मां बबीता की तरह रही बेटी करिश्मा की किस्मत। मां-बेटी दोनों को नहीं मिला शादी का सुख। पति रणधीर से 34 साल दूर रही बबीता तो महज 13 साल में खत्म हुआ करिश्मा संजय की शादी का रिश्ता। बबीता की शादी में ने घोला ज़हर, तो करिश्मा पर टूटा था पति के जुल्मों का कहर। बिजनेसमैन संजय कपूर का निधन उनकी एक्स बीवी की जिंदगी में भी भूचाल ले आया।
संजय का अचानक दुनिया से चले जाना करिश्मा और उनके दोनों बच्चों को गहरा सदमा दे गया। तो वहीं संजय के निधन से करिश्मा की निजी जिंदगी भी चर्चा में छा गई। यूं तो 9 साल पहले ही करिश्मा और संजय की शादी खत्म हो गई थी। लेकिन संजय की निधन के बाद उनकी शादी और तलाक से जुड़े तमाम किस्से फिर से लोगों की जुबान पर आ गए।
कुछ लोग तो ऐसे भी रहे जिन्होंने करिश्मा की तुलना उनकी मां बबीता से करनी शुरू कर दी। लोगों का कहना है कि शादी के मामले में करिश्मा की किस्मत बिल्कुल अपनी मां बबीता पर चली गई। ना तो बबीता को खुशहाल शादी का सुख मिला और ना ही उनकी बेटी करिश्मा को। मां-बेटी की किस्मत एक जैसी ही रही। ना तो बबीता का घर बसा और ना ही करिश्मा की शादी का रिश्ता बचा। चलिए आपको बताते हैं कि आखिर सोशल मीडिया पर लोग करिश्मा और बबीता को लेकर ऐसी बातें क्यों कर रहे हैं। क्यों? करिश्मा की तुलना उनकी मां बबीता की किस्मत से की जा रही है।
बता दें कि करिश्मा की तरह ही उनकी मां बबीता कपूर ने भी अपनी शादीशुदा जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव देखे। करिश्मा की तरह उनकी मां बबीता ने भी अपनी फिल्मी करियर की ऊंचाई पर कपूर खानदान के बड़े बेटे रणधीर कपूर से शादी की थी। रणधीर की दुल्हन बनने के लिए बबीता ने अपने फिल्मी करियर को ठोकर मार दी थी और खुशी-खुशी कपूर बहू बनकर हाउसवाइफ बन गई। लेकिन बबीता का यही फैसला उनकी जिंदगी का सबसे गलत फैसला साबित हुआ।जब शादी के कुछ ही साल बाद रणधीर और बबीता के रिश्ते में दरार आने लगी।
दरअसल रणधीर के फ्लॉप फिल्मी करियर का असर बबीता और उनके रिश्ते पर भी पड़ा था। रणधीर का रोज पीना, घर लेट आना और परिवार पर ध्यान ना देना इस रिश्ते में दरार आने की वजह बना। हालात ऐसे हो गए कि रणधीर और बबीता में आए दिन झगड़े होने लगे। जिसके बाद बबीता ने पति रणधीर का चेंबूर वाला आर के बंगला छोड़कर अपनी दोनों बेटियों के साथ लोखंडवाला के अपार्टमेंट में शिफ्ट होने का फैसला कर लिया।
खास बात तो यह रही कि दोनों ने तलाक नहीं लिया लेकिन पति पत्नी की तरह साथ भी नहीं रहे। बबीता और रणधीर ने अलग-अलग रहकर जिंदगी के 34 साल गुजार दिए। हालांकि अब हालात बदल चुके हैं। आधी से ज्यादा जिंदगी अलग-अलग गुजारने के बाद रणधीर और बबीता अब एक साथ एक ही छत के नीचे रहते हैं।
साल 2022 में रणधीर बबीता एक साथ रहने लगे। कहा जाता है कि मम्मी पापा के इस मिलन में उनकी दोनों बेटियों करीना और करिश्मा ने अहम रोल प्ले किया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक बबीता ने रणधीर के साथ एक ही घर में रहने का फैसला तब लिया जब फरवरी 2021 में रणधीर के छोटे भाई राजीव कपूर का निधन हो गया था। रणधीर और राजीव एक साथ अपने चेंबूर वाले घर में रहते थे। लेकिन राजीव के निधन के बाद रणधीर उस घर में अकेले रह गए। बाद में अपनी बेटियों की गुजारिश पर रणधीर कपूर अपना बंगला छोड़कर बांद्रा के एक अपार्टमेंट में शिफ्ट हो गए थे। तो फिर बबीता भी अपना बरसों पुराना झगड़ा भुलाकर रणधीर के साथ उनके घर में रहने चली आई थी।