मां बना रही थी चाय,बेटा सोया था पेड़ के नीचे, आकाश के निधन की कहानी रुला देगी।

14 साल के आकाश पाटनी अहमदाबाद के मेघानी नगर क्षेत्र में बीजे मेडिकल कॉलेज छात्रावास भवन के पास गुरुवार को सो रहा था। अपने परिवार की चाय की दुकान के पास जब एक पेड़ के नीचे वह सो रहा था तभी अचानक विमान हादसे ने उसे अपनी चपेट में ले लिया। लंदन जा रहा है विमान यात्रियों और चालक दल के 12 सदस्यों को लेकर अहमदाबाद के सरदार वल्लभ भाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद मेडिकल कॉलेज के परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में विमान में सवार 241 लोगों की मौत हो गई और जमीन पर जान गवाने वाले लोगों में आकाश भी शामिल है।

आकाश की रिश्तेदार चंदाबेन ने कहा कि आकाश चाय की दुकान के पास एक पेड़ के नीचे सो रहा था जो उस छात्रावास की इमारत से सटा हुआ है जिसमें विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ। उस समय उसकी मां सीताबेन चाय बना रही थी। पहले मेटल का एक बड़ा टुकड़ा आकाश के सिर पर गिरा और फिर वह की लपटों की चपेट में आ गया। चंदाबेन और अन्य रिश्तेदारों के साथ सिविल अस्पताल के पोस्टमार्टम कक्ष के बाहर खड़ी थी।

चंदाबेन ने कहा कि आकाश को बचाने के प्रयास के दौरान सीताबेन गंभीर रूप से झुलस गई। वह अब अस्पताल में भर्ती है। आकाश का शव इतनी बुरी तरह झुलस गया कि उसे पहचानना भी मुश्किल है और उसके पिता ने डीएनए टेस्ट के लिए नमूने दिए हैं और शहर के सुरेंद्र मिस्त्री ने भी अपनी 21 वर्षीय बेटी कृणा मिस्त्री के बॉडी की पहचान की प्रक्रिया के तहत सिविल अस्पताल के सौगृह में अपना डीएनए नमूना दिया है।

सुरेश ने कहा कि कृणा को लंदन के लिए वर्क परमिट वीजा एक साल पहले मिला था और वह हाल ही में यहां वापस आई थी। दुर्घटना का शिकार हो गई। अपने दांतों की सर्जरी के बाद वह लंदन वापस जा रही थी। उन्होंने कहा कि उसने हमें विमान से फोन कर बताया कि सब कुछ ठीक है और हम वापस जा सकते हैं। जब हम घर पहुंचे तो हमें विमान दुर्घटना के बारे में पता चला। मुझे अब भी विश्वास नहीं हो रहा कि मेरी प्यारी कृणा अब नहीं रही। ब्लड सैंपल लिया है। 72 आवर्स लगेंगे। यहां से पता भी चला। कब आई थी? वो एक एक साल से लंदन में थी और एक महीने से इंडिया में थी वो डेंटल मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए यहां पर थी और कल वापस जा रही थी। सर क्या कहेंगे आप एयर इंडिया की ओर से या कोई कांटेक्ट नहीं मिला? नहीं अभी उनका कोई कांटेक्ट हमको कोई इंफॉर्मेशन कोई कांटेक्ट कोई अपडेट कुछ नहीं मिला है।

भाई अहमदाबाद से लंदन के लिए निकली एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 ने एक नहीं बल्कि सैकड़ों सपनों को उड़ा दिया है। इस दर्दनाक हादसे में 240 से अधिक लोगों की मौत हुई। लेकिन सबसे ज्यादा झकझोर देने वाली कहानी है पायल खटीक की। रिक्शा चलाकर बेटी को पढ़ाने वाले पिता की आंखों का सपना। पायल पहली बार फ्लाइट में बैठी थी।

लंदन जाकर पढ़ाई कर भारत का नाम रोशन करना चाहती थी। लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था। उड़ान भरी भी नहीं थी कि जीवन की डोर टूट गई। एक हादसा जिसने पूरे परिवार की खुशियां छीन ली। एक रिपोर्ट के अनुसार पायल खटीक अपने जीवन में पहली बार हवा यात्रा कर रही थी। उनका सपना था कि वह लंदन जाकर हायर एजुकेशन करें और भारत का नाम रोशन करें। गुरुवार दोपहर उन्होंने अहमदाबाद से लंदन के लिए फ्लाइट ली। लेकिन कुछ ही समय बाद वह विमान हादसे का शिकार हो गई।

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