कोई पिता कैसे इतना निर्दय हो सकता है कि वह अपने जिगर के टुकड़े को ही खत्म दे। लेकिन कलयुग में ऐसा मुमकिन है? जयपुर में यह मामला सामने आया है। इस डेढ़ साल के मासूम का आखिर क्या कसूर रहा होगा जो इस निर्दई बाप ने इसकी जान ले ली। अभी तो इसने ठीक से चलना भी नहीं सीखा था।
अभी तो इसने ठीक से बोलना भी शुरू नहीं किया था। अभी तो इसे सारी दुनिया देखनी थी। लेकिन तस्वीरों में नजर आ रहे इस शख्स ने कुछ देखने से पहले ही इसकी आंखें हमेशा हमेशा के लिए बंद कर दी। जी हां, एक कलयुगी बाप ने अपने डेढ़ साल के बच्चे की जीवन लीला समाप्त कर दी।
डेढ़ साल का मासूम राम अभी बोरवेल में गिरा हुआ है। उसकी उसके पिता ने करके उसको के बोरवेल में डाल दिया। उसके बाद लगातार यहां पर रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है। सिविल डिफेंस की टीम, एसडीआरएफ की टीम, पुलिस और ग्रामीण लगातार अपने इक्विपमेंट से यह रेस्क्यू ऑपरेशन करने की कोशिश कर रहे हैं। और जो बोरवेल है उसकी गहराई जो है लगभग 180 फीट से 200 फीट बताई जा रही है। और जो बच्चा है वह लगभग 100 फीट में अटका हुआ है।
मौके से एक कपड़ा यहां पर बरामद हुआ है। जिसमें लपेट कर उस हत्यारे पिता ने बच्चे को बोरवेल में डाल दिया था। वो कपड़ा बरामद हो गया है। इसके साथ ही जब बच्चे को डाला तो उसके ऊपर उसने मिट्टी भी डाल दी थी। अब तक की जो इन्वेस्टिगेशन में सामने आया कि बोरवेल को बंद कर दिया गया था। बोरवेल में पत्थर लगा हुआ था और उसके बाद उसने उस पत्थर को हटाया।
बोरवेल को वापस से उसको ओपन करा और उसके बाद उसने बच्चे को यहां पर डाल दिया। हालांकि जो आरोपी है वो उसका ऐसा कहना है पुलिस पूछताछ में कि बच्चा बीमार था और उसके बाद उसकी हो गई। उसके बाद मैंने उसको बोरवेल में डाल दिया।
जमवा रामगढ़ से ऐसा सनसनीखेज मामला सामने आया जिसने बाप बेटे के रिश्तों को कलंकित कर दिया। इस शख्स ने पहले तो मासूम की की फिर उसे बोरवेल में डाल दिया और पुलिस को गुमराह करने के लिए कहता रहा कि बच्चा बीमार था और बीमारी के कारण उसकी जान गई।
लेकिन सच ज्यादा देर नहीं छिपता और बाप की काली करतूत उजागर हो गई और बच्चे को बोरवेल से निकालने की कोशिश जारी है। से एक सूचना प्राप्त हुई थी कि इस तरह से किसी व्यक्ति ने अपने बच्चे को की होने पर होने पर उसको खुर्द बुर्द कर दिया है। जिस पर थाना अधिकारी के नेतृत्व में टीम गठित की गई और उक्त व्यक्ति को डिटेन कर लिया गया है। इस शख्स ने शातिराना अंदाज में बच्चे को मारकर 200 फीट गहरे बोरवेल में फेंक दिया ताकि मौत का राज किसी को ना पता चले।
दरअसल आरोपी ललित से मंजू की शादी 2020 में हुई थी। शुरुआती दौर में ललित नहीं पीता था, लेकिन धीरे-धीरे वह की लत में फंस गया और साइको और सनकी हो गया। आरोपी का उसकी पत्नी मंजू से शादी के बाद से ही विवाद चल रहा था। पति-पत्नी का विवाद इस कदर बढ़ गया कि इसकी सजा एक मासूम को अपनी जिंदगी देकर गवानी पड़ी। परेशान करता था और करता था। अभी 20-25 दिन पहले इसने उसको करके की थी।
तब उसने किसी पड़ोसी के घर पे जाकर अपनी जान बचाई और तब जाके उसको किसी ने कंबल दिया पड़ोसी ने तब वह रात वश वहां पर रुकी उनके घर पे और फिर अगले दिन उसने यहां से आंधी पहुंचकर वहां पे उनके पापा को मेरे चाचा जी हरफुल सैनी को फोन किया तब मेरे चाचा जी का लड़का राहुल और मेरे चाचा जी हरफुल सैनी दोनों उसको लेने के लिए आए तब जाके उसको घर पहुंचाया तो वहां देखा तो उसकी गंभीर हालत थी तब उसको हमने हॉस्पिटल में भर्ती करवाया और उसका इलाज चालू करवाया 101 दिन में वह स्वस्थ हुई।
उसके 10-5 दिन बाद 10-15 दिन में स्वस्थ होने के बाद चारप दिन तक जैसे ही वह ठीक हालत में थी। लेकिन कल जैसे ही इसको अपने बेटे की खबर लगी तो वो फिर से बेहोश हो गई और उसको कोई होशवास नहीं है और अभी उसका इलाज जारी है। 2023 में रामनवमी के दिन जन्मे इस बच्चे का नाम उन्हीं के नाम पर राम रखा गया। लेकिन उसका पिता दशरथ नहीं बल्कि हिरण्यकश्यप निकला। जिसने अपने बेटे की ही बलि दे दी।
आरोपी के शातिराना अंदाज का पता इसी से चलता है कि जिस बोरवेल में इसने बच्चे के शव को डाला वह बोरवेल पहले से बंद था। लेकिन रातोंरात ललित ने बोरवेल को वापस खोला। मौके पर पहुंचे स्थानीय विधायक महेंद्र पाल मीणा ने वारदात के बाद क्षेत्र में बने अवैध बोरवेल के खिलाफ अभियान चलाने का निर्देश दिया है। पूर्व में भी हमारे पटवारी सेक्रेटरीियों के ने उनको निर्देश दिया था हमारे एसडीएम के साहब ने कि जहां भी ऐसा बोरवेल खुले पड़े हैं, वह तत्काल बंद करवाए।
काफी संख्या में बोरवेलों को बंद भी करवाया। एक-एक खेत में गांव में जाके दिखा के और सख्त निर्देश देके इनको बंद करवाएं ताकि ऐसी घटना पुनरावर्ती नहीं हो। पिता बच्चे के लिए जीवन दाता होता है। लेकिन कलयुग में वही पिता अपने मासूम की जान का दुश्मन बन गया। किसी ने यह सोचा नहीं होगा जिसने भी यह खबर सुनी वह सख्ती में रह गया। लेकिन यह मामला आज के समाज में रिश्तों की बुनियाद पर बड़े सवाल खड़े करता है।