बहाई नहीं..बांटी जाएंगी जुबिन गर्ग की अस्थियां! अधूरी रह जाएगी सिंगर की आखिरी इच्छा!

ऑनलाइन बांटी जाएंगी जुबिन गर्ग की अस्थियां। असम के शिक्षा मंत्री ने किया बड़ा ऐलान। कैसे और कौन कर सकता है आवेदन? सारी डिटेल मौजूद। सरकार के इस फैसले से अधूरी रह जाएगी सिंगर की आखिरी इच्छा। या आली सिंगर जुबिन गर्ग ने 19 सितंबर को इस दुनिया को अलविदा कह दिया। रिपोर्ट्स की मानें तो सिंगर सिंगापुर में परफॉर्म करने पहुंचे थे। लेकिन परफॉर्मेंस से एक दिन पहले ही स्कूबा ड्राइविंग के दौरान उनकी निधन हो गई।

में बताया गया कि उनकी निधन डूबने से हुई है। सिंगर की मौत की खबर ने हर किसी को चौंका कर रख दिया था। जुबिन के निधन के पांच दिन बाद 23 सितंबर को उनका अंतिम संस्कार असम के करम कूची गांव में किया गया। जहां हजारों की संख्या में उनके फैंस पहुंचे और उन्हें आखिरी श्रद्धांजलि दी। अब उनसे जुड़ी एक और बड़ी खबर सामने आ रही है कि जुबिन गर्ग की अस्थियां ऑनलाइन वितरित की जाएंगी।

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार राज्य के शिक्षा मंत्री रनोज पैगो ने यह जानकारी देते हुए बताया कि कैसे और कौन इसके लिए आवेदन कर सकता है। शिक्षा मंत्री ने कहा जल्द ही एक पोर्टल लांच किया जाएगा जिसका संचालन सांस्कृतिक मामलों के विभाग द्वारा किया जाएगा। असम सरकार एक सरल पोर्टल खोलेगी जिसके जरिए संगठन और संस्थाएं अपने प्रिय कलाकार की अस्थियां लेने के लिए आवेदन कर सकेंगे। सांस्कृतिक विभाग इस प्रक्रिया की देखरेख करेगा। संगठनों को अस्थियां देने के बाद अगर अस्थियां बचती हैं और व्यक्तिगत आवेदक भी आते हैं तो विभाग उस पर भी विचार करेगा।

अपनी बात को जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि जैसा कि मुख्यमंत्री हेमंत विश्व शर्मा ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि अस्थियों का एक हिस्सा जोरहाट ले जाया जाएगा। जहां गर्ग का अंतिम संस्कार करने की मांग की गई थी। जहां उन्होंने अपने जीवन के शुरुआती साल बिताए थे। पैगो ने आगे कहा के 13वें दिन से जुड़े अनुष्ठान जोरहाट में किए जाएंगे। वहां एक स्मारक भी बनाया जाएगा। जिसके लिए जगह जल्द ही तय कर ली जाएगी।

जिस जगह पर उनका अंतिम संस्कार किया गया उसे सुरक्षित कर दिया जाएगा। वहां बैरिकेड्स पहले ही लगा दिए गए हैं और चार दीवारी का काम भी अब शुरू हो जाएगा। इसी बीच जुबिन गर्ग की आखिरी इच्छा को लेकर भी बहुत चर्चा हो रही है। जुबिन ने अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि उनकी अस्थियां ब्रह्मपुत्र नदी में बहा दी जाए। जुबिन ने कहा था मैं पागल इंसान हूं।

अपना सब कुछ मैं अपने लोगों को देना चाहता हूं। मेरे लिए नहीं। मैं यहां खुश हूं। मेरा स्टूडियो ही मेरा घर है। सिंगर ने आगे कहा था कि वो अपनी जिंदगी के आखिरी पल टिल्ला में बिताना चाहते हैं। इंटरव्यू में उन्होंने कहा था यह एक जगह है जो महाबाहु ब्रह्मपुत्र रिवर हेरिटेज सेंटर के अंदर आती है। यह जगह मेरे दिल के काफी करीब है। यह सबसे अच्छी जगहों में से एक है। मेरा यहां एक छोटा सा बंगला होगा। मैं वहीं रहूंगा और वहीं मरूंगा।

मैं जब मरूं तो लोग मुझे वहीं जला दें या मुझे ब्रह्मपुत्र नदी में बहा दें। मैं एक सिपाही, मैं एक रैंबो जैसा हूं। बताते चले असम के इस सितारे को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। उन्हें गन सल्यूट दिया गया था। सोनपुर गांव में हजारों की तादाद में उनके चाहने वाले अपने प्यारे सितारे को विदाई देने के लिए पहुंचे थे। हर आंख नम थी।

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