आर्यन खान की सीरीज द बैट्स ऑफ बॉलीवुड को लोग काफी पसंद कर रहे हैं। सीरीज में से बॉलीवुड के रेफरेंस निकाले जा रहे हैं। लोगों को कुछ ऐसा ही रेफरेंस पहले एपिसोड में भी मिला। दिखाया गया कि एक सरकारी ऑफिसर बॉलीवुड की पार्टी में पहुंचता है। वो वहां ड्रग्स का सेवन करते हुए एक एक्टर को गिरफ्तार कर लेता है। इस ऑफिसर की शक्ल बहुत हद तक ऑफिसर समीर वानखेड़े से मिलती थी। इसके बाद उन्हें ट्रोल किया जाने लगा।
लोग लिखने लगे कि आर्यन ने इस तरीके से समीर वानखेड़े को जवाब दिया है। समीर सीरीज के मेकर्स के खिलाफ कोर्ट पहुंचे मानहानि का दावा किया। हालांकि कोर्ट का मानना था कि यह मामला विचार करने के लायक नहीं है। उन्होंने इसे खारिज कर दिया।
हाल ही में समीर वानखेड़े से भी इस सीरीज के बारे में पूछा गया। उनका कहना था देखिए इन सब चीजों पर मैं टिप्पणी नहीं दूंगा। बस इतना ही कहूंगा कि सत्यमेव जयते। 25 सितंबर को पूर्व एनसीबी ऑफिसर समीर वानखेड़े ने द बैट्स ऑफ बॉलीवुड पर मानहानि का मुकदमा दायर किया था।
उनके मुताबिक आर्यन खान के शो में उन्हें ना केवल बल्कि कानून और देश का भी अपमान किया गया है। इस मामले पर दिल्ली हाईकोर्ट ने 26 सितंबर को सुनवाई की थी। बारंडन बेंच की रिपोर्ट के मुताबिक जस्टिस पुरुषेंद्र कुमार कौरव ने वानखेड़े से पूछा कि उन्होंने इस केस को मुंबई की जगह दिल्ली में क्यों फाइल किया? इस पर वानखेड़े के वकील संदीप सेठी ने जवाब दिया। इसे दिल्ली के दर्शकों ने देखा है। क्योंकि यह वेब सीरीज दिल्ली में देखने के लिए पब्लिश की गई है।
इसलिए इससे मेरा नाम खराब होता है। यह सुनकर कोर्ट ने इस मामले पर सुनवाई करने से इंकार कर दिया। उनके अनुसार यह मामला विचार करने लायक नहीं है। हालांकि उन्होंने वानखेड़े और उनके वकील से यह जरूर कहा कि वह अपने केस में बदलाव करें। वह यह साफ करें कि मामला दिल्ली से जुड़ा हुआ है।
सिर्फ तभी इसे दिल्ली में सुना जा सकता है। इन बदलाव के बाद ही इस मामले पर आगे विचार किया जाएगा। वानखेड़े ने यह आरोप लगाया है कि शो के जरिए उनकी छवि खराब करने की कोशिश की गई है। उन्होंने मेकर्स के खिलाफ उन्हें गलत, झूठे और अपमानजनक ढंग से पेश करने की शिकायत की। इसे लेकर उन्होंने ₹ करोड़ की हरजाने की मांग की। उनके मुताबिक वह इस राशि को टाटा मेमोरियल कैंसर ट्रस्ट को डोनेट करने वाले थे।