30 साल फ्रीजर में रहा। अब दुनिया में आया मिला सबसे बुजुर्ग नवजात का खिताब। 7 साल तक गर्भधारण की लंबी कोशिशों के बाद 26 जुलाई 2025 अमेरिका के ओहायू के रहने वाले 35 साल के दंपत्ति लैंडसे पियर्स और 34 साल के टीम पियर्स के जीवन में एक चमत्कार हुआ और उन्होंने अपने नन्हे बेटे थेडियस डेनियल पियर्स को जन्म दिया। अब आप सोच रहे होंगे कि इसमें खास बात क्या है? लेकिन रुकिए यह कोई आम जन्म नहीं है क्योंकि थेडियस को जिस भ्रूण से जीवन मिला है वो पूरे 30 साल पुराना था।
जी हां, यह वही भ्रूण है जिसे 1994 में लिंडा ऑर्चेट नाम की महिला ने अपने l ट्रीटमेंट के दौरान संरक्षित किया था। 1994 में फ्रीज किया गया यह गर्भ अब जाकर 2025 में जीवन में बदला है। तब से लेकर अब तक तीन दशक तक उन्होंने इस भ्रूण को फ्रीजर में सहेज कर रखा और जब लिंडसे और टिमपियर्स को स्नोफ्लेक्स एम्ब्रियो अडॉप्शन प्रोग्राम के जरिए यह गर्भ मिला तो मानो एक नई उम्मीद ने जन्म ले लिया।
2024 में गर्भ को लिटसे के गर्भ में ट्रांसप्लांट किया गया और 26 जुलाई 2025 को जन्म हुआ थेडियस का जो बन गया दुनिया का सबसे बुजुर्ग नवजात। वैज्ञानिक रूप से जिसे कहते हैं ओल्डेस्ट न्यूबर्न एवर। यह गर्भ मूल रूप से 1994 में लिंडा ऑर्चिड जो अब 62 वर्ष की है और उनके तत्कालीन पति द्वारा आईवीएफ के जरिए बनाया गया था। बनने वाले चार भ्रूणों में से एक आर्चिड की बेटी बनी। बाकी बचे तीन भ्रूणों को तब तक स्टोरेज में रखा गया जब तक कि पियर्स दंपत्ति ने एक को गोद नहीं ले लिया। जिससे दशकों पुरानी उम्मीद को नया जीवन मिला।
दिलचस्प बात यह है कि थेडियस की जैविक बहन आज 30 साल की है और उसकी खुद की एक बेटी भी है। यानी थेडियस का जन्म भले ही अब हुआ हो लेकिन उसके जींस पहले से ही अगली पीढ़ी में पहुंच चुके हैं और थेडियस अपनी भांजी से छोटा है लेकिन जीन के लिहाज से वो पहले ही जन्मा है। इस चमत्कार के पीछे है क्रियो प्रिजर्वेशन टेक्नोलॉजी जिसमें भ्रूण को -96° सेल्सियस पर सालों तक सुरक्षित रखा जाता है। आज मेडिकल साइंस ने ऐसा मुकाम हासिल कर लिया है जहां भविष्य के बच्चों का जन्म अब हकीकत है। साइंस फिक्शन नहीं।
लगभग तीन दशकों तक लिंडा आर्चड ने ट्रिटमेंट के दौरान बनाए गए तीन गर्भ को संरक्षित रखा और उन्हें जमाए रखने के लिए हर साल हजारों डॉलर खर्च किए। अपने पति से अलग होने के बाद भी वह उन्हें नष्ट करने या गुमनाम रूप से दान करने के लिए खुद को तैयार नहीं कर पाए क्योंकि उनका उनकी बेटी से हेरिडिटी रिलेशन था। आखिर में उन्होंने नाइट लाइट क्रिश्चियन अडॉप्शनंस और उनके स्नोफ्लेक्स कार्यक्रम की ओर रुख किया जो दान दाताओं को धर्म और जातीयता जैसे मूल्यों के आधार पर दत्तक परिवारों का चयन करने की अनुमति देता है। आर्चिड की इच्छा स्पष्ट थी। अमेरिका से एक विवाहित कोकेशियान ईसाई कपल। उनके इस फैसले से शिशु थेडियस डेनियल पियर्स का जन्म हुआ।
वैज्ञानिक प्रगति और मानवीय भावना का अमेजिंग कॉम्बिनेशन है। और इसी के साथ थेडियस ने 2022 में जन्म में उन जुड़वा बच्चों का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है जिनका भ्रूण 1992 से फ्रीज़ किया गया था। लिंसे का कहना है हम कोई रिकॉर्ड तोड़ने नहीं निकले बस एक बच्चा चाहते थे।
लेकिन हमें एक चमत्कार मिल गया है। मिसेज पियर्स ने भी यह बताया कि उनके परिवार को लग रहा है कि यह एक साइंस फिक्शन फिल्म की तरह है। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है। यह सबसे लंबे समय तक फ्रीज किया गया ऐसा बन गया है जिससे बच्चे ने सफलतापूर्वक जन्म ले लिया है।