गोविंदा जी के भाई कीर्ति जी हमारे साथ हैं सर आप मिलकर आ रहे हैं विस्तार से मुझे बताइए कि उनकी तबीयत अभी कैसी है क्या लोगों को अभी भी चिंता करने की जरूरत है बिल्कुल नहीं क्योंकि मैं खुद मिलके आ रहा हूं इंप्रूवमेंट है सबसे बड़ी ईश्वर की कृपा यह रही है मतलब यह सब लोगों का प्यार रहा है जितने लोग उनको प्यार करते हैं सब ईश्वर की कृपा रही है कि उनको जो चोट लगी जो गोली लगी वो गोली बॉडी तो छेदा उसने लेकिन हड्डी को नहीं जो है.
जा लग सर कौन से पैर में अगर पाव में राइट हैंड पाव में लगा लगा लगी थी राइट वाले पैर में लगी थी तो बच गए थे लेकिन वो बच गए और उसके बाद वक्त जो है उनको एडमिट करा दिया गया तो वो गोली रिमूव करा दी वो गोली सबसे अच्छी बात य है कि वो ब्लास्ट नहीं हुई गोली अंदर अच्छा तो नहीं तो उसके छर्रे ब्रे कुछ होते हैं पता नहीं मुझे ज्यादा नहीं पता है ना तो यह सब है मतलब ठीक हो गया अभी आप मिलकर आए उन्होंने आपसे बातचीत की कुछ खा पी रहे मुझे कहा मैंने पूछा उनसे उन्होंने कहा कम से कम पपू दो तीन दिन बाद जो है ये लोग कह रहे हैं.
कि हम लोग छोड़ेंगे वो कह रहे थे मेरी इच्छा तो है मैं शाम को घर आ जाऊ मतलब होमसिक आदमी है बहुत मेरा भाई मुझे मुझे बताइए कि उनके पैर में जो गोली लगी है राइट पैर में आप बता रहे हैं आपको कब कॉल आया क्या ब्लड बहुत बह गया था नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं सुबह मतलब जो है उनका मतलब मुझे फोन आया कि पप्पू भैया तुरंत आप आइए ऐसे ऐसे हो गया है मतलब तो मैं तुरंत कितने बजे आपको कॉल किया उन्होने अब इतना नहीं मुझे याद 5:00 बजे करीब कि होगा तब तक वो घर पर ही थे.
तब इलाज कर फ्लाइट पकड़ने के लिए निकल रहे थे ना अच्छा होली लगने के बाद सबसे पहले आपको कॉल किया जी हां इमीडिएट मुझे कॉल किया आप कब तक पहुंचे फिर आपस मुझे 15 मिनट लगे होंगे जो बगल में मैं साटा क्रूज में यहां मेरा ऑफिस है मैं ऑफिस में रहता हूं तो यहां से 15 मिनट मैं पहुंच गया आप अस्पताल उनको लेकर आए प्राइवेट गाड़ी में लाए आप लोग उनको जी बिल्कुल उनकी उनकी पर्सनल गाड़ी में लेके आए कौन-कौन था सर घर में घर में और कोई मौजूद था नहीं नहीं घर की बात नहीं है.
मैं हूं मेरे भाई थे ड्राइवर था बाबा दुबे थे हम लोग लोग बस जब लाए सर ज्यादा ब्लड बह गया था उका काफी भाह था इसमें कोई दोराई नहीं है तो आप लोग देखकर परेशान हो गए होंगे ब परेशान नहीं घबरा गए थे बहुत ज्यादा कि ये क्या हो गया है ना तो जी तो आप बताएंगे कि अभी आप मिलकर आ रहे हैं वो सब ठीक है इंप्रूवमेंट है बहुत इंप्रूवमेंट है और मैं सबको कई बार धन्यवाद दे चुका हूं पत्रकार बंधु जितने हैं.
हमारे कि इन लोगों ने इतना प्रेम और इतना आदर हम लोगों के प्रति जताया हम लोग रणी है आप लोगों के मैं उनसे कहूंगा कि भैया पत्रकारों के लिए एक छोटा सा जो है वो बनाइए तबीयत ठीक होने के बाद जिनको आप लोगों बुलाइए और एक छोटी सी जो है चाय पार्टी या जो भी लगता है उनको जो ठीक लगता है आप लोगों का मतलब सम्मान करें वोर मेरा एक सवाल यह है कि पुलिस ने क्या उनका बयान दर्ज कर लिया है.
परिवार के बाकी सदस्यों का भी बयान लिया है यह मामला मुझे नहीं पता पुलिस पुलिस का क्योंकि हम लोग तो सीधा पुलिस तो ले के लिए होती है हमारी मेरा भाई जो है वो तो शिंदे साहब के लिए भी जो है काम करता है है ना तो जो स्टेटमेंट मैंने दिया या किसी ने दिया वो तो एक ही बात है ना उसम तो कोई दोरा नहीं गनीमत है कि अभी वो सुरक्षित है और सब सही सुरक्षित है.