कहते हैं जब ऊपर वाला देता है तो छप्पर फाड़ कर देता है। कुछ-कुछ ऐसा ही अबू धाबी में रहने वाले भारतीय नागरिक अनिल कुमार के साथ हुआ है जो रातोंरात अरबपतियों की लिस्ट में शामिल हो गए। एक लॉटरी टिकट ने उनकी ऐसी किस्मत बदली जिस पर उन्हें खुद भी यकीन नहीं हो रहा है। अनिल कुमार की एक दो लाख की नहीं बल्कि पूरे ₹40 करोड़ की लॉटरी लगी है।
यह रकम इतनी बड़ी है कि अगर वह इसमें से हर महीने ₹1 लाख भी खर्च करें तो भी इसे पूरा खर्च करने में 200 वर्ष लगेंगे। ₹240 करोड़ की लॉटरी ने अनिल कुमार की किस्मत हमेशा के लिए बदल दी है। उन्होंने महज ₹1100 में मिलने वाली लॉटरी की 12 टिकट खरीदी थी।
उन्हें उम्मीद थी कि वह छोटा-मोटा इनाम जीत जाएंगे। लेकिन उनकी किस्मत में जैकपॉट लिखा था। इसे जीतने वाले अनिल पिछले कुछ वर्षों में यूएई में रह रहे हैं। उन्होंने 18 अक्टूबर को मां के जन्मदिन के नंबर से लॉटरी टिकट खरीदा। जब लकी ड्रॉ निकला तो वह इसके सबसे बड़े विजेता बने।
100 मिलियन दरहम का जैकपॉट लगा। भारतीय रुपयों में यह रकम पूरे ₹240 करोड़ है। यह यूएई का अब तक का सबसे बड़ा लॉटरी का इनाम है। लॉटरी के इनाम में जीती ये पूरी रकम उन्हें मिली है। क्योंकि यूएई में लॉटरी से हुई कमाई पर कोई टैक्स नहीं है। लेकिन अगर ऐसा भारत में हुआ होता तो उन्हें अच्छा खासा टैक्स भी जमा करना पड़ता।
भारत में लॉटरी पुरस्कारों पर 30% की दर से टैक्स लगता है। इसके बाद कर राशि पर 15% सरचार्ज देना होता है। जिसके बाद 4% हेल्थ और एजुकेशन सेस भी देना पड़ता है। इसका मतलब यह है कि अगर कोई व्यक्ति भारत में ₹240 करोड़ जीतता तो उसे कुल 86 करोड़ से अधिक टैक्स चुकाना पड़ता। जिसके बाद उसे करीब 154 करोड़ करोड़ों की लॉटरी जीतने वाले अनिल कुमार क्या कुछ कह रहे हैं
