिन मुद्दा भी आता है कि अगर आपका जो पर्सनल डाटा आप बेडरूम में अगर राउटर लगा रहे हैं कहीं और बैठे हुए हैं। बिना आपकी जानकारी के आपका पर्सनल डाटा लिया जा रहा है।
24 घंटे आप पे एक तरीके की मॉनिटरिंग हो रही है। तो सवाल ये उठता है कि ये डाटा कहां जा रहा है? किसके हाथों में जा रहा है? और सबसे बड़ी बात जिसके भी हाथ में जा रहा है कंपनीज़ कितनी जिम्मेदार हैं और कल को अगर इस डाटा का कहीं भी मिसयूज हो जाता है तब कौन जिम्मेदारी लेगा। रोकना बहुत मुश्किल है क्योंकि अब आजकल हम लोग घिरे हुए हैं टेक्नोलॉजी से। अब मोबाइल फोन है, स्मार्ट टीवी, स्मार्ट एसी ना जाने क्या-क्या और ये चीजें बढ़ती रहेंगी।
इनफैक्ट पीछे हाल ही में एक केस देखा था जहां स्मार्ट वॉच में स्मार्ट वॉच सारा आपका डाटा नोट कर रहा था और वो किसी मैटर में इस्तेमाल हुआ भी। तो अगर आप मुझसे पूछ रहे हैं रोका कैसे जाए? तो जवाब है रोक तो नहीं सकते लेकिन जागरूकता फैलानी बहुत जरूरी है कि कल को आप कुछ भी करें देखिए वो आपके हाथ में है लेकिन आपको इतना जरूर पता होना चाहिए कि मैं जो भी कह रहा हूं कर रहा हूं वो सारा का सारा डाटा कहीं जा रहा है।
प्राइवेट जैसी चीज अब नहीं रही। आप तभी प्राइवेट और सुरक्षित महसूस कर सकते हैं जब आप ऐसे किसी कमरे में हो जहां टेक्नोलॉजी का कोई भी डिवाइस मौजूद ना हो। यह तकनीक रेडियो तरंगों का इस्तेमाल करती है। जैसे कैमरा रोशनी से तस्वीर बनाता है, वैसे ही रेडियो तरंगों से इंसान और उसके आसपास की चीजों को तस्वीर बना लेती है। खास बात यह है कि इसके लिए आपको फोन या कोई दूसरा डिवाइस रखने की जरूरत नहीं है। अगर आपके घर में राउटर 24 घंटे ऑन है तो आपकी पूरी गतिविधियों को वो रिकॉर्ड कर रहा है। बचना कैसे है? बचना इसी तरीके से है कि जो विशेषज्ञ लोग बताते हैं कि राउटर को इतनी दूरी पर रखें जिससे आपका अपना सेहत का भी ख्याल रखें और दूसरा यह कि उससे दूरी जितनी बनेगी उतना बेहतर है। मुझे लगता है कि थोड़ी सी दूरी अगर रखा जाए तो मेरे बचा जा सकता है। बिल्कुल बचा जा सकता है और ये तो जैसा कि आपने भी कहा हेल्थ कंसर्न्स भी उतने हैं। आप पास रखेंगे तो तरंगे तो छोड़ता ही है।
तो कहीं ना कहीं आप अपनी हेल्थ का भी बचाव कर सकते हैं। और दूसरा आप जो पर्सनल डाटा है आपका उसका दुरुपयोग होने से बचा सकते हैं। बिल्कुल बचा सकते हैं। तो इस तरह के राउटर्स जो है मार्केट में मौजूद जरूर हैं लेकिन यह रिसर्च रिपोर्ट जो सामने आई जर्मनी से उसने यह चौंका दिया है कि क्या यह राउटर हमारे लिए जासूसी का काम कर रहे हैं? क्या हम अब घर के अंदर भी सुरक्षित नहीं है।
आपको इसके लिए सजग रहना होगा। किसी भी तरह का डिवाइस आप अपने घर में इंस्टॉल करते हैं और उसमें इंटरनेट चलाते हैं तो वो खतरे की घंटी शुरू कर देता है। इसलिए सावधानी बहुत ज्यादा जरूरी है। वीडियो जलिस्ट जैनेंद्र के साथ सैयद आमिर हुसैन न्यूज़ नेशन दिलीप। मुझे यकीन है कि अभी आपने खुद में ही चर्चे भी शुरू कर दिए होंगे कि ये वाईफाई तो हमारे घर पे भी है। क्या ऐसा हो रहा है? लेकिन हमारा काम आपको सावधान करना है, सचेत करना है।
सिर्फ इतनी ही नहीं और भी बहुत सारी बातें जो आपके लिए जाननी बहुत जरूरी हो जाती है। क्योंकि जितना ज्यादा हम तकनीक में रचते और बसते जा रहे हैं ना उतनी हमारी प्राइवेसी को खतरा होता जा रहा है। और खतरा सिर्फ डाटा चोरी या प्राइवेसी उल्लंघन का नहीं है बल्कि हमारी आपकी सेहत पर भी इसका असर पड़ रहा है। यानी हमारी हेल्थ पे क्योंकि हेल्थ इज वेल्थ। इसलिए ये जानकारी आप तक होनी चाहिए कि क्या 24 घंटे लगातार वाईफाई चलाना सुरक्षित है? सेफ है। अमूमन हर घर में ऐसा ही होता है। लगातार वाई-फाई ज़ोन में रहने से सेहत को नुकसान होता है।
यह बीमार आपको कर सकता है। राउटर इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड इमिट करते हैं। इसलिए वाई-फाई राउटर को रात में बंद कर देना ही सही होता है। हमेशा संपर्क में रहने से नींद की समस्या हो सकती है। बच्चों के सीखने की क्षमता पर भी इसका असर पड़ सकता है। इसलिए वाई-फाई का इस्तेमाल कीजिए। बिल्कुल कीजिए क्योंकि यह जरूरी है। तकनीक का हिस्सा है।
