पहले लिखी चिट्ठी अब खुद आ गई सामने। संजय कपूर की मां ने लगाई विरासत बचाने की गुहार। 300 करोड़ संपत्ति विवाद में आया नया मोड़। कौन हथियाना चाह रहा है करिश्मा के एक्स हस्बैंड की जायदाद? मदद के लिए दर-दर भटक रही संजय की बूढ़ी मां।
विरासत नहीं खोनी चाहिए। यह गुहार है संजय कपूर की बूढ़ी मां रानी कपूर की। पहले तो उन्होंने एक चिट्ठी के जरिए लोगों को बताने की कोशिश की कि उनकी सालों की विरासत पर कोई आंख गड़ा कर बैठा हुआ है। बिना किसी का नाम लिए उन्होंने कई शब्दों के बाण छोड़े जिसमें उन्होंने कहा कि जायदाद हड़पने की कोशिश की जा रही है। कुछ दस्तावेजों पर तो साइन भी करा लिए गए हैं। और जब चिट्ठी से बात नहीं बनी तो रानी कपूर खुद दुनिया के सामने आ गई और मदद की गुहार लगाने लगी।
बॉलीवुड एक्ट्रेस करिश्मा कपूर के एक्स हस्बैंड और दिवंगत बिजनेसमैन संजय कपूर की विरासत को लेकर जारी विवाद में नया मोड़ आ गया है। दरअसल संजय की मां रानी कपूर ने सोना कॉमस्टार के स्टेक होल्डर्स को एक लेटर लिखा था जिसमें उन्होंने एनुअल मीटिंग को रोकने की बात कही। जिसके बाद से ही हंगामा मचा हुआ है। इसी बीच अब संजय की मां रानी ने हाल ही में इस मुद्दे पर बात की और अपने परिवार की विरासत को ना खोने की गुहार लगाई। इंटरव्यू में संजय कपूर की मां रानी कपूर ने अपनी विरासत बिजनेस को लेकर क्या चल रहा है इस सारे विवाद पर बात की। उन्होंने कहा मैं बुजुर्ग और कमजोर हो सकती हूं लेकिन मेरी याददाश्त मजबूत है।
जब सोना कॉमस्टार की स्थापना हुई थी तब मैं अपने पति के साथ थी। मुझे याद है कि सोना को बहुत देखभाल, त्याग और प्यार के साथ बनाया गया था। हमारे परिवार की विरासत नहीं खोनी चाहिए। इसे वैसा ही बनाए रखना चाहिए जैसा मेरे पति हमेशा चाहते थे। रानी कपूर ने इस दौरान यह भी बताया कि वो साल 2019 से कंपनी में किसी भी तरह की कोई भूमिका नहीं निभा रही है।
बता दें रिपोर्ट्स की मानें तो संजय की इस कंपनी की करीब ₹00 करोड़ की वैल्यू है। आपको बता दें इससे पहले भी रानी कपूर ने अपने बेटे संजय की मौत के बाद सोना कंपनी के शेयर होल्डर्स को एक लेटर भेजा था। जिसमें उन्होंने दावा किया था कि उन्हें दरवाजों के पीछे डॉक्यूमेंट्स पर साइन करने के लिए मजबूर किया गया। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें कंपनी के अकाउंट्स और सूचनाओं तक पहुंचने से भी वंचित रखा जा रहा है। इसके बाद कंपनी ने अपनी ओर से एक बयान जारी किया जिसमें कहा गया कि सभी निर्णय कॉर्पोरेट कानून और रेगुलेटरी डेडलाइन के मुताबिक लिए जा रहे हैं।
कंपनी की ओर से कहा गया कि संजय की मां कंपनी के रिकॉर्ड में शेयर होल्डर के रूप में लिस्टेड नहीं है और इसलिए बोर्ड के मामलों में उनसे परामर्श करना कंपनी के लिए कानूनी रूप से बाध्यकारी नहीं है। वहीं आपको बता दें कि संजय कपूर का निधन लास्ट मंथ 12 जून को इंग्लैंड में पोलो मैच खेलते वक्त हुआ था। रिपोर्ट्स की मानें तो संजय ने एक मधुमक्खी निगल ली थी। जिसके बाद उन्हें दिल का दौरा पड़ा और मैदान में ही उनकी निधन हो गई।
संजय के निधन के लगभग एक हफ्ते बाद उनका शव दिल्ली लाया गया। जिसके बाद संजय कपूर का अंतिम संस्कार किया गया। जिसमें उनकी एक्स वाइफ करिश्मा कपूर अपने दोनों बच्चों समायरा और किियान के साथ शामिल हुई थी। और करीना कपूर और सैफ अली खान भी संजय को अंतिम विदाई देने पहुंचे हुए थे।