पिछले दिनों करणी सेना के इसी ठाकुर योगेंद्र राणा ने कैराना से सांसद इकरा हसन को शादी का खुलेआम प्रपोजल दिया था। करणी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बताने वाले ठाकुर योगेंद्र राणा की सार्वजनिक घोषणा की थी। जिसमें वह इकरा हसन से शादी करने के लिए उतावले नजर आ रहे थे। अब नेता जी की इन्हीं हरकतों का उन्हें जवाब मिला है।
दरअसल करणी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष योगेंद्र सिंह राणा के खिलाफ मुरादाबाद में एफआईआर दर्ज हो गई है। कैराना से सांसद इकरा हसन को लेकर सोशल मीडिया पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद उन पर कार्यवाही हुई है। मामला तूल पकड़ता देखकर कटघर पुलिस ने राणा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।
एक महिला वकील की शिकायत पर यह कार्यवाही हुई है। शिकायत में कहा गया है कि राणा की टिप्पणी अत्यंत अपमानजनक, लज्जाजनक और एक महिला जनप्रतिनिधि की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाली है। यह ना केवल महिला सम्मान बल्कि सामाजिक सौहार्द के भी खिलाफ है। पुलिस के मुताबिक आरोप गंभीर है और जांच शुरू कर दी गई है। वहीं योगेंद्र राणा पोस्ट वायरल होने के बाद से ही फरार हैं और उनका मोबाइल भी स्विच ऑफ है। पुलिस उनकी तलाश में जुटी है।
दरअसल राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बताने वाले ठाकुर योगेंद्र राणा ने बीते दिनों अपने फेसबुक अकाउंट पर एक वीडियो अपलोड किया और उस वीडियो में यह खुलेआम इकरा हसन से निकाह करने का प्रस्ताव दे रहे थे। आपने करणी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बताने वाले ठाकुर योगेंद्र राणा ने एक महिला सांसद इकरा हसन के लिए जो कहा उसने ना सिर्फ सियासत को शर्मसार किया बल्कि महिला की गरिमा को भी खुलेआम कुचला है।
राणा साहब कहते हैं कि मैं भी उनसे कम खूबसूरत नहीं हूं। मेरे पास मकान, जायदाद है। पहली पत्नी से इजाजत ले ली है। नमाज पढ़ने की छूट भी दे दूंगा। और हद तो तब पार हो गई जब उन्होंने यह कहा कि बस शर्त यह है कि ओवैसी मुझे जीजा कहें। जो लोग मंच से संस्कृति और सम्मान की बातें करते हैं, वह खुद सोशल मीडिया पर महिला सांसद को अश्लील ऑफर देते हैं। यह सिर्फ एक महिला सांसद का अपमान नहीं, यह पूरे लोकतंत्र का, पूरे महिला समाज का और देश की राजनीतिक मर्यादा का शीरहरण है।
इतनी अभद्र बातें करने के बाद अब नेताजी गायब है। क्यों? क्या अब शर्म आ रही है या सवालों से बचने की कोशिश चल रही है? जब कैमरे में सामने थे तो बड़ी-बड़ी बातें कर रहे थे। अब जब जवाब देने की बात आई है तो अंडरग्राउंड हो गए हैं। क्या उन्हें अंदाजा नहीं था कि इस घिनौनी बयान का क्या असर पड़ेगा? या फिर उन्हें लगा था कि यह बोलकर कुछ तालियां मिल जाएंगी। सवाल यह है कि कहां गायब हैं करणी सेना के बाकी बड़े नेता जो हर छोटी बात पर सड़क जाम कर देते हैं, फिल्में रोक देते हैं, लहराते हैं। लोकतंत्र में खड़े होकर औरतों की इज्जत की बोली लगाई जा रही है और मजे की बात यह कि वही लोग हैं अपने आप को संस्कृति का ठेकेदार भी कहते हैं।