फिल्म मेकर विक्रम भट्ट और उनकी पत्नी श्वेतांबरी भट्ट पर 30 करोड़ के फ्रॉड के जुर्म में एफआईआर दर्ज की गई है। यह एफआईआर दर्ज करवाई है उदयपुर के बिजनेस टकून डॉक्टर अजय मूडिया ने।
डॉ. अजय मूडिया ने अपनी कंप्लेंट में बताया कि उदयपुर और मुंबई में काम करने वाले दिनेश कटारिया से उनकी मुलाकात हुई।
दिनेश कटारिया ने डॉक्टर अजय मूडिया को इंसिस्ट किया कि उन्हें अपनी डिसीज्ड वाइफ की लाइफ पर एक फिल्म बनानी चाहिए। इससे उनकी आईडियोलॉजी और उनके कामों के बारे में लोगों को पता चलेगा। साथ ही फिल्म से मुनाफा भी होगा। इसी के चलते दिनेश कटारिया ने डॉ. अजय मूडिया को 25 अप्रैल 2024 को मुंबई के वृंदावन स्टूडियो में फिल्म मेकर विक्रम भट्ट से मुलाकात करवाई।
जहां पर यह तय हुआ कि विक्रम भट्ट फिल्म का प्रोडक्शन देखेंगे और डॉ. अजय मूडिया फिल्म को फाइनेंस करेंगे। बातों ही बातों में विक्रम भट्ट ने अजय मूडिया से कहा कि आप और भी फिल्में बना सकते हैं और जितनी ज्यादा फिल्में बनाएंगे आपको उतना ही ज्यादा मुनाफा मिलेगा। इसी बीच यह तय हुआ कि दो फिल्में बनाई जाएगी।
एक फिल्म तो उनकी वाइफ की बायोपिक होगी और दूसरी फिल्म एक पीरियडिक फिल्म होगी जिसका नाम होगा महाराणा रण। ये दोनों ही फिल्में विक्रम भट्ट बना रहे थे। ₹40 करोड़ में यह दोनों ही फिल्में बननी तय हुई थी। इसी बीच विक्रम भट्ट और उनकी बीवी श्वेतांबरी उदयपुर पहुंचे।
जहां पर उन्होंने बिजनेस टकून अजय मूडिया से मुलाकात की और उन्हें कहा कि आप 40 करोड़ तो दे ही रहे हैं। 7 करोड़ और फाइनेंस कर दीजिए। मैं आपके लिए चार फिल्में बनाऊंगा और इन फिल्मों से 200 करोड़ का कम से कम मुनाफा तो होगा ही। विक्रम भट्ट ने डॉक्टर मुंडिया को बताया कि मेरी एक कंपनी है वीएसपी एलएलबी जिसमें मेरी पत्नी और मेरी बेटी जो है पार्टनर है आप इसी में सारा पैसा डालें। विक्रम भट्ट ने कहा कि फिल्में सारी मैं बनाऊंगा आप बस पैसा इस अकाउंट में डालते रहें।
विक्रम भट्ट ने जब-जब पैसे मांगे डॉक्टर मूडिया ने तब-तब वह पैसा डाला। इसी बीच दो फिल्में बनकर तैयार हुई और जब बजट देखा गया तो पता चला कि 42 करोड़ से ज्यादा रुपए डॉक्टर मूडिया विक्रम भट्ट की कंपनी को भेज चुके हैं। उन्होंने 47 करोड़ में चार फिल्में बनाना तय किया था। जबकि दो फिल्मों के लिए ही 42 करोड़ वो ऑलरेडी दे चुके हैं।
विक्रम भट्ट ने बाकी दो फिल्में जिनके लिए प्रॉमिस किया था वह फिल्में भी नहीं बनाई। और तो और डॉक्टर अजय मुंडिया ने अपनी कंप्लेंट में यह भी कहा है कि विक्रम भट्ट ने उनके साथ फ्रॉड करने की कोशिश की। कम बिल को बढ़ा चढ़ा कर दिखाया गया। कई फर्जी नाम से बिल दिखाए गए। ओवरप्राइड बिल्स दिखाए गए।
जो खर्चे नहीं भी हुए उनके भी फर्जी बिल पेश करके उनसे पैसा हचने की कोशिशें की गई। इधर विक्रम भट्ट की बात करें तो इस खबर के फैलने के बाद उन्होंने रिएक्ट करते हुए कहा है कि यह जो आरोप है यह सरासर झूठे हैं। उदयपुर पुलिस को गुमराह किया गया है। गलत कहानी बताई गई है। अगर कोई पेपर्स मैंने साइन किए हैं। मैंने यह वादा किया है तो वह पेपर्स पेश किए जाए।
इधर बिजनेस टकून अजय मूडिया ने कहा है कि उनके पास एक-एक चीज का डॉक्यूमेंट है। एक-एक चीज का सबूत है। वक्त आने पर वो एक-एक सबूत पेश करेंगे कि कैसे उनके साथ यह धोखा किया गया है। वेल, इस डिस्प्यूट की सच्चाई तो पुलिस ही तय करेगी।
लेकिन एक चीज जरूर समझ में आती है कि हर बार जब कोई नया प्रोड्यूसर इस फिल्म इंडस्ट्री में पैसा लगाने के लिए आता है अगर उसके साथ इनिशियल स्टेज पर ही ऐसा हो जाता है तो फिर नए लोग फिल्म इंडस्ट्री में आने से डरते हैं और यही वजह है कि आज फिल्म इंडस्ट्री वालों के पास फाइनेंसर नहीं है डायरेक्टर्स राइटर्स अपनी कहानियां लेकर घूम रहे हैं लेकिन पैसा लगाने वाले लोग ही नहीं रहें।
