सलमान खान तो इस देश के लिए ₹2 भी ना दें। ये प्राणों की आहुति क्या देंगे? वो सिर्फ अपने छपरियों को कैटर करते हैं और अपनी इमेज को कैटर करते हैं। वो अपनी छवि बना के रखना चाहते हैं कि वो बड़े ही है और दबंग हैं और ना एक्शन स्टार हैं। पर जैसे ही फिल्म चल गई सलमान ने पूरी फीस ली अपनी बल्कि बढ़ा के ली।
फिर पहले भी कहां लॉरेंस बिश्नोई थोड़ी आया था गोली मारने। इतना उसका भाई आया था। वो तो अज्ञात हमलावरों ने एक आध गोली इसके घर पर चलाई थी। ऐसे ही पब्लिक ड्रगी वुड थोड़ी बोलती है बॉलीवुड को। जब निजी रूप से तहकीकात शुरू की तो पता चला कि ये एक परिवार मेरे पीछे पड़ा हुआ है। ये हैं.
ये इब्राहिम के लोग हैं। हां ये के लोग हैं। ये लव जिहाद के पोस्टर बॉय ना बन जाए। सलीम खान। मेरे पहले पॉडकास्ट के बाद विकपीडिया से तमाम इंटरनेट की अ वेबसाइट से सलमा खान जी का नाम बदल के वापस सुशीला चरक कर दिया। ये ना अपनी छवि बनाने के लिए कुछ भी किसी भी हद तक जाएंगे। ये सबसे गिरी हुई कौम है सुपरस्टार्स की और ये गिरे ही रहेंगे।
सलमान वो सुपरस्टार है जो हर तरह की ऑडियंस को कैटर करते हैं। वो कमर्शियल फिल्में भी करते हैं। वो टीवी पर भी काम करते हैं और वो अब पेट्रियोटिक फिल्म में काम कर रहे हैं। मतलब टाइम पर वो हर तरह को की फिल्में करते हैं। हर तरह की ऑडियंस को प्रेफरेंस देते हैं। नहीं इंटेलिजेंट लोगों को वो केटर नहीं करते और इंटेलिजेंट लोग उससे कोई उम्मीद भी नहीं रखते। वो सिर्फ अपने छपरियों को कैटर करते हैं और अपनी इमेज को कैटर करते हैं। वो अपनी छवि बना के रखना चाहते हैं कि वह बड़े ही है और दबंग हैं और ना एक्शन स्टार हैं। तो उस तरह की फिल्में करते हैं। हाल की दो-तीन फिल्में इन्होंने अपनी चैरिटेबल छवि को एनकरेज करने के लिए की। और बाकी अपने छपरी फैंस को कैटर करते हैं और कुछ नहीं।
तो बैटल ऑफ गलवान वो कर रहे हैं तो वह आपको लगता है छपरियों के लिए कर रहे हैं? बैटल ऑफ गलवान कर रहे हैं। हां, अनाउंसमेंट दिया है। अभी फिल्म कंप्लीट नहीं हुई है। अभी फिल्म रिलीज नहीं हुई है। आने दीजिए और मैं तो पिछले आपके पडकास्ट में बन चुका हूं। ये फिल्म बननी नहीं चाहिए। क्योंकि यह एक सत्य कथा पे आधारित है और वास्तविक कैरेक्टर्स के ऊपर आधारित है। जिन्होंने बलिदान दिया है इस देश के लिए। अपने प्राणों की आहुति दी है। तो सलमान खान तो इस देश के लिए ₹2 भी ना दें।
यह प्राणों की आहुति क्या देंगे? तो यह सिर्फ एनकश करने की अपने राष्ट्रभक्त होने की छवि को बढ़ावा देने के लिए बनाने के लिए कि आजकल क्या है? जिसकी इमेज खराब हो ना वो एक नेशनलिस्टिक फिल्म कर लेता है। तो नेशनलिस्टिक फिल्म करने का होड़ हो गया है। पर उससे होता कुछ नहीं है। मुझे तो नहीं लगता ये फिल्म रिलीज भी होगी या बन नहीं पाएगी कंप्लीट। अभी तो इन्वेस्टर इन इनकी फिल्मों में कोई पैसा भी नहीं लगा रहा। ये कैसे कंप्लीट करेंगे ये फिल्म और कैसे रिलीज होने दीजिए। इस पे भी कमेंट करूंगा। आपने सिकंदर के लिए रिव्यु लिखा था अपने फेसबुक पर।
हम बैटल ऑफ गलवान के लिए किस तरह का रिव्यु आएगा? जिस तरह की फिल्म लगेगी मुझे। अगर अच्छी लगी तो आप अच्छा लिखेंगे। नहीं लगेगी मुझे मालूम है। मुझे तो ये पूर्ण विश्वास है कि ये फिल्म बनेगी ही नहीं। क्योंकि मुझे मालूम है इन लोगों ये लोग सोचते कैसे हैं? यह फिल्म बनाने का मकसद क्या है? इसका राष्ट्रवाद से कोई लेना देना नहीं है। राष्ट्र से कोई लेना देना नहीं है। या कर्नल संतोष बाबू को श्रद्धांजलि देने का कोई मकसद नहीं है। इनका मकसद है अपनी छवि ठीक करना। क्योंकि यह जो और गद्दार और वाली छवि है इनकी उसको लीपापोती करके एक राष्ट्रभक्त की छवि का चोगा ओढ़ने का एक्टर हैं। एक्टर लोग यही करते हैं। मैंने देखा था आपका पिछला पडकास्ट सुनील दर्शन जी के साथ। कई बार में उन्होंने बोला कि एक्टर लोग हैं। एक्टर कुछ भी कर सकते हैं। ये ना अपनी छवि बनाने के लिए कुछ भी किसी भी हद तक जाएंगे। यह सबसे गिरी हुई कौम है सुपरस्टार्स की और यह गिरे ही रहेंगे।
इनकी असलियत हम जानते हैं। तो पब्लिक जो सोचती है पब्लिक क्या है वो भोली है। वो तो पर्दे पे देख के उसको लगता है यही सत्य है। ये सब सत्य नहीं है। कई बार होता है एक्टर्स जब इस तरह की फिल्में होती है इमोशनल जिससे इंडियन ऑडियंस के इमोशंस जुड़े तो एक्टर्स अपनी फीस भी कम करते हैं। अगर सलमान अपनी फीस कम कर देंगे तो क्या तब भी आप कहेंगे सलमान ने यह फिल्म पैसों के लिए की? नहीं यह गलतफहमी है लोगों को कि एक्टर्स फिल्म के इमोशन के लिए फीस कम करते हैं। कोई एक्टर नहीं करता। एक्टर अपने दोस्तों के लिए, अपने रिश्तेदारों के लिए फीस कम कर लेता है।
अगर कोई दोस्त रिश्तेदार फिल्म बना रहा होगा, फिल्में तो सब इमोशनल होती हैं। कोई एक्टर अपनी फीस नहीं कम करता। हां, जैसे दबंग में सलमान खान जब बनी थी फिल्म तो सलमान खान ने अपनी फीस नहीं रखी थी। क्योंकि अरबाज खान का प्रोड्यूसर वो बन जाए प्रोड्यूसर और उसका घर चल जाए वो मैंने आपको पिछली बार बताया था ना अरबाज तो निकम्मा था उसके पास कुछ था नहीं तो उसके रिटायरमेंट फंड खड़ा हो जाए तो इसलिए सलमान ने फ्री में एक फिल्म की पर जैसे ही फिल्म चल गई सलमान ने पूरी फीस ली अपनी बल्कि बढ़ा के ली अरबाज से भी पैसा लिया जी जी जी ये किसी के लिए कुछ नहीं छोड़ते जी कितना कितना तब उन्होंने फीस ली थी अब मुझे एग्जैक्ट अमाउंट नहीं मालूम लेकिन अरबाज से इन्होंने बाद में फीस ली है मुझे अरबाज ने बताया अच्छा तो क्या आपको भी उसके बाद कुछ पैसे दिए गए? आपको नहीं दिए गए। आपने पडकास्ट में सलमान उनके परिवार को लेकर बहुत सारी चीजें कही। आपको क्या लगता है इससे सलमान या उनके परिवार को कुछ फर्क पड़ेगा? पड़ ही रहा है।
मेरे पहले पॉडकास्ट के बाद विकपीडिया से, तमाम इंटरनेट की वेबसाइट से, सलमा खान जी का नाम बदल के वापस सुशीला चरक कर दिया। हां भाई इतनी सारी इन्होंने फिल्में प्रोड्यूस करी हैं जिसमें उनका नाम लिखा है छपा है सलमा खान अभी भी बहुत जगह सलमा खान सलीम खान के पुराने इंटरव्यूज देख लीजिए हर जगह तो सलमा सलमा बोलते हैं तो अब उनका नाम इंटरनेट पे बदल के क्या कुछ सच थोड़ी छुप जाएगा लेकिन चलो पहले तो ही इनको डर लगा फर्क पड़ा फर्क पड़ा होगा तभी तो इतने चेंजेस किए यानी कि यह डर रहे हैं अंदर ही डर सता रहा कि कहीं इन पे कोई हमला ना बोल दे। यह लव जिहाद के पोस्टर बॉय ना बन जाए सलीम खान। तो डर तो लग रहा है और डर होना चाहिए। ये डर अच्छा है। इन लोगों को भी डर के जीना चाहिए। लेकिन सलमान के लिए तो अब डर थोड़ा कम हुआ है क्योंकि जिसने धमकी दी हुई थी उसके भाई को भी अब जेल में डाल दिया गया है। तो अब सलमान के लिए कह सकते हैं कि एक रिलैक्सेशन की का टाइम है ये। अच्छी बात है रिलैक्स हो जाए सिक्योरिटी हटा दे आ जाए सड़क पर पता चल जाएगा भ कहां थोड़ी आया था गोली मारने ना उसका भाई आया था वो तो अज्ञात हमलावरों ने एक आध गोली इसके घर पे चलाई थी और वो भी इसके घर पे थोड़ी चली थी ये तो ग्राउंड फ्लोर पे रहता है फर्स्ट फ्लोर पे तो सलीम खान रहते हैं उनके घर पे चली थी और बाबा सिद्दीकी को मारा किसी ने वो भी अज्ञात हमलावर तो मुझे नहीं मालूम मालूम किसने हमला किया था सलमान खान पे और इनको अभी आराम मिला है कि नहीं। अगर आराम मिला होगा तो यह सिक्योरिटी कम कर लें।
थोड़ा घूमे पता चल ही जाएगा कि आराम मिला कि नहीं मिला। आपने ड्रग्स की बात की थी और अभी बॉलीवुड इंडस्ट्री में एक बार फिर से कुछ सेलिब्रिटीज का नाम ड्रग्स के मामले में आया है। हां। क्यों सेलिब्रिटीज का अक्सर नाम ड्रग्स के साथ जुड़ता है। क्या रीजन है? ये लोग बोल्ड हैं ना? सारे सेलिब्रिटीज जिनके पास पैसा पावर बहुत हो जाता है उनको हर चीज सब हर कोई प्यार करता है। हां अब आपको रोज-रोज दाल चावल खिलाया जाए आप भी बोर हो जाएंगे। तो ये प्यार इतना मिलता है इनको और सब झूठे भोकाल की वजह से कि इनको ये बोर हो जाते हैं। फिर इनको कुछ डिफरेंट चाहिए। तो डिफरेंट क्या करें? तो इनमें से बहुत सारे सेलिब्रिटीज करते हैं। मतलब मुझे तो बड़े किस्से मालूम है लेकिन मेरे पास सबूत नहीं है तो मैं सबके नाम नहीं ले लेता ले सकता कि कौन-कौन ड्रग लेता है इस इंडस्ट्री में पर ऐसे ही पब्लिक थोड़ी बोलती है बॉलीवुड को तो बहुत लोग हैं ज्यादातर लोग लेते हैं अभी तो चंद नाम आए हैं वो श्रद्धा कपूर सिद्ध कपूर औररी पता नहीं क्या करता है औररी मुझे नहीं मालूम वो तो सोशलाइट है अभी और आएंगे नाम बड़े-बड़े आएंगे और मैं काफी काफी दिन से इंतजार में था। मुझे पिछले पडकास्ट के बाद कहा भी गया था मेरे कुछ फ्रेंड्स हैं दिल्ली में। उन्होंने कहा था कि कुछ दिन चुप रहो।
बिहार इलेक्शन तक तो चुप ही रहो। हां। फिर उसके बाद भी उन्होंने कहा कि थोड़ा यू नो राम मंदिर पे ध्वजारोहण होना है तब तक चुप रहो। कोई परेशानी नहीं हो जाए खड़ी। तो मैं चुप था इतने दिन। अब ये सारे काम निपट गए। तो अभी अब सरकार कुछ शुरू कर रही है धीरे-धीरे। हां, यह ड्रग वाला केस खुलेगा। अभी लंबा खुलेगा और बहुत नाम आने वाले हैं। मेरे ख्याल से अब समीर वानखेड़े ने जो केस किया था रेड चिल्लीज पे वो भी थोड़ा आगे बढ़ गया है। हां और अब दिशा साल्यान का केस भी आगे बढ़ रहा है। उसकी भी हियरिंग लग रही है। एक के बाद एक तो अभी बहुत कुछ राज बाहर आने हैं और काला चिट्टा खुलने वाला है काफी लोगों का।
मेरे ख्याल से बॉलीवुड का अभी यू नो काफी अच्छा समय आने वाला है जिसमें काफी बुरी ताकतें एक्सपोज होंगी और अच्छे लोगों के अच्छे दिन आएंगे वापस। आपने जब इनिशियली पडकास्ट किया था तो बातों से लगा था कि सलमान खान की वजह से काफी आपने परेशानियां झेली है या अपनी जवानी बिल्कुल है एक और एक स्ट्रगल के टाइम में बितानी पड़ी है। एक सक्सेसफुल फिल्म मेकर आप थे। एक सक्सेसफुल फिल्म आपने दी थी। वो सारा टाइम आपका खराब हुआ सलमान खान की वजह से। वहां तक समझ में आता है। लेकिन आपने धीरे-धीरे अपनी गाड़ी को पॉलिटिकल और हिंदू मुस्लिम वो किया। वो भी लोग सवाल करते हैं कि आप एग्जैक्टली सलमान को ही एक्सपोज करना चाह रहे थे या अपने पॉलिटिकल एजेंडा के तहत आप ये पॉडकास्ट करना चाह रहे थे? नहीं पॉलिटिकल एजेंडा मेरा कुछ नहीं है। मैं कोई पॉलिटिशियन थोड़ी हूं। पर देखो कोई भी इंसान अपनी विचारधारा से के हिसाब से काम करता है और जब मेरे देखो जवानी में जो दिक्कतें आई आई वो बहुत लोगों की आती हैं दिक्कतें मुझे कई साल लगे पता करने में कि ये दिक्कतें ऑर्गेनिकली नहीं आ रही थी मुझे मेरी क्षमता में मेरे काम में कोई कमी नहीं थी यह दिक्कतें डाली जा रही थी मेरे काम में और मेरी जिंदगी में जिसकी वजह से मुझे बहुत नुकसान उठाना पड़ा और तो मैंने तहकीकात अपने निजी रूप से शुरू की क्योंकि मेरी पुलिस भी उस समय मदद नहीं कर रही थी जब धमकियां हमें आई थी।
तो जब निजी रूप से तहकीकात शुरू की तो पता चला कि यह एक परिवार मेरे पीछे पड़ा हुआ है। तो जब मैंने मन बना लिया कि इनसे मैं खुद ही लडूंगा तो मैं लड़ रहा हूं। और इसी इनको एक्सपोज करने की प्रक्रिया में इनकी विचारधारा इनकी रेडिकल इस्लामी सोच जिसको जिहादी मानसिकता मैं बोलता हूं इसको भी एक्सपोज करना जरूरी है। मेरा मेरे हिंदू बड़े मित्र हैं। मुसलमान भी बहुत मित्र हैं। और मैंने आपके पिछले पडकास्ट में जिक्र भी किया। मैं बड़े अच्छे-अच्छे मुसलमानों को जानता हूं। तो बड़े मुसलमान राष्ट्रभक्त रहे हैं। पर इनकी गिनती उसमें नहीं की जा सकती। यह द्रोही हैं। यह दाऊद इब्राहिम के लोग हैं। हां, यह माफिया के लोग हैं। इनको आप राष्ट्रभक्त नहीं कह सकती क्योंकि ये कोई इन्होंने कभी राष्ट्रभक्ति की फिल्म कर ली हो तो वैसे करी नहीं है। लेकिन कर भी ले तो भी नहीं है ये। आपके भैया का जो पॉलिटिकल झुकाव है वो बिल्कुल अलग है आपसे। क्या रीजन है कि सेम घर से, सेम स्कूल में, सेम इंडस्ट्री में काम करते हुए भी दो भाई इतने अलग। भैया हम खाते अलग-अलग हैं। अब जीते अलग-अलग हैं अपना-अपना तो सोचने का तरीका भी अपना बताया तो बाकी उसके बियों्ड उनका सोचना कैसा है वो आप उनसे पूछिए। उस पे मैं कोई टिप्पणी नहीं कर सकता।
सलमान खान ने निशांशी फिल्म को सपोर्ट किया था जो अनुराग कश्यप की फिल्म थी। सपोर्ट नहीं किया था। इस पे हमने पिछली बार बात की थी। सपोर्ट नहीं किया था। वो एक प्रोमो देख के कुछ तारीफ कर रहे थे और उस समय वो एक्ट्रेस निशांत जी की प्रेजेंट थी वहां पे। तो शायद उसको एनकरेज करने के लिए कर रहे हो और हमें खुश करने के लिए कर रहे हो। उसी पर तो मैंने बोला था कि अभी हमारे तलवे चाटेगा। हां तो इसको डर लग रहा है।
ये दिखाना चाह रहा है कि बहुत एनकरेजिंग है। ऐसा कोई सपोर्ट नहीं किया। उस समय तो सलमान भी फ्लॉप हीरो था। हो सकता है उससे ज्यादा बिनेस हो जाता। देखो हर एक्टर ना ये दोगला होता है। मेन दर्द इस हमारे एंटरटेनमेंट सेक्टर को ना एक्टर्स से है। सुपरस्टार सलीम खान खुद कहते हैं कि अच्छे राइटर्स नहीं है। अच्छे राइटर्स सब हैं यहां पे। पर उनको ना इज्जत मिलनी है, ना पैसे मिलने हैं तो वह मेहनत क्यों करेगा भाई?
