मैंने अमिताभ को मुँह पे कहा, मुझे बनाने की की कोशिश मत करो…

तो मैंने अमित जी को कह दिया नाउ डोंट ट्राई टू एक्ट विथ [संगीत] मी आप अमिताभ बच्चन के साथ भी फिल्म करते करते रह गए थे ये क्या हा वो तो बहुत अच्छा है पहली फिल्म हमारा एक प्ले देखा था सुभाष जी ने दंगा तो उसमें मैं कुछ चार पांच कैरेक्टर करता था तो प्ले के बाद वो रुक गए मुझे तो कुछ मालूम मालूम था नहीं मैं अपना ऊपर जाकर गेट टप छोड़ा रहा था लड़के दौड़ दौड़ के आ रहे अरे चलो सुभा जी तुम्हारा इंतजार करें अरे चलो सुभाष जी तुम सुभाष जी कता सुभाष गई हीरो के डायरेक्टर अच्छा व अच्छा हम अपना आराम से इत्मीनान से आए तब तक वो खड़े रहे हाथ मिलाया पूछा क्या कब से कर रहे हैं काम य दो तीन साल से अच्छा एक्सपीरियंस दिखता है हो गई बात इधर उर कुछ छ सात महीने के बाद अचानक उनका फोन आया तब तक आत्माराम ने हमको नटराज में रहने के लिए जगह दे दी थी.

अच्छा तो वहां रह रहा था मैं तो बहादुर आया के लशा मुखता से आपका फोन है हम कहा ये कौन है हम खेल रहे थे ताश अब खेल में हमको कोई डिस्टर्ब कर तो बड़ा गुस्सा आता है हम कहा कौन है मुक्ता क्या क तो नहीं है कता सुभाष गई के यहां से फोन हम पत्ता छोड़ा सुभाष दौड़े दौड़े गए फोन प तो अशोक गई थे लीली हा क्या कर रहा है ताश खेल रहा हूं अते ऑफिस आएगा भैया बुला रहे हैं कौन भैया सुभाष सुभाष गई सुभाष गई अरे मैं अशोक बोल रहा हूं ओ अच्छा अच्छा अच्छा आजा आजा अच्छा ले भैया से बात कर तो सुभाष जी हेलो क्या कर रहे हो जी मैं ता आज खेल रहा हूं तुम आ सकते हो अभी आ जाओ बशीरा में आ जाओ सेवंथ फ्लोर पे ठीक है अब पैसा ना है जाए कैसे तो इत्तेफाक से मेरे साथ जो ताश खेल रहा था उसके पास गाड़ी थी तो उसको हमने कहा बोल क्या हुआ हमने कहा यार सुभाष अपने ऑफिस बुला रहा बांदरा में कौन जाएगा यार कहां से जाएंगे मैं लेके चलता हूं ना गाड़ी से त चल तो वो लेके हमें वहा छोड़ा उन्होने तो बहुत अच्छे से मिले सुभाष जी और उस वक्त में कुछ चार पा फिल्में कर रहा था.

सागर भी कर रहा था अर आदमी भी कर रहा था और शरारत कर रहा था और भी कुछ कर रहा था और बहुत सी फिल्में हमने साइन की हुई थी जिसकी नहीं हुई थी उन्होंने बोला कि आपको मैं एक फिल्म बना रहा हूं शेर बहादुर उसमें हीरो है अमिताभ बच्चन और विलन है लिलीपुट तो मैं ये चाहता हूं कि मेरी फिल्म से पहले आपकी कोई फिल्म रिलीज ना हो अच्छा आपकी कोई इमेज ना बने तो आपको छोड़नी होगी फिल्म अच्छा मेरी औकात क्या जो मैंने किए हुए लोगों को जाकर कह कि हमको नहीं करना है जूता खिलाइए का क्या और जिन्होंने नहीं किया है उनसे जाकर मैं आशीर्वाद ले लूंगा कि भाई ऐसा काम मिला है तो सब खुश होकर दे देंगे तो ठीक है ठीक है हम संभाल लेंगे अमित जी की तबीयत दोबारा खराब हो गई थी तो उसकी वजह से फिल्म शेल्फ में चली गई अच्छा और इस बीच में हमने वो फिल्में भी छोड़ दी एक.

और फिल्म हमने की अमित जी के साथ आलीशान आलीशान में हम दोनों का पैरेलल रोल था बिल्कुल अच्छा 12 दिन या 10 दिन हमने भी किया अच्छा फिर वो शेल्फ में चली गई ओ फिर एक फिल्म का आया नाम फिर वो भी नहीं बनी तो मैंने अ जी को कह दिया नाउ डोंट ट्राई टू एक्ट विथ मी कभी हो ही नहीं पाया हो तो हमको जब बंटी और बबली के लिए शद ने बुलाया तो हमने उसको कहा भैया मुझे मत ले हां कहता क्यों कता मैं मनहूस हूं अमित जी की साथ कोई भी फिल्म मेरी जो है बनती नहीं है तो कहीं य तेरी भी अटक गई तो फिर कहता हू मैं ये सब नहीं मानता हूं आप करेंगे ठीक है उसको हमने किस्सा सुनाया था तो आग में जब हम लोग कर रहे थे तो शाद ने बोला अमित जी सर लीली सर के पास कुछ है आपके लिए हा सुन लीजिए हा हा हां बताइए तो ये बताया उन्होंने तू तो बैठते छह कुर्सी लगा के उलट गए एंजॉय किया उन्होंने को लेकिन ये फिल्म हिट हुई और चली भी बनी भी मतलब वो जो जिंस था वो निकल गया टूट गया टूट गया.

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