दबंग फिल्म डायरेक्टर अभिनव कश्यप अनुराग कश्यप के छोटे भाई हैं। फिर भी दोनों के बीच लंबे समय से कोई बातचीत नहीं है। अभिनव के मुताबिक अनुराग अक्सर उन्हें पीटा करते थे। साथ ही वो उनसे अपने सारे रिश्ते नाते तोड़ चुके हैं। इस वजह से उनकी मां अनुराग से काफी नाराज हैं और घर पर चप्पल लेकर उनका इंतजार कर रही हैं। अनुराग और अभिनव अक्सर अपने बयानों के कारण विवादों में रहते हैं।
अभिनव ने तो हाल ही दिनों में सलमान खान के खिलाफ कई इंटरव्यूज दिए हैं। बॉलीवुड ठिकाना से हुई बातचीत में उनसे पूछा गया कि वो सलमान से लेकर अनुराग तक सबसे लड़ क्यों रहे हैं? बदले में अभिनव ने कहा, “यह मेरे और अनुराग के बीच की पर्सनल और इमोशनल बात है। बहुत लोग नहीं जानते, लेकिन हम दोनों साथ ही में बड़े हुए हैं। हमने ग्वालियर के एक ही बोर्डिंग स्कूल में पढ़ाई की थी।
फिर दिल्ली यूनिवर्सिटी में भी हम एक ही कॉलेज में गए। उसके बाद दोनों लगभग एक ही वक्त पर मुंबई आ गए और एक ही इंडस्ट्री में काम करने लगे। इसलिए हमारा रिश्ता बहुत करीब का है। हम एक दूसरे को अपने माता-पिता से भी बेहतर जानते हैं। अनुराग से हुई लड़ाई पर वो कहते हैं हमारी आपस में अक्सर बहस हो जाती है। अनुराग मुझसे बड़े हैं और जब भी उन्हें लगता है कि मैंने कोई गलती की है तो उन्होंने मुझे डांटा है। यहां तक कि कई बार मारा भी है। लेकिन मैं उन्हें उल्टा जवाब नहीं दे सकता क्योंकि वो मुझसे बड़े हैं। आखिर बार जब हमारी बात हुई तो मुझे लगा कि इस बार गलती उनकी है। इसलिए मैंने उनसे बात करना बंद कर दी।
अभिनव ने अनुराग के नाम पर एक मैसेज भी दिया है। वो कहते हैं मैंने आपका इंतजाम कर दिया है। आप एक बार घर पर जाएं। आपकी माता जी ने सारी पुरानी चप्पलें और पुराने बर्तन इकट्ठे कर रखे हैं आपके लिए। आपको खूब पेश किए जाएंगे। एक बार बस घर चले जाइए आप। अभिनव ने कहा कि लोगों ने उनके भाई के बयानों को अक्सर गलत ढंग से पेश किया है। एक मीम में उन्हें यह कहते हुए दिखाया गया कि अभिनव मानसिक बीमारी से जूझ रहे हैं। मगर वह इस पर रिएक्ट नहीं करते।
ऐसा इसलिए क्योंकि अनुराग उनके बड़े भाई होने के साथ-साथ उनके गुरु भी हैं। यदि वह फिर भी उनकी बातों पर रिएक्ट कर दे तो सबसे ज्यादा दुख उनके माता-पिता को पहुंचेगा। इसलिए वह उनके खिलाफ कुछ भी नहीं कहते। यह तमाम जानकारी मेरे साथी शुभांजल ने जुटाई है। मैं हूं कनिष्का। आप देख रहे हैं लल्लन टॉप सिनेमा। शुक्रिया।
