यूपी की कैराना सीट से सपा सांसद इकरा हसन बुधवार को सहारनपुर पहुंची थी। और इस दौरान का एक हैरान कर देने वाला वीडियो सामने आया है। जिसमें वो काफी भावुक नजर आ रही हैं। इकरा हसन ने बीजेपी के पूर्व सांसद प्रदीप कुमार का नाम लिए बगैर कहा आजकल लोग नफरत फैलाने की राजनीति कर रहे हैं। ऐसे लोग समाज को तोड़ रहे हैं। पूर्व सांसद की अत्यंत नजदीकी समर्थक ने मुझे बदमाश कहा मुल्ली कहा। यह सिर्फ मेरा नहीं पूरे समाज की महिलाओं का अपमान है।
इस दौरान कैराना सांसद काफी भावुक हो गई थी। मेरा सवाल माननीय पूर्व सांसद जी से है। क्या वो अपने समर्थक का खंडन करेंगे जिनसे वो मुझे दिलवा रहे हैं। क्या उनके घर में बहन बेटी नहीं है? सही है जी सवाल। मेरा सवाल सीधा सिर्फ उनसे है कि उनका अत्यंत नजदीकी समर्थक। पहले मुझे मुल्ली कहा गया। मुझे बदमाश कहा गया। मेरे बाप तक को गाली दी गई। मेरे भाई को कहा गया। जो लोग यह पूछते हैं कि मेवात वालों को माफ कर दिया था और उसे क्यों नहीं माफ किया? उन्हें मैं यह बताना चाहती हूं कि यह पहली घटना नहीं है।
ये पहली नहीं है घटना। और सीधीसीधी जो गंदी दी गई है वो सिर्फ मेरे नहीं लगी। मुझे नहीं फर्क पड़ता। ना उस व्यक्ति से पड़ता, ना उसके चरित्र से पड़ता, ना उसकी बोली से पड़ता। लेकिन जो संदेश समाज में जा रहा है और मुझे खुद कप्तान साहब का फोन आया कि आप तहरीर भिजवाइए। मैंने नहीं उन्हें करा। वो भी आज यहीं पे हैं। कोई भी जाके उनसे यह बात पूछ सकता है। क्या मैंने उन्हें करा था कि तहरीर दो। कप्तान साहब ने खुद मंगवाई। और ऐसे लोगों के खिलाफ कारवाई होनी चाहिए। होनी चाहिए। होनी चाहिए। एक तरफ तो यह सरकार हमारी बहनों को एसडीएम की कुर्सी पर एक-ए दिन के लिए बैठा रही है। जब उन कुर्सियों की शोभा ही नहीं रहेगी, कोई गरिमा नहीं रहेगी तो क्या फायदा है वहां बिठा के? क्या है पूरा मामला?
इकरा हसन बुधवार को सहारनपुर के छापुर गांव पहुंची थी। छापुर गांव में बीते दिनों शिव मंदिर खंडित करने की घटना सामने आई थी। इसको लेकर हिंदू सुरक्षा सेवा संघ ने प्रदर्शन किया था। इस प्रदर्शन के दौरान सांसद इकरा हसन को लेकर नारेबाजी की गई थी। इकरा हसन को कथित तौर पर गालियां दी गई थी। इसी को लेकर इकरा हसन ने नाराजगी जताई है। इरा हसन ने कहा कि प्रदर्शन के दौरान उन्हें मुल्ली कहा गया आतंकी कहा गया। उन्होंने कहा यह उनका ही नहीं बल्कि पूरे समाज की महिलाओं का अपमान है। सांसद इरा ने बीजेपी के पूर्व सांसद प्रदीप कुमार का नाम लिए बगैर उनसे तीखे सवाल पूछे जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर अब वायरल हो गया है।
मेरा सवाल माननीय पूर्व सांसद जी से है। क्या वो अपने समर्थक का खंडन करेंगे जिनसे वो मुझे गाली दिलवा रहे हैं? क्या उनके घर में बहन बेटी नहीं है? सही है जी सवाल। मेरा सवाल सीधा सिर्फ उनसे है कि उनका अत्यंत नजदीकी समर्थक पहले मुझे मुल्ली कहा गया। मुझे आतंकवादी कहा गया। मेरे बाप तक को गाली दी गई। मेरे भाई को कहा गया। जो लोग ये पूछते हैं कि मेवात वालों को माफ कर दिया था और उसे क्यों नहीं माफ किया? उन्हें मैं यह बताना चाहती हूं कि यह पहली घटना नहीं है। यह पहली नहीं है घटना। और सीधीसीधी जो गंदी दी गई है वो सिर्फ मेरे नहीं लगी। मुझे नहीं फर्क पड़ता। ना उस व्यक्ति से पड़ता, ना उसके चरित्र से पड़ता, ना उसकी बोली से पड़ता। लेकिन जो संदेश समाज में जा रहा है और मुझे खुद कप्तान साहब का फोन आया कि आप तहरीर भिजवाइए।
मैंने नहीं उन्हें करा। वो भी आज यहीं पे हैं। कोई भी जाके उनसे यह बात पूछ सकता है। क्या मैंने उन्हें करा था कि तहरीर दो? कप्तान साहब ने खुद मंगवाई। और ऐसे लोगों के खिलाफ कारवाई होनी चाहिए। एक तरफ तो यह सरकार हमारी बहनों को एसडीएम की कुर्सी पर एक एक दिन के लिए बैठा रही है। जब उन कुर्सियों की शोभा ही नहीं रहेगी। कोई गरिमा नहीं रहेगी तो क्या फायदा है वहां बिठा के?
