असिस्टेंट डायरेक्टर आमिर खान को अमरीश पुरी ने इतनी जोर से डांटा कि सेट पर सन्नाटा पसर गया

आप बता रहे थे जब आपने बतौर एडी काम करना शुरू किया तो शुरुआती तजुर्बे क्या थे तो आई थिंक इन्हीं दिनों में अमरीश पुरी से डांट खाई थी हां इन्हीं दिनों में तो हुआ क्या कि जब मैं शुअर तो शेखर ने मुझे एज एन असिस्टेंट लिया नहीं तो फिर अल्टीमेटली नासिर साहब ने कहा कि तुम मेरे साथ काम करो तो आई थिंक वो अम्मी अब्बा जान और उन्होंने बात कर चुके थे कि यार अगर इसको काम कर करना ही है फिल्मों में आना ही है तो अपने नजर के नीचे तो रखो पता नहीं बच्चा बिगड़ नहीं जाए और पेरेंट्स को वैसे भी फिक्र होती है तो मैंने एज एन असिस्टेंट नासिर साहब के साथ काम करना शुरू किया हम और मैंने उनके साथ दो फिल्में की अमरीश पुरी से डांट भी खाई वो क्या था कि हम लोग मैं कंटिन्यूटी बड़ा शार्प था कंटिन्यूटी में तो उनका एक शॉट था जिसमें कि वो अपनी कंटिन्यूटी भूल रहे थे.

बार-बार वो अपनी कंटिन्यूटी उनका हाथ टेलीफोन पे होना था लाइंस भी भूल रहे थे और कंटिन्यूटी भी भूल रहे थे तो वो थोड़ा इरिटेट हो रहे थे होता है कभी-कभी ऐसा तो नासिर साहब उनके साथ रिहर्सल कर रहे थे डायलॉग्स और जब भी रिहर्सल हो तो मैं रिहर्सल के बाद बोलूं अम अमरीश जी वो आपका हाथ फोन पे हां हां हाथ फ़ पे तो एक रिहर्सल भी फिर टेक शुरू हुए अब वो हमेशा भूल रहे हैं.

अपनी कंटिन्यूटी तो मैं उनको हमेशा याद दिलाता था तो टेक के बाद मैंने फिर बोला अमरीश जी वो आपका कंटिन्यूटी हाथ फोन पे हां हां सॉरी सॉरी सॉरी अब ये तीन-चार दफा हुआ और वो लाइन भी भूल रहे थे तो वो इरिटेट हो रहे थे तो जब चौथी पांचवी दफा मैं बोला अमरीश जी हां हां पता है हाथ फोन पर बार-बार बोल रहे हो और अमरीश जी की आवाज एकदम ऐसे मोटरसाइकिल के गट ऐसे क्योंकि बहुत भारी आवाज थी भाई तो जो मतलब मैं बोल नहीं पा रहा हूं जैसे उनका जो बेस था जो उन्होंने डांट लगाई जोर से तो सन्नाटा छा गया पूरे सेट पे और सबकी नजरें मुझ पे और मैं जबरदस्त डांट हां बहुत जबरदस्त डांट तो मैं मुझे बड़ा बुरा लगा और मुझे गुस्सा भी आया कि मैं मैं एक तो काम कर रहा हूं अपना सही चीज बता रहा हूं उस पे मुझे डांट पड़ रही है ठीक है तो मैं चुप हो के बैठ गया सेट पे साइलेंस था .

एक कुछ 5 6 7 सेकंड किसी ने कुछ बोला नहीं और फिर नासिर साहब की आवाज आई और ये एक सही बॉस कैसे हैंडल करता है सिचुएशन में दाद देनी पड़ेगी वो एक्टर को भी डिस्टर्ब नहीं कर सकते थे शॉट लेना है उनसे और उनको यह भी मंजूर नहीं था कि मेरे असिस्टेंट को गलत डांट पड़ी है तो उन्होंने कैसे हैंडल किया.

उन्होंने कहा अमरीश जी क्या है कि मैंने अपने असिस्टेंट से कहा है कि एक्टर चाहे उनको जितना भी डांटें वो अपना काम करते रहें तो अमरीश जी ने बोला नहीं सॉरी सॉरी बेटा सॉरी मुझसे किया था तो खैर बस वो एक छोटा सा इंसिडेंट था फिल्म का नाम जबरदस्त ही था जबरदस्त हां फिल्म 1985 में जी जी 85 में आई थी मुशी रियास प्रोड्यूसर थे उसके सनी चिंपू जया प्रधा रति अग्निहोत्री जय कुलभूषण करबंदा अमरीश पुरी जी.

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