राजपाल यादव काम ना मिलने पर छोड़ने वाले थे मुंबई, अनुराग कश्यप कैसे बने ‘मसीहा’..

मशहूर निर्माता और निर्देशक अनुराग कश्यप बॉलीवुड में अपनी बेहतरीन फिल्मों के लिए जाने जाते हैं। वहीं फिल्म इंडस्ट्री में अनुराग ने बहुत लोगों का करियर भी बनाया है। इनमें से राजपाल यादव और नवाजुद्दीन सिद्दीकी भी एक हैं। जी हां राजपाल और नवाजुद्दीन का इंडस्ट्री में करियर अनुराग कश्यप ने ही बनाया है। आज हम आपको राजपाल यादव से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा बताने जा रहे हैं। क्या आप जानते हैं राजपाल यादव ने फिल्मों में अपनी जगह बनाने के लिए बहुत स्ट्रगल की है। आइए आपको राजपाल और अनुराग का ये दिलचस्प किस्सा शेयर करते हैं।

इंडस्ट्री में आज राजपाल यादव को बेहतरीन कलाकारों में से माना जाता है। लेकिन बहुत कम लोग उनकी स्ट्रगलिंग लाइफ के बारे में जानते हैं। राजपाल यादव जब इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाने के लिए स्ट्रगल कर रहे थे तब उनकी लाइफ में एक फेज ऐसा आया कि उन्होंने मुंबई छोड़ने का मन बना लिया था। इसके बाद अनुराग कश्यप ही थे जिन्होंने उनको रोका था।

अनुराग कश्यप ने एक इंटरव्यू में बताया, ‘मेरे एक दोस्त थे, अशरफ उल हक उन्होंने कई मूवीज में काम किया है। फुकरे में भी उन्हें देखा गया था। आज वह इस दुनिया में नहीं है। एक दिन उनका फोन मेरे पास आया और उन्होंने कहा कि हमारे साथ एनएसडी में पढ़ने वाला एक बेहतरीन कलाकार मुंबई छोड़कर जा रहा है, अगर आप उसे रोकना चाहते हैं तो रोक लो।

अनुराग ने आगे कहा, ‘मैंने अशरफ से पूछा कि कहां है कौन है, तब उन्होंने बोला अंधेरी स्टेशन पर मिलेगा। वो कलाकार और कोई नहीं बल्कि राजपाल यादव था। अंधेरी स्टेशन जाकर मैंने उन्हें रोका और उस टाइम मैं ‘शूल’ मूवी बना रहा था। मैंने ‘शूल’ में राजपाल को एक कूली का रोल दिया। जिसके बाद से उनके करियर ने रफ्तार पकड़ी.

वहीं अनुराग ने आगे बताया कि जब मैं राजपाल को लेने स्टेशन गया था तो उनके साथ एक और कलाकार था वो नवाजुद्दीन सिद्दीकी था। उन्होंने मुझे कहा सर मुझे भी कोई रोल दीजिए। मैंने कहा एक रोल तो है लेकिन वो बहुत छोटा रोल है तुम्हारे लिए नहीं है। नवाज ने कहा सर आप मुझे 500 रुपये दे देना मैं ये रोल कर लूंगा। वहीं नवाज का भी इसी तरह करियर शुरू हुआ.

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