पहलगाम मामले में बिजनेसमैन दिनेश मिरानिया के बेटे ने बताया बदमाशो का सच।

बहुत देर लगाने के बाद शायद इनको कॉल लगा तो इन्होंने कहा मम्मी मैं तो नीचे आ गया हूं तो आई वास लाइक इन वै लाइक आई वास लाइक शॉक कि ये नहीं चाहिए तो फिर श्योर दिनेश कहां है आई वास लाइक शाउटिंग दैट टाइम आल्सो हम वहां थे बट आई वास शॉटिंग ऑन माय स्थान कि श तुम पापा साथ क्यों नहीं हो तो कि मम्मी मेरे बगल से हुई है मेरे शर्ट पे का स्टेन था एक घोड़े वाले भैया थे वो मुझे नीचे लेकर आए तो सॉर्ट इट मेरा बच्चा मुझे मिल गया एटलीस्ट चलो मम्मी आप नीचे आओ तो फिर हम बात करते हैं

फिर किसी तरह से जो जिनका फोन था ट्रैक करते-करते जिनकी हेल्प ली हम नीचे पहुंचे उसके बाद फिर शौर्य ने मुझे ड्राइवर भैया को हैंड ओवर किया वेट कर सकते हो उसके बाद क्या हुआ श्योर मिसिंग मेरा दिमाग ब्लैंक हो रहा है शौर्य से बात करते हैं शौर्य बताएंगे वहां की कार में उसके बाद कार में मैंने पार्किंग मम्मी और बहन को बैठाया शोएब भाई के पास पे फिर मैं बाहर गया तो बातें चल रही थी कि कुछ लोगों को कहा जा रहा था कि अनंत नाग के जीएमसी हॉस्पिटल लेके जा रहे हैं शायद तक और कुछ लोगों को डायरेक्ट चौपर से श्रीनगर ले जाया जा रहा है तो उसी में हम नीचे ही थे वहां पे एक ऑफिसर थे उनके पास में और लिस्ट आते जा रही थी तो उसमें हम चेक कर रहे थे बार-बार नाम आ रहा है कि नहीं आ रहे हैं आ रहे है कि नहीं आ रहा है उतने में ही फिर मैं सारी दुकानें तो बंद हो गई थी तो मैंने वही बोला कि मेरे को एक फोन चाहिए बस कुछ भी करके एक फोन और एक सिम तो वहां पे कोई एक अंकल थे उन्होंने अपनी दुकान खोली पुलिस वालों से बात करके मेरे को एक फोन और एक सीन लिया तो मैंने वो लेके मम्मी को दिया और उनका नंबर घर वालों को दिया ताकि मम्मी घर वालों से बात कर पाए.

हम वहीं पे घूम रहे थे घूम रहे थे बार-बार थोड़े-मोड़े कॉल्स आ रहे इधर-उधर से कि क्या हुआ है कैसा है कॉल्स हमारे पास बहुत आए नया नंबर था आइडेंटिफिकेशन के लिए हम ही दे रहे थे बट वी आर रियली ब्लेस्ड कि छत्तीसगढ़ से हो श्रीनगर से हो पहलगांव से हो सब जगह से हमारे रिलेटिव्स भी वहां थे ये सब होने के बाद मैंने जब दिल ने बताया तो मैंने दो कॉल किया आई थिंक एक अपनी मॉम को किया क्योंकि नंबर मेरे पास नहीं था और एक कॉल किया था मैंने अपने जेठ जी को बताने के लिए कि भैया दिनेश का ऐसा-ऐसा हुआ है तो मम्मी को कॉल करते हैं मेरी जो फैमिली जिनका बापू की कथा हुई थी वो मुझे हेल्प किए सब गाइडलाइन सेट किए मेरे लिए सब कुछ किया उन्होंने तो वहां की सिस्टर ने सब ने बहुत सपोर्ट किया बहुत बजा सबने बहुत किया बोलूंगी मैं बट फिर भी यह सपोर्ट तब तक सक्सेस नहीं जब तक मुझे मेरा हस्बैंड नहीं मिल जाता हम ढूंढ रहे थे माय सन वाज़ आल्सो लाइक होल टाइम वो चौक पे खड़े थे मैं भी एक लेडी थी बट मैं खड़ी थी क्योंकि मेरा मन नहीं मान रहा था भैया एक होटल वाले वहां पे थे माय डॉटर वाज़ हंग्री शी वाज़ नॉट फीलिंग वेल वहां उसको बैठा के उन्हें चाय पिलाया या खिलाया तो वहीं पे ना बहुत सारे एक गाड़ी आई पुलिस वालों की और किनके वेश में थी मुझे नहीं याद आ रहा तो मैंने उनको पूछा कि भैया आप लोग ऊपर से आए हैं दिनेश मेरे हस्बैंड का नाम है तो बोले हमको नहीं पता तो बोले हम नहीं बता सकते उससे पहले भी कई लोगों ने बोला तो हमने डिस्क्रिप्शन दिया था.

उससे पहले हमारे पास एक कॉल भी आया था कॉल भी आए थे डिस्क्रिप्शन के लिए फोटो सेंड की थी हमने फिर ऊपर से ब्लैक ड्रेस में कमांडोस वगैरह नीचे आने लगे पुलिस वाले आने लगे उनकी गाड़ियां वगैरह सब आ रही थी साइड से तो हम पूछे तो बोले हम तो कोई इनफार्मेशन नहीं है हम नहीं दे सकते आपको जो है अंदर पता चलेगा तो हम वहीं पे रुके थे वाज़ लाइक थोड़ा सा लकी लेकिन ये लास्ट है सब नीचे आ गए बोला तो मैंने मेरे हस्बैंड का डिस्क्रिप्शन ये ये है तो पता नहीं मुझे सिक्स से शायद वर्क करता है तो मुझे ऐसा लगा उनके जस्ट से लगा कि शायद वो डिस्क्रिप्शन समझ रहे हैं या वो बता रहे हैं कि अगर आपको दिनेश अगर का नाम कहीं नहीं है तो दैट मींस आई कुड सेंस कि कुछ मिसहब हो चुका है हमारे साथ में मैं मेरे सन समझ गए थे कहीं ना कहीं कि कुछ है लेकिन बोलते हैं ना आप हमेशा चाहते हो कि शायद और कुछ पॉजिटिव हो उसके बाद कितना दिन है हमारे पास अराउंड 7:00 बजे के बाद पे एक अननोन नंबर से ही कॉल आता है मेरे को कि आप एक बार अंदर आ जाइए 7 टू 8 के बीच में थोड़ा टाइम तो मैं मम्मी को बोला आप कार में बैठो थोड़ी देर मम्मी को बैठा मैं अंदर गया तो अंदर पे बॉडी सी आ रही थी आ रही थी मैं साइड से गया मैं फोन दिखाया नंबर से मेरे को कॉल आया तो मेरे को वो थोड़ा सा पीछे घुमा के अंदर लेके गए अंदर लेके गए फिर उनके कुछ लैंग्वेज में बात की मेरे को नहीं समझा फिर मेरे को टर्न कराए तो मेरे को सामने पापा का पैर दिखा पापा का मुंह जैसे मैंने पहचाना बोले पापा है क्योंकि पापा एक ही शॉक से मेरे को पता है तो वहां से पहचाना मैं गया.

पापा के पास दो मिनट पैर के पास खड़ा था फिर खड़ा रहा वहां पे 5 मिनट तक उसके बाद में मैंने ऐसा फेसवेस देखा पापा का वाइट शीट हटाई थोड़ी देर बाद फिर मम्मी को कॉल किया मम्मी को बोला बस आप एक बार अंदर आ जाओ कुछ नहीं पता बस एक बार अंदर आ जाइए आप तो मम्मी तब आई अंदर आई अंदर आई वहीं से मम्मी के आंख में आंसू आ गया था वहीं से मैं समझ गया धीरे से अंदर आया फिर मम्मी को दिखाई कि वहां पे चली तो आपके भी शर्ट में कुछ छींटे आए थे वो क्या वाक्य था थोड़ा बताएंगे.

वहां पे ऐसा जब हम ऊपर आए ना तो एंट्रेंस के पास में जिप लाइन की एंडिंग है और वो दूर पे जिप लाइन का स्टार्टिंग है तो मेरी बहन बोली मेरे को जिप लाइन करनी है तो मैं उसको जिप लाइन के लिए लेके गया उसको ऊपर करें हम जिप लाइन के लिए पर उसको डर लगा हाइट से तो बोली भैया मैं नहीं कर पाऊंगी वो सामने मेरे को ट्रमलिंग करना है तो मैं उसको नीचे लाया मैं बोला यहां से सामने सीधा पापा है पापा के पास जाता हूं मैं साइड में काउंटर्स देखते रहता हूं फिर अपन कुछ यहां से खा के निकल लेंगे नीचे तो वो वहां गए मैं यहां पे काउंटर्स क्लास खड़ी हो के ऐसे देख रहा था देखतेदेखते मैं आगे चला तो मेरे पीछे इस साइड में कोई अंकल थे वो अंकल को शॉट हुआ क्योंकि वो एक आध बार आवाज पहले आई अच्छा तो मैंने समझा नहीं कुछ मेरे को क्या पता हो रही है आवाज आई मेरे को नहीं पता क्योंकि बहुत थी बहुत मच थी नॉर्मल था तो उनको लश शॉट हुआ तो मेरे यहां पे ब्लड के छींटे आए तो मैं पहुंचा तो रेड रेड था मैं देखा यहां पे अंकल थे तो मेरे को सामने से किसी ने धक्का दिया ओके धक्का दिया तो मैं पीछे गया और टेबल्स के नीचे लेटा और भी पब्लिक थी तो पर टेबल्स में उनकी क्लास थी तो बुलेट से ना टेबल ही हिल रही थी पूरी ओके तो हम रिंगते रिंगते उस साइड का गेट है गेट पे गया गेट पे हॉर्सेज वगैरह वहां पे पार्क होते थे तो वहां पे मेरे हॉर्स वाले ने मेरे को देख लिया और वहां से कॉल ही लगा रहा कॉल लगा रहा मैं अंदर नहीं जा पा रहा क्योंकि सामने से हो रही है फिर शायद वो लोग वहां पे भी आ गए थे हॉर्सेज के पास पे हॉेज को भी तिल किया तो मेरे घोड़े वाले ने मेरा हाथ पकड़ा और मेरे को दौड़ते हुए नीचे लेके आ गया तो मैं नीचे आके रुका था.

वहीं जहां से नीचे उतरते हैं वहीं पे मैं बैठा हुआ था कि जहां सवार आ रहे हैं देख रहा हूं देख रहा हूं कॉल पे कॉल लगा रहा ऊपर नेटवर्क इशू है नीचे है कॉल लग ही नहीं रहा किसी का एक भी कॉल नहीं तो थोड़ी देर मम्मी आई फिर और कॉल पे कॉल पे कॉल फिर थोड़ी देर बाद ऐसे बहन का कॉल आता है मेरे को रोते-रोते कि भैया मेरे हाथ पे कट लगाए पापा को लगी है क्या बताया उन्होंने कहां पे लगी वो कुछ पूछ रो रही थी किसी कॉल किसी अंकल ने कॉल लिया वो बोले अभी हम नीचे ही आ रहे हैं एस वालों के पास में तो एक साइड में वो आर्मी वाला था वहां से ये हॉस्पिटल के पास पे गए तो वहां पे बहन मिली बहन ने बताया कि बहन और पापा साथ पे थे बहन पापा का हाथ पकड़ के खड़ी थी ट्रंप के सामने में कोई एक बंदा आया लेके भागते-भागते सामने उसने पापा को बोला कलमा पढ़ने को पहले क्या बोला आतंकी ने गोली मारने से पहले हां ये बोले कलमा पढ़िए अच्छा फादर को बोला फादर को बोला तो नहीं पता पापा को तो जी तो पापा ने अपना चश्मा और कैप निकाली ओके उतने में कर दिया तो पहले चलाने से पहले उन्होंने पूछा कि कलमा पढ़िए उसके बाद फायर किया उसके बाद किया पापा को किया पापा गिरे बहन थी बाजू में कोई अंकल जी थे उन्होंने बहन को ऐसा पकड़ा पीछे में तो वो अंकल जी को भी उन्होंने बोला कलमा पढ़िए.

अच्छा जो आपकी बहन है उनको अंकल ने पकड़ा पापा थे पीछे में कोई अंकल जी थे जी तो पापा को तो अंकल ने बहन को पकड़ लिया बहन डर गई बोला जी तो वो अंकल जी को बोला कलमा पढ़िए अच्छा उनसे भी सेम सवाल ही सवाल जी तो उनको भी नहीं पता था तो उनको सर में किया गया सीधा ओके मतलब सबसे करने से पहले वो कलमा पढ़ने की बात कर रहे थे कोई तीसरा बंदा भी था पीछे पे अच्छा उनको बोला गया कलमा पढ़िए उन्होंने पढ़ दी अच्छा उनको बोला आप जाइए अच्छा तो जिन्होंने कलमा पढ़ लिया उन्हें छोड़ दिया गया और बच्चों को और लेडीज को नहीं कर रहे थे उनकी बहन एक बात ये है जिन्होंने कलमा पढ़ा उन्होंने हमारे बच्चों को बचाया वही हमारी बेटी को और वो ग्रुप को बचा के लेकर आए जी जिन्होंने कलमा पढ़ा उन्होंने ही बचाया.

ये बहुत अच्छी बात है मेरी बेटी को वो बचा के वही लाए और लक्षता को एक लाइन सिखाया भी बेटा अगर पूछे तो आप ही बोल देना दूसरा मत आए कि आप घबराहट में भूल गए हो मेरी बेटी को उन्होंने एक लाइन भी सिखाया कि बेटा अगर वो मिले तो आप लाइन बना लो तो ये जब पूरा इंसिडेंट हुआ तो उसके बाद जब आप लोगों की बातचीत हो गई होगी आपस में तीन लोग जो बैठ के बात किए होंगे रक्षिता ने क्या बताया आपको कैसे वो घटना हुई थी वो कहां-कहां बैठे थे आप तो दूसरी जगह थे आप भी दूसरी जगह के थे मैंने आपको जो बताया ना कि कलमा वगैरह वाला मैं तो नीचे था जी आप नीचे उसने मेरे को जितना उसकी भी आप कंडीशन समझ पा रहे तो उसने मेरे को जितना बताया मैंने आपको वो चीज बता दी उनके भी हाथ में थोड़ी चोट लगी है वो जब उनको वो अंकल थे ना जिनको कलमा पढ़ी वो उनको ला रहे थे तो उस समय क्या है गेट एंड में था तो जितने भी लोग बच गए थे वो लोग फ्रेंड्स को पार कर रहे थे तो पार करते-करते उनके हाथ पे कट आ गया अच्छा वो चोट है .

उनके हाथ लकू के हाथ पे तो इस घटना के बाद कितना सपोर्ट मिला वहां लोकल लेवल पे या छत्तीसगढ़ सरकार से या भारत सरकार से देखिए सपोर्ट मिला तब मैं आज आपके सामने बैठी हूं अपने दोनों बच्चों को लेकर सपोर्ट तो मिला देखिए सरकार वाली बात तो मैं क्या बताऊं देखिए मेरा फोन बैग कैश सब मेरे हस्बैंड के पास था जी मैंने नया नंबर लिया मेरे पास नंबर ही नहीं है तो अगर मुझे सरकार मेरी कहीं मदद करने के लिए कॉल कर रही होगी तो वो मुझ तक पहुंच नहीं पा रही है और कहीं कुछ है तो देखिए मैं अभी अनजान बैठी हूं मेरे घर पे मैं मेरे पति के गम में हूं अपना घर अपना बच्चा संभाल रही हूं तो क्यों नहीं करेगी हमारी सरकार करेगी जरूर क्यों नहीं करेगी मुझे पूरी उम्मीद है कि शायद दिनेश को शहीदों का दर्जा दिया जाएगा क्योंकि जिस तरीके से हमें श्रीनगर से विदा किया गया शहीदों वाली सब कुछ इज्जत दी गई आप लोग ने सब देखा ही है टीवी में तो बस शहीदों का दर्जा मिल जाए मेरे बच्चों का फ्यूचर सिक्योर हो जाए यही तो है करेगी सरकार हमारी मुझे उम्मीद है कल अंतिम संस्कार में मुख्यमंत्री भी शामिल हुए थे.

एयरपोर्ट जब आया तब कई मंत्री भी थे वहां पे सब आए मैं अपने बिल्कुल भी होशो हवास में नहीं थी सर लेकिन हां मुझे बाद में पता चला कि सर आए सब आए सीएम सर सर का फोन आया डिप्टी सीएम का फोन आया कि पता नहीं मुझे नहीं पता सर फोन आ रहे थे तुम दिनेश के बिहाफ पर तो हमें थैंक यू बोलना पड़ेगा मेरे बेटे थे सबका फोन बज रहा था रमन सिंह जी भी आए थे और हमारे जो हैं अभी सीएम उनका भी आया था डीएम सर भी आए थे सबका फोन आया सब आए भी सब कुछ चल रहा है सर देखिए कमी कहीं से कुछ भी नहीं आ रही है जी कमी कहीं कुछ नहीं आ रही है देखो परिवार का मुखिया जो है आप लोगों ने खोया है और अभी बच्चों का जो है फ्यूचर बहुत आगे है ये 19 साल के हैं.

बेटी की बात करें तो वो 12 13 साल की है तो इसके लेकर जो है वो कुछ उम्मीद आपको सरकार से और आपके बेहतर भविष्य के लिए देखिए सर इस बात का तो अभी हम उस स्टेट में ही नहीं है कि हम इस बात का कुछ सोचे जी अभी पापा की उसमें ही है हम कि अभी ये सब चीजें आ नहीं रही दिमाग में हमको कुछ चल नहीं पा रहा है कुछ समझ में नहीं आ पा रहा है कि हम फ्यूचर का सोचे कुछ भी पर जो भी है इतना पता है कि सरकार ने हमको इतनी मदद की है पापा को वहां से लाने में यहां तक कि मैं अभी भी सब आए हैं तो हमको भरोसा है अपनी सरकार पे पूरी कि वो करेगी एक रोड का नाम भी आपके फादर के नाम पर जो है वो करने की घोषणा मुख्यमंत्री ने की है हां मुख्यमंत्री जी ने कहा था कि एक रोड या चौक में से एक फादर के नाम पे किया जाएगा कीजिए कुछ अदर स्टेट से भी जो गए थे वहां सिविलियंस उनकी भी जो है वो हत्या की गई आतंकवादी द्वारा वहां से भी मांग उठ रही है लगातार कि उनको भी शहीद का दर्जा दिया जाए कुछ नौकरी दी जाए कुछ मुआवजा दिया जाए उसको लेकर आप मैं नहीं बता पाऊंगी क्योंकि मैं तो अभी दुनिया से अनजान हूं मेरे घर के गली के बाहर ही क्या हो रहा है मुझे वो नहीं पता भैया तो मैं दूसरे स्टेट्स का तो कैसे बता सकती हूं शहीदों का दर्जा तो बिना कहे अभी कुछ हद तक सरकार ने दे ही दिया.

जब अमित शाह जी आके इतना इज्जत से हमें आज विदाई दी है तो मुझे लगता है वो शहीद ही हो गए मेरे पति तो बस उसका जो एक लीगल तरीके से सम्मान मिलना है मुझे उम्मीद है कि मुझे जरूर मिलेगा मेरे पति को जरूर मिलेगा उसमें मुझे नहीं लगता कि कहीं कुछ कमी रखी जाएगी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से आप जब मुलाकात हुई क्या बातचीत हुई क्या उन्होंने कहा आपसे उन्होंने उन्होंने बहुत शांति से हम हमें सुना वो कहने नहीं आए थे वो हमारे साथ आए थे कि हम कहीं ना सुने जब एक बेटी दुखी होती है तो घर का मुखिया बोलता नहीं वो सुनता है कि बच्ची तू बोल क्या बोलना चाहती है तो हम उसे बहुत मुझे कहना चाहिए कि गुस्से में भी थे दुख में भी थे हम बहुत कुछ पूछ रहे थे उनको बता रहे थे और वो बहुत सुकून से सुन रहे थे तो बोले सब कुछ किया जाएगा वो सुन रहे थे हमें वो आए हैं तो वो करने ही आए हैं तो उसमें तो कोई राय दो राय नहीं है क्योंकि हमने सब ने अपनी बातें शेयर की और वो बहुत सुकून से शांति से सुने सब करेंगे कुछ इस हमले के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने भी एक बड़ी बैठक ली और काफी कड़े फैसले लिए पाकिस्तान के खिलाफ पाकिस्तान के जितने वीजा थे उनको कैंसिल किया गया है .

48 घंटे के अंदर जो पाकिस्तान के लोग यहां पे हैं उन्हें जो है वो भारत छोड़ कर जाने को कहा गया है सिंधु जल संधि जो है वो उन्हें स्थगित की है तो इतने बड़े-बड़े फैसले लिए गए हैं और अब बोला जा रहा है कि एक करारा जवाब दिया जाएगा पाकिस्तान को क्योंकि ये हमला बहुत बड़ा देखिए हमला बड़ा छोटा मुझे नहीं पता मेरे घर का नुकसान बहुत बड़ा था मेरा घर खत्म हो गया मेरे हस्बैंड चले गए आई एम अ हाउसवाइफ तो आई डोंट नो कि वो क्या चल रहा है दुनिया में क्या जवाब देंगे मुझे नहीं पता सर मेरा घर अभी बिखर गया है मेरा बच्चा 19 साल का है तो मुझे नहीं समझ में आ रहा कि अब आगे क्या होगा क्या नहीं होगा तो ये सब बातें मुझे कुछ समझ में नहीं आई आप जो पूछ रहे हो मोदी जी ने स्टेटमेंट दिया होगा वो हमेशा से ही देश के लिए अच्छा करते हैं तो वो जो बोले होंगे सही बोले होंगे देखिए सर लेकिन आप मुझे इसमें मेरी राय मांगेंगे ना मुझे घर की गली का नहीं पता तो मैं नहीं बता सकूंगी इसके बारे में कुछ जोर से बात करते हैं जब आखिरी बार आपकी बात हुई आपके पापा से क्या बातचीत हुई थी कहीं जाने की कहीं घूमने की कि अब यहां घूमेंगे वहां घूमेंगे जब ये इंसिडेंट हुआ उससे पहले जस्ट क्या बात हुई होगी आप उससे पहले हम जो जहां पे थे हम मिनी स्विट्जरलैंड बोलते थे उस वहां आने से पहले एक दो जगह और रास्ते में आती है मेरे को नाम बिल्कुल याद नहीं तो वहीं से हम घूम के आए थे नॉर्मली हंसी मजाक चल रहा था मजाक कर रहे थे अच्छे से बातें करते कि पापा बोल रहे थे लेट हो गई है चलो घूम लो तुम थोड़ा खा के निकलते हैं हंसी मजाकी चल रहा था और क्या चलेगा उस दिन घर वालों की एनिवर्सरी थी उसके लिए बातें चल रही थी बस.

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