फिरोजाबाद के शिकोहाबाद के एक गांव में एक दर्दनाक हादसा हो गया। जब कुएं में गिरे मोबाइल को निकालने गए चाचा और उसके दो भतीजों की निधन हो गई। बता दें शिकोहाबाद के गांव नगला पोखपी में मंगलवार को करीब 50 फीट गहरे सूखे कुएं में उतरे चाचा और दो भतीजों की दम घुटने से निधन हो गई। यह हादसा कुएं में गिरे मोबाइल फोन को निकालने के चक्कर में हुआ। आसपास के लोगों ने बताया कि चचेरे भाई ध्रुव कुमार वे अजय कुमार मंगलवार दोपहर करीब 1:00 बजे खेत में बने कुएं के पास गए थे।
इस दौरान अजय अपने फोन से कहीं बात कर रहा था लेकिनअचानक फोन उसके हाथ से छूटकर कुएं में गिर गया। इसके बाद सबसे पहले ध्रुव फोन निकालने के लिए रस्सी के सहारे कुएं के अंदर उतरा लेकिन काफी देर तक बाहर नहीं आया। इस बीच दोनों लड़कों के चाचा चंद्रवीर आ गए। जिसके बाद ध्रुव को बाहर निकालने के लिए अजय रस्सी पकड़ कर अंदर गया लेकिन वह भी बेहोश हो गया। दोनों भतीजों के बाहर ना निकलने पर चंद्रवीर रस्सी पकड़ कर कुएं में उतरे और वह भी ऑक्सीजन के अभाव में बेहोश हो गए। काफी देर तक जब तीनों घर नहीं पहुंचे तो परिवार वाले उन्हें ढूंढने लगे और कुएं पर पहुंचे तब अंदर झांक कर देखा तो उनके होश उड़ गए।
घटना की सूचना पर बचाव दल मौके पर पहुंचा और 4 घंटे से अधिक समय तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर तीनों को बाहर निकाला। सभी को शिकोहाबाद के एक अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने बताया कि तीनों की मौत हो चुकी है। इस घटना से परिवार में कोहराम मच गया। इस घटना पर फिरोजाबाद के अपर जिलाधिकारी विषु राजा ने बताया कि दोनों युवक कुएं के पास बैठकर मोबाइल में गेम खेल रहे थे। इसी दौरान मोबाइल कुएं में गिर गया जिसे निकालने के लिए तीनों बारी-बारी नीचे गए और मिथेन गैस के संपर्क में आने के चलते तीनों की निधन हो गई। तीन बच्चे हैं। बच्चे ही कहेंगे पुरुष हैं।अजय सन ऑफ नरपत सिंह, चंद्रवीर सन ऑफ कालीचरण और ध्रुव सन ऑफ दिनेश कुमार।
लगभग 22 साल 26 साल के आसपास इनकी एज है। तो बताया गया है कि यहां पर जो गांव नगला पोपी है तहसील छकोहाबाद का इसमें एक कुआं था। खुला हुआ कुआं था। लगभग 30 35 फीट का कुआं था। उसमें ये लोग यहां बैठ के मोबाइल पे कोई गेमवेम खेल रहे थे। तो किसी का एक मोबाइल पहले नीचे गिर गया। तो पहले जो था वो एक उसको निकालने के लिए गया। फिर दो या फिर तीनों लोग उसमें चले गए। तो तीनों की जो बॉडीज थी क्योंकि अंदर बताया जा रहा है मीथेन गैस है तो तीनों की बॉडीज जो है वोरिकवर कर ली गई हैं।
यहां से वो ट्रॉमा सेंटर भेजी गई हैं क्योंकि अभी रिसेंटली बॉडी रिकवर हुई है तो अभी उनका कुशल चयन हम लोग लेंगे और फिर आगे की कारवाई इसमें की जाएगी क्योंकि हमारे यहां दैवीय आपदा एक मद रहता है जिसमें यदि अगर कोई भी व्यक्ति गैस हिसाब से या किसी इस तरीके की आपदा में वो प्रभावित होता है तो उसको तत्काल ₹4 लाख की सहायता राशि दी जाती है।