पवई बंधक केस: इस एक्ट्रेस को प्लान का हिस्सा बनाने की थी तैयारी।

उन्होंने मुझे मैंने उनको बोला कि आप नरेशन मुझे दे दीजिए कि क्या प्रोजेक्ट है। हम किसके बारे में बात कर रहे हैं। तब उन्होंने मुझे वही स्टोरी बताई जो उन्होंने की है पवई में। सो उन्होंने मुझे कहा कि एक इनोसेंट सिविलियन है जो अपना पॉइंट रखना चाहता है। अपनी बात रखना चाहता है लेकिन कोई उसकी बात नहीं सुन रहा है।

सिस्टम नहीं सुन रहा है। तो इसके वजह से उन्होंने होस्टेज रखा है। वो जो मेन कैरेक्टर है वो होस्टेज रखता है स्टूडेंट्स को और उनके द्वारा वो अपनी बात बताना चाहता है। मुंबई के पवई में 30 अक्टूबर को आर स्टूडियो में 17 बच्चों समेत 19 लोगों को बंधक बनाने वाले आरोपी के बारे में अब कई खुलासे हो रहे हैं। अभी शुरुआत में आपने जिनको सुना वो मराठी एक्ट्रेस रुचिता जाधव हैं। जिन्हें आरोपी रोहित आर्य ने कुछ दिन पहले अपनी फिल्म के सिलसिले में बुलाया था। और जो स्क्रिप्ट उन्हें सुनाई थी, ठीक वैसी ही रोहित ने 30 अक्टूबर को आर ए स्टूडियो में एक्ट भी किया था। यानी जो स्क्रिप्ट सुनाई थी कि होस्टेस सिचुएशन बनेगी।

ऐसा करना है वैसा करना है। सेम ऐसा ही उसने 30 तारीख को किया था। इस घटना के अगले दिन यानी 31 अक्टूबर को रुचिता को जब इसके बारे में पता चला तो वो हैरान रह गए। इसके बाद उन्होंने आरोपी के साथ हुई वॉट्स ऐप चैट का स्क्रीनशॉट अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर किया। इसमें रुचिता ने बताया कि अगर उन्होंने परिवार की वजह से मीटिंग कैंसिल नहीं की होती तो वो उस पवई वाले स्टूडियो में मौजूद होती जहां 19 लोगों को हॉस्टेज बनाकर रखे जाने वाली घटना हुई थी।

हमने रुचिता से बात की सुनिए। जो रोहित आर्य है जिन्होंने हॉस्टेज रखा था। उन्होंने मुझे फोर्थ अक्टूबर को कांटेक्ट किया था थ्रू WhatsApp और उन्होंने मुझे कहा था कि एक मूवी के बारे में डिस्कस करना है। तो लेट मी नो व्हेन कैन वी गेट ऑन अ कॉल। तो मैंने उनको फोन किया और कुछ 9 मिनट हमारी बात हुई। उन्होंने मुझे मैंने उनको बोला कि आप नरेशन मुझे दे दीजिए कि क्या प्रोजेक्ट है? हम किसके बारे में बात कर रहे हैं। तब उन्होंने मुझे वही स्टोरी बताई जो उन्होंने की है पवई में। सो उन्होंने मुझे कहा कि एक इनोसेंट सिविलियन है जो अपना पॉइंट रखना चाहता है। अपनी बात रखना चाहता है लेकिन कोई उसकी बात नहीं सुन रहा है। सिस्टम नहीं सुन रहा है। तो इसके वजह से उन्होंने होस्टेज रखा है।

वो जो मेन कैरेक्टर है वो होस्टेज रखता है स्टूडेंट्स को और उनके द्वारा वो अपनी बात बताना चाहता है। टू वि उन्होंने मुझे वेडनेसडे जो मूवी है उसमें जो नसरुद्दीन शाह और इन सब का एग्जांपल दिया। तो जब मैंने ये कांसेप्ट सुना तो मैंने उनको पूछा कि इसमें मेरा रोल क्या रहेगा?

तो उन्होंने मुझे कहा कि एक तो आप स्कूल टीचर एक टीचर उन्होंने कहा आप प्ले कर सकते हो जहां पर आप स्टूडेंट्स के साथ किडनैप होते हो या फिर एक पेरेंट जो वो जो किडनैप है वो जो बात कहना चाहता है वो आप मीडिया तक या फिर आप जो ऑफिशियल्स है उन तक आप पहुंच पाओ। तो ऐसा था व्हाट हैपेंड वास 23 अक्टूबर को उन्होंने मुझे वापस मैसेज किया कि 27 28 या 29 आपका बाप आओगे। तो मैंने 28 बोल दिया। मंडे को उन्होंने मुझे मैसेज किया कि कल कितने बजे आ रही हो और ये आर पवई में जो है स्टूडियो ये उसका लोकेशन है।

लेकिन ऐसा क्या हुआ कि एक्ट्रेस रुचिता जाधव रोहित आर्य के बताए इस प्रोजेक्ट का हिस्सा नहीं बांध पाई। सुनिए खुद रुचिता ने इस बारे में क्या बताया। माय फादर इन लॉ वो एडमिट थे एचए रिलायंस में। उनका नाम राजेंद्र माने है और बिकॉज़ ऑफ हिज हेल्थ कंडीशन और मैं एक ऐसी इंसान हूं दैट आई विल कीप माय फैमिली ऑलवेज ओवर माय वर्क एंड दैट्स द रीज़ मुझे उनके साथ रहना था घर पे रहना था सबके साथ तो फिर मैंने रोहित को मैसेज किया दैट मैं नहीं आ पाऊंगी बिकॉज़ ऑफ़ माय फादर इन लॉ सिचुएशन और हम 15 नवंबर के बाद मिलेंगे क्योंकि उसके बीच में मैं अब्रॉड भी ट्रेवल करने वाली थी और बट इट ऑल डिपेंड इन लॉस हेल्थ कंडीशन ऐसा मैंने उनको लास्ट लाइन ये थी जो मैंने उनको बोला था। तो आई विल लेट यू नो।

तो उनका रिप्लाई रोहित का रिप्लाई ये था कि अ नो वरीस टेक केयर। ये उनकी लास्ट लाइन थी। आपको याद दिला दें कि 30 अक्टूबर की दोपहर मुंबई के पवई इलाके में उस वक्त हड़कंप मच गया था जब आर्य स्टूडियो में 17 बच्चों और दो अन्य लोगों को एक शख्स ने बंधक बना लिया था। उसका नाम रोहित आर्य बताया गया। जिसने पूरे स्टूडियो को हाईटेक जाल में तब्दील कर दिया था।

3 घंटे में पुलिस ने सभी बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया। जबकि रोहित आर्य को लगी और इस रेस्क्यू के दौरान और उसकी तब मौत हो गई। रोहित ने बंधक बनाने के बाद जब लोगों को बंधक बना लिया तो एक वीडियो जारी करके यह दावा किया कि वो कोई नहीं है। ना ही उसे किसी भी तरह की कोई रकम चाहिए। वो कुछ बातें कहना चाहता है और बाद में खबर यह भी आई कि उसके कुछ बिल पेंडिंग्स थे। जिस एसोसिएशन और संगठन से वह जुड़ा हुआ था। उसका करीब ₹2 करोड़ के बिल पेंडिंग थे और महाराष्ट्र के एक मंत्री का भी उसने जिक्र किया था। बच्चों को बंधक बनाकर रखे गए स्टूडियो में। पुलिस को कई संदिग्ध वस्तुएं भी मिली थी। मौके पर एयर गन, पेट्रोल, चलनशील रबर सॉल्यूशन और लाइटर भी बरामद किया गया है।

इसके बाद पवई पुलिस ने मृत आरोपी रोहित आर्य के खिलाफ बीएएस की धारा 109 एक 140 और धारा 287 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। घटना की आगे की जो जांच है वो क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है। जबकि बरामद सामान को जांच के लिए भेजा गया है। इस मामले में लगातार परत दर परत यह मामला खुलता जा रहा है।

Leave a Comment