कौन है पहलगाम हादसे का मुख्य आरोपी हाशिम मूसा ?

22 अप्रैल को हुए जम्मू कश्मीर के पहलगाम हादसे ने पूरे देश को दहला दिया था जिसमें 28 निर्दोष लोगों की जान गई थी इस हमले के बाद अब सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके में तलाशी और घेराबंदी अभियान तेज कर दिया है जांच एजेंसियों ने इस हमले में कम से कम दो पाकिस्तानी बदमाशो के शामिल होने की पुष्टि की है जिनमें सबसे चर्चित नाम है हासिम मूसा हासिम मूसा।

पाकिस्तान की पैरामिलिट्री फोर्स स्पेशल सर्विस ग्रुप एसएसजी का पूर्व सदस्य है सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि उसे दिखावे के लिए एसएसजी से निकाला गया और बाद में लश्कर तैबा में शामिल कराया गया मूसा को पाकिस्तान की सेना के इशारे पर भारत में घुसपैठ करने और लश्कर के नेटवर्क को मजबूत करने का जिम्मा दिया गया था।

बताया जाता है कि मूसा सितंबर 2023 में भारत में दाखिल हुआ और कश्मीर के बड़गांव जिले में सक्रिय हो गया वह एक प्रशिक्षित पैरा कमांडो है जो अत्याधुनिक और खुफिया अभियानों में पूरी तरह माहिर है उसके बारे में यह भी कहा जा रहा है कि वह अपरंपरागत तकनीकी में दक्ष है जो उसे एक अत्यंत बनाता है वहीं भारतीय सुरक्षा एजेंसियां मूसा को जिंदा पकड़ने की रणनीति पर काम कर रही हैं जम्मू कश्मीर पुलिस ने उसकी सूचना देने वालों के लिए ₹ लाख के इनाम की घोषणा की है मूसा के बारे में यह अहम जानकारियां उन 14 संदिग्धों से मिली है जिन्हें हमले के बाद हिरासत में लिया गया था इन पर हादसे की साजिश में शामिल होने बदमाशो को संसाधन मुहैया कराने और रेकी करने के आरोप हैं सूत्रों के अनुसार मूसा दक्षिण कश्मीर के जंगलों में छिपा हो सकता है।

एजेंसियों को यह भी डर है कि कहीं वह वापस पाकिस्तान ना भाग जाए इसलिए अभियान पूरी तरह ताकत के साथ जारी है हासिम मूसा की गिरफ्तारी की संभावित रणनीतिक अहमियत की तुलना 2611 मुंबई हादसे के समय अजमल कसाब की गिरफ़्तारी से की जा रही है कसाब की गिरफ़्तारी ने न सिर्फ पाकिस्तान की संलिप्तता को उजागर किया बल्कि भारत को अंतरराष्ट्रीय मंच पर आतंक के खिलाफ मजबूत प्रमाण देने का भी मौका मिला मूसा की गिरफ्तारी से भी पाकिस्तानी सैन्य और आतंकी गठजोड़ की पोल खुल सकती है।

गौरतलब है कि कसाब को 6 मई 2010 को निधन की सजा सुना दी गई थी और 21 नवंबर 2012 को पुणे की यरवडा जेल में फांसी दी गई थी शुरुआत में पाकिस्तान ने कसाब को पहचानने से इंकार किया था लेकिन बाद में उसने स्वीकार किया कि वह फरीदकोट पंजाब पाकिस्तान का निवासी था जांच एजेंसियों ने पहलगाम हादसे में लश्कर तैबा की संलिप्तता की पुष्टि की है हमले में हासिम मूसा के अलावा एक और पाकिस्तानी बदमाश अली भाई का भी नाम सामने आया है माना जा रहा है कि यह दोनों आतंकी सुनियोजित हमले के लिए भारत में भेजे गए थे वहीं स्थानीय सहयोगियों की मदद से उन्होंने हमले की योजना बनाई और अंजाम दिया।

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