मुस्लिम महिला ने जीत लिया, ‘रेमन मैक्ससे अवार्ड , कौन हैं सफीना हुसैन?

एशिया का नोबेल वो सम्मान जो सिर्फ चुनिंदा लोगों को नसीब होता है। इस बार वह मिलने जा रहा है भारत की एक बेटी सफीना हुसैन को। सफीना को यह अवार्ड उनके मिशन फाउंडेशन टू एजुकेट गर्ल्स ग्लोबली के लिए दिया जा रहा है।

सफीना ने अब तक 20 लाख से ज्यादा स्कूल ड्रॉप लड़कियों को फिर से शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने का काम किया है और वह भी ग्रामीण भारत के सबसे पिछड़े इलाकों से। सफीना हुसैन खुद एक कॉलेज ड्रॉप हैं। उन्होंने 2007 में एजुकेट गर्ल्स फाउंडेशन की शुरुआत की।

दिल्ली में जन्मी सफीना मशहूर बॉलीवुड एक्टर यूसुफ हुसैन की बेटी हैं। उनकी शादी फिल्म निर्माता हंसल मेहता से हुई है। सफीना ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पढ़ाई की है। लेकिन उससे पहले उन्होंने अपना कॉलेज बीच में ही छोड़ दिया था। लेकिन 3 साल घर में रहने के बाद अपनी चाची की मदद से उन्होंने फिर से अपनी पढ़ाई शुरू की। आपको बता दें कि एशिया का नोबेल कहा जाने वाला रेमन मैक्ससे अवार्ड पहली बार किसी एनजीओ को दिया जा रहा है। यह इतिहास एजुकेट गर्ल्स ने रचा है।

असल में एजुकेट गर्ल्स के प्रगति कार्यक्रम को यह अवार्ड दिया जा रहा है। एजुकेट गर्ल्स कैसे काम करता है? इस पर बात करने से पहले इसकी उपलब्धि का जिक्र कर लेते हैं। असल में अपनी स्थापना यानी 2007 से लेकर अब तक एजुकेट गर्ल्स फाउंडेशन भारत की विशेष तौर पर ग्रामीण भारत की 20 लाख लड़कियों का स्कूल में दाखिला करवा चुका है। एजुकेट गर्ल्स फाउंडेशन की शुरुआत राजस्थान से हुई थी। फाउंडेशन की स्थापना का मुख्य उद्देश्य स्कूल को छोड़ चुकी लड़कियों का फिर से स्कूल में दाखिला करवाना था। इसी कड़ी में काम करते हुए फाउंडेशन की टीम ने राजस्थान के गांवों में घर-घर दस्तक दी और अभिभावकों को लड़कियों को स्कूल भेजने से होने वाले फायदे के बारे में समझाया। नतीजतन आज 2025 तक फाउंडेशन 20 लाख लड़कियों का स्कूल में दाखिला करवा चुका है।

एजुकेट गर्ल्स मौजूदा समय में मध्य प्रदेश, यूपी, बिहार, राजस्थान के 3000 गांवों में सरकारी संसाधनों का उपयोग करते हुए काम कर रहा है। तो वहीं एजुकेट गर्ल्स ने देश भर में 77,000 लड़कियों को गर्ल्स लीडर बनाया है। यह वो लड़कियां हैं जो खुद पढ़ने के बाद दूसरी लड़कियों को स्कूल से जोड़ती हैं। साथ ही एजुकेट गर्ल्स लड़कियों को स्कूल तक ले जाने के लिए बाल सभा का भी आयोजन करती हैं। ऐसे में अब रेमन मैक्ससे अवार्ड ज्यूरी ने 2025 के पुरस्कार के लिए नामों का ऐलान किया है। पुरस्कार समिति की तरफ से फाउंडेशन टू एजुकेट गर्ल्स ग्लोबली को 7 नवंबर को फिलीपींस के मनीला में यह पुरस्कार दिया जाएगा।

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