ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी देने वाली कर्नल सोफिया कुरैशी कौन है?

आज हम आपको एक ऐसी भारतीय महिला अधिकारी के बारे में बताएंगे जिन्होंने इतिहास रच दिया जिनका नाम है लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी। यह भारतीय सेना की वो शख्सियत हैं जिन्होंने इंटरनेशनल मिलिट्री एक्सरसाइज फोर्स 18 में भारत का नेतृत्व किया। नारी शक्ति का परचम हर क्षेत्र में लहरा रहा है और यह केवल किसी मुद्दे का झंडा उठाने से नहीं होता। इ

सके लिए चाहिए फौलादी इरादे और आसमान छूने का हौसला। ऐसे ही हौसले की जीती जागती मिसाल हैं भारतीय सैन्य अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी। उन्होंने साबित किया है कि ड्रीण संकल्प के आगे कोई बाधा टिक नहीं सकती और नारी शक्ति हर चुनौती का सामना कर सकती है। चाहे वह कितनी भी कठिन क्यों ना हो। कैसे ऑपरेशन सिंदूर को दिया गया अंजाम।

सुफिया कुरैशी ने क्या कुछ बताया वो सुनिए। 6 से 7 मई 2025 की रात रात 1:05 से 1:30 बजे के बीच भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा अंजाम दिए गए ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी देंगे। ऑपरेशन सिंदूर 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हादसे के शिकार मासूम नागरिकों व उनके परिवारों को न्याय देने के लिए ल्च किया गया था। इस कारवाही में नाइन कैंप्स को टारगेट किया गया और पूरी तरह से इसे बर्बाद किया गया। पाकिस्तान में पिछले तीन दशकों से टेरर इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो रहा है। इसमें रिक्रूटमेंट इन डॉक्ट्रिनेशन सेंटर्स ट्रेनिंग एरियाज व लॉन्च पैड शामिल थे। जो पाकिस्तान और पाक अधिकृत जम्मू कश्मीर पीओजे के दोनों में फैले हैं। इन लक्ष्यों का चयन विश्ववसनीय इंटेलिजेंस सूचनाओं के आधार पर हुआ ताकि आतंक गतिविधियों की रीड तोड़ी जा सके और यह खास ध्यान दिया गया कि निर्दोष नागरिकों और सिविलियन इंस्टॉलेशन को नुकसान ना पहुंचे।

मैं आप सबको बताना चाहती हूं कि किसी भी सैन्य ठिकाने का निशाना नहीं बनाया गया और अभी तक किसी तरह की नागरिक क्षति की रिपोर्ट नहीं है। आपको बता दें कि सोफिया कुरैशी उस वक्त सुर्खियों में आई थी जब उन्होंने साल 2016 में थाईलैंड में हुए इंटरनेशनल मिलिट्री एक्सरसाइज फोर्स 18 में भारत की अगुवाई की थी। इस एक्सरसाइज में 18 देशों ने हिस्सा लिया था और पहली बार भारत की तरफ से किसी महिला अधिकारी को दलनायक बनाया गया था और अब एक बार फिर से उनका नाम चर्चा में है क्योंकि उनकी यह उपलब्धि भारतीय सेना के इतिहास में महिला नेतृत्व की मिसाल बन चुकी है। कौन है सोफिया कुरैशी? लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी भारतीय सेना की एक वरिष्ठ अधिकारी हैं। जिन्होंने इतिहास रचते हुए भारतीय सेना की ओर से किसी भी अंतरराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास की कमाल संभालने वाली पहली महिला अधिकारी बनने का गौरव प्राप्त किया। सोफिया कुरैशी भारत के गुजरात राज्य के बड़ोदरा शहर की रहने वाली हैं। यहीं से उनका प्रारंभिक जीवन और शिक्षा शुरू हुई।

सोफिया कुरैशी ने गुजरात के महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी यानी कि एमएसयू बड़ोदा से पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने भारतीय सेना में शामिल होने का सपना देखा और सफलतापूक सिलेक्ट भी हुई। सोफिया ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी चेन्नई से पास आउट हुई जहां सेना के अधिकारी बनने के लिए गहन प्रशिक्षण दिया जाता है। सोफिया कुरैशी सिग्नल कोर में कार्यरत हैं। यह सेना की वो शाखा होती है जो संचार, टेक्नोलॉजी और नेटवर्किंग का काम देखती है। सोफिया कुरैशी आज सिर्फ एक नाम नहीं बल्कि प्रेरणा की मिसाल है। उनका सफर हर उस लड़की के लिए रोशनी है जो एक अलग रास्ता चुनना चाहती है और दुनिया को दिखाना चाहती है कि देश की सेवा सिर्फ वर्दी पहनने से नहीं होती बल्कि कंधों पर जिम्मेदारी उठाने से होती है।

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