अभिषेक बच्चन को उनकी फिल्म आई वांट टू टॉक के लिए फिल्मफेयर बेस्ट एक्टर अवार्ड दिया गया। सुजीत सरकार के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में अभिषेक की एक्टिंग को क्रिटिक्स ने सराहा।
इसी अवार्ड के सिलसिले में बुधवार को एक्स पर एक पत्रकार ने जो लिखा वो सुर्खियों में है। इस पोस्ट के मुताबिक अभिषेक ने यह अवार्ड खरीदा है। अभिषेक ने भी इसका दो टूक जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने आज तक यह हथकंडे नहीं अपनाए। अभिषेक ने और भी बहुत कुछ कहा। स्टार्स के पीआर गेम का भी जिक्र किया गया है। आइए तफसील से बताते हैं क्या है पूरा मामला।
नवनीत मोंदड़ा नाम के एक एंटरटेनमेंट जर्नलिस्ट हैं। उन्होंने अभिषेक बच्चन पर निशाना साधते हुए एक सोशल मीडिया पोस्ट किया। उसमें उन्होंने लिखा अभिषेक बच्चन बड़े शालीन इंसान हैं। मगर मुझे यह बात कहने में खराब लग रहा है कि वो इस चीज का बेहतरीन उदाहरण है कि कैसे अवार्ड्स खरीद कर पीआर पावर का इस्तेमाल करते हुए चर्चा में बने रहा जा सकता है।
जबकि आपके पास आपके पूरे करियर में एक भी सोलो ब्लॉकबस्टर नहीं है। इस साल अभिषेक को आई वांट टू टॉक के लिए अवार्ड मिला। वो फिल्म जो चंद पेड रिव्यूअर्स के सिवाय किसी ने देखी ही नहीं। और अब मैं देख रहा हूं कि लोग ट्विटर पर लिख रहे हैं कि 2025 अभिषेक बच्चन का साल रहा। यह हास्यास्पद है। उनसे कई बेहतर एक्टर्स जो उनसे ज्यादा शोहरत, काम, सराहना और अवार्ड के हकदार हैं।
मगर उनके पास चतुर पीआर और पैसे नहीं है। कुछ देर बाद ही अभिषेक बच्चन ने इस पोस्ट का जवाब दिया। उनका जवाब छोटा मगर असरदार नजर आया। अभिषेक ने लिखा, रिकॉर्ड के लिए बता दूं कि मैंने कभी कोई अवार्ड नहीं खरीदा। ना ही अग्रेसिव पीआर किया है। सिर्फ कड़ी मेहनत की है। खून पसीना बहाया है। आंसू बहाए हैं। हालांकि मुझे संदेह है कि मैं जो भी कह रहा हूं, लिख रहा हूं, उस पर आप यकीन नहीं करेंगे।
इसलिए आपको चुप कराने का सबसे अच्छा तरीका यही है कि मैं और ज्यादा मेहनत करूं ताकि आप आगे मेरी किसी भी उपलब्धि पर शक ना कर पाएं। पूरे सम्मान और शालीनता के साथ मैं आपको गलत साबित करूंगा। मामला यहां भी नहीं रुका। जैसे ही अभिषेक ने रिस्पांस दिया नवनीत ने इस पोस्ट पर कमेंट करते हुए लिखा सर मैंने आपके आचरण और कई बार आपकी फिल्मों और एक्टिंग को लेकर अच्छी बातें ही लिखी हैं। पिछले ट्वीट में जो मैंने लिखा वो इस फिल्म को लेकर मेरी राय थी। इसमें कोई बदनियती नहीं थी। जहां तक अवार्ड्स की बात है, मैं कभी उनका समर्थन नहीं करूंगा।
मैं वाकई आपको मेन स्ट्रीम फिल्मों में देखना चाहता हूं। मैं हमेशा यह कहूंगा कि शायद आप इस जनरेशन के सबसे बेहतर तरीके से बर्ताव करने वाले एक्टर हैं। शुभकामनाएं। अभिषेक ने इस बात का भी जवाब दिया।
उन्होंने लिखा अवार्ड्स खरीदने और चर्चा में बने रहने के लिए पीआर गेम्स खेलने का इल्जाम काफी पर्सनल ही है सर। किसी के 25 साल की मेहनत पर गलत और सतही तरीके से दाग लगाना सही नहीं है। मैं एक संपादक और पत्रकार से बहुत उच्च कोटि की जिम्मेदार रवये की उम्मीद करता हूं। और मुझे दुख है कि इस केस में आपने वो जिम्मेदारी नहीं दिखाई।
इस पूरे मामले में फैंस और नॉन फैंस भी अभिषेक का सपोर्ट कर रहे हैं। जिन्होंने आई वांट टू टॉक देखी है, वह पोस्ट लिखने वाले को मजबूत तर्क दे रहे हैं। उनके बेबुनियाद आरोपों की आलोचना कर रहे हैं। आई वांट टू टॉक की बात करें तो यह सुजीत सरकार के दोस्त अर्जुन सेन के जीवन पर आधारित फिल्म है।
यह एक ऐसे तेज रफ्तार प्रोफेशनल की कहानी है जिसका जीवन एक गंभीर बीमारी के बाद यू टर्न ले लेता है। अर्जुन सेन ने इन अनुभवों पर रेजिंग अ फादर नाम की एक किताब लिखी है।
